ठान लो तो कुछ भी नामुमकिन नही -बघेरा के महावीर और लालाराम ने की मिशाल कायम

केकड़ी 29 नवंबर (पवन राठी)जंहा चाह वँहा राह–ठान लो तो कुछ भी मुश्किल नही—जंहा आस्था और विश्वास हो वंहा बंद द्वार में भी रास्ता मिल ही जाता है बशर्ते कि कुछ करने का जजबा और जुनून होना चाहिए ।कौन कहता है आसमाँ में छेद नही होता एक पत्थर तो तबियत से उछालो यारो—-इन सभी उक्तियों को चरितार्थ कर दिखाया ग्राम बघेरा के महावीर और लालाराम खातीने इनके जजबे और लगन को सलाम।ग्राम में स्थित सूर वराह मंदिर का कीर्ति स्तंभ तीन वर्ष पूर्व आंधी तूफान में क्षति ग्रस्त हो गया था।इसके बाद मंदिर समिति एवम ग्राम वासियो के सामने यह समस्या उत्पन्न हुई कि क्षति ग्रस्त कीर्ति स्तंभ को वापस कैसे स्थापित करके पुरा वैभव को जीवित रखा जाए।गौर तलब है कि देश का एक मात्र वराह मंदिर ग्राम बघेरा में ही स्थित है।
मंदिर समिति और ग्राम वासियो को काफी तलाश के बाद भी कीर्ति स्तंभ के निर्माण के लिए कोई दक्ष कारीगर नही मिला और न ही स्तंभ के लिए पत्थर ही मिल पाया।
लगभग दो माह पूर्व कीर्ति स्तंभ निर्माण का दायित्व गाँव के ही महावीर खाती और उनके भाई लालाराम खाती ने उठाया और इसकी सूचना मंदिर कमेटी सहित ग्राम वासियो को दी।इस पर सभी मे एक नए जोश का संचार हुवा और जोर शोर से पत्थर की तलाश प्रारम्भ की गई।पत्थर की तलाश को भी गांव के ही एक खदान मालिक ने पूरा किया।खदान मालिक द्वारा मंदिर कमेटी को पत्थर उपलब्ध करवाया।
लगभग दो माह के अथक परिश्रम और लगन से पूर्ण सेवाभाव के साथ निशुल्क नए कीर्ति स्तंभ का निर्माण किया।
कीर्ति स्तंभ–
——————-
कीर्ति स्तंभ की विशेषता यह है कि इसमें चारो दिशाओं में सूर्य चंद्रमा त्रिशूल और ॐ अंकित किया गया है।नए स्तंभ में वे सभी विशेषताए विद्धमान है जो पुराने कीर्ति स्तंभ में थी।इसे देखकर कोई नही कह सकता कि यह नया बना हुवा है।
जजमान
————
कीर्तिस्तम्भ की पुनर्स्थापना महावीर प्रसाद उपाध्याय के जजमानत में होगा।ये एक लोक सेवक है ।अपनी ड्यूटी के बाद ये समाजसेवा के लिए हमेशा समर्पित रहते है।इनकी बघेरा गांव में एक पृथक पहचान है प्रतिष्ठा है।

30 नवंबर पूर्णिमा सोमवार को महा मंडलेश्वर मदन मोहन दास महा त्यागी के सानिध्य और महावीर प्रसाद उपाध्याय के जजमानत में पूर्ण विधि विधान एवम वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ महमस्तिष्काभिषेक के दौरान कीर्ति स्तंभ को पुनर्स्थापित किया जाएगा।
सभी ग्राम वासियो में इसको लेकर अत्यंत हर्ष और खुशी का माहौल है।

error: Content is protected !!