हार्ट अटैक से पीड़ित दिव्यांग की कोरोना काल में मित्तल हाॅस्पिटल में हुई बाईपास सर्जरी

हार्ट एंड वास्कुलर सर्जन डाॅ विवेक रावत और उनकी टीम ने किया जौखिम भरा आॅपरेशन
बैलून पम्प मशीन के जरिए युवक के दिल की बढ़ाई क्षमता तब हुई सर्जरी
अजमेर, 13 सितम्बर( )। हार्ट अटैक से पीड़ित दिव्यांग युवा राजीव कुमार की कोरोना काल में आयुष्मान भारत महात्मागांधी राजस्थान स्वास्थ्य बीमा योजना अन्तर्गत निःशुल्क बाईपास सर्जरी की गई। हार्ट एंड वास्कुलर सर्जन डाॅ विवेक रावत और उनकी टीम ने इंट्रा अयोटिक बैलून पम्प मशीन (आईएबीपी) की मदद से मित्तल हाॅस्पिटल में यह सर्जरी की। 48 वर्षीय नौजवान युवक के दिल की तीनों ही रक्त शिराओं में ब्लाॅकेज था। युवक का दिल सिर्फ 30 प्रतिशत काम कर रहा था, ऐसे में युवक की जान की जौखिम के साथ मित्तल हाॅस्पिटल में बाईपास सर्जरी की गई।
डाॅ विवेक रावत के अनुसार हार्ट अटैक आने पर युवक को निकट के राजकीय चिकित्सालय ले जाया गया। जहां युवक की एंजियोग्राफी करने पर उसके दिल की तीनों की रक्त शिराओं में ब्लाॅकेज पाया गया। चिकित्सकों ने युवक को शीघ्र ही बाईपास सर्जरी की सलाह दे दी। युवक का दिल सिर्फ 30 प्रतिशत क्षमता से ही काम कर रहा था। साथ ही युवक का ब्लड प्रेशर भी लगातार बढ़ा हुआ ही था। ऐसे में युवक की बाईपास सर्जरी किया जाना तत्काल जरूरी भी था और जौखिम भरा भी। इधर, युवक की खस्ता माली हालत के चलते उसकी बाईपास सर्जरी आयुष्मान भारत महात्मा गांधी स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत ही की जानी थी, कोरोना काल में अन्य चिकित्सा संस्थानों ने इस स्थिति में रोगी की बाईपास सर्जरी करने का जौखिम उठाने से ही दूरी बना ली। आखिर किसी की सलाह पर युवक ने मित्तल हाॅस्पिटल का रुख किया।
डाॅ विवेक ने बताया कि युवक के बाईपास सर्जरी के लिए इंट्रा अयोटिक बैलून पम्प मशीन का इस्तेमाल किया गया। उन्होंने बताया कि इस बैलून पम्प मशीन के जरिए रोगी के हार्ट के काम करने की क्षमता को 15 से 20 प्रतिशत तक बढ़ाया जा सकता है। इसी की वजह से रोगी की बाईपास सर्जरी सम्भव हो सकी। डाॅ विवेक रावत ने बताया कि रोगी अब स्वस्थ है और उसे हाॅस्पिटल से छुट्टी दी जा रही है।
डाॅ रावत के अनुसार इसतरह की सर्जरी में चिकित्सकों व तकनीकी स्टाफ की पूरी तरह दक्ष व अनुभवी टीम की जरूरत होती है। जो कि मित्तल हाॅस्पिटल में अत्याधुनिक थियेटर के साथ एक ही छत के नीचे उपलब्ध है। इस सर्जरी में वरिष्ठ हार्ट एण्ड वास्कुलर सर्जन डाॅ समीर शर्मा और कार्डियक एनेस्थेसियोलाॅजिस्ट व इन्टेन्सिविस्ट टीम का सान्निध्य और मार्गदर्शन मिला। इसके अलावा डाॅ राहुल चौहान, ओटी व आईसीयू स्टाफ के मुकेश, सिस्टर नम्रता, उमेश उपाध्याय व अन्य का भरपूर योगदान रहा।
निदेशक मनोज मित्तल ने बताया कि मित्तल हाॅस्पिटल अपने ध्येय वाक्य ‘आपका स्वास्थ्य संरक्षक’ के साथ पंद्रह वर्षों से संभागवासियों को भरोसेमंद स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान कर रहा है। यहां एक ही छत के नीचे सभी सुपरस्पेशियलिटी हृदय, कैंसर, गुर्दा, न्यूरो, पथरी, प्रौस्टेट व मूत्र रोग एवं आपातकालीन चिकित्सा सेवा व सुविधाएं चौबीस घंटे उपलब्ध हैं। अत्याधुनिक चिकित्सा उपकरणों एवं नवीन तकनीक से युक्त आॅपरेशन थियेटर तथा दक्ष व अनुभवी चिकित्सकों, नर्सिंग, तकनीकी कार्मिकों की टीम पीड़ितों को चिकित्सा सेवाएं देने में तत्पर हैं। हाॅस्पिटल आयुष्मान भारत महात्मागांधी राजस्थान स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत सुपरस्पेशियलिटी सेवाओं में सर्जरी के लिए अधिकृत है। योजना के तहत अब तक सैकंड़ों गरीब, जरूरतमंद रोगियों को लाभांवित किया जा चुका है।
फोटो—दिव्यांग युवक राजीव कुमार मित्तल हॉस्पिटल से छुट्टी मिलने से पूर्व अपने डॉक्टर हार्ट एंड वास्कुलर सर्जन डॉ विवेक रावत के साथ।
सन्तोष गुप्ता
प्रबंधक जनसम्पर्क/9116049809

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