मुस्लिम एकता मंच का कांग्रेस प्रत्याशियों के विरुद्ध मतदान का निर्णय

अजमेर, मुस्लिम समुदाय की पंचायतों धार्मिक एवं सामाजिक संस्थाओं की प्रतिनिधि संस्था मुस्लिम एकता मंच ने एक प्रस्ताव पारित कर अजमेर के मुसलमानों का आह्वान किया है कि कांग्रेस ने जिस प्रकार सिंबल ना देकर मुस्लिम क्षेत्रों की उपेक्षा की है उसके नतीजे में सभी मुसलमान लामबंद हो और पूरे शहर में कांग्रेस प्रत्याशियों के विरुद्ध मतदान कर भाजपा के अलावा ऐसे मजबूत उम्मीदवारों को अपना वोट दें जो कांग्रेस के विरुद्ध मजबूती से चुनाव जीत रहे हो l
मंच के वरिष्ठ सदस्य हाजी सरवर सिद्दीकी के मुख्य आतिथ्य एवं काजी मुनव्वर अली की अध्यक्षता में संपन्न हुई एक बैठक में मुस्लिम एकता मंच ने यह निर्णय किया कि शहर के सभी क्षेत्रों के मुस्लिम मतदाता कांग्रेस को इस उपेक्षा का जवाब दें कि उसने तीन मुस्लिम बहुल क्षेत्रों वार्ड संख्या 11, 12, 13, में कांग्रेस प्रत्याशी घोषित नहीं कर के मुसलमानों का जो अपमान किया है और मुसलमान को कथित रूप से अपना वोट बैंक मानकर ऐसा निर्णय किया है जिससे मुस्लिम अपने आप को उपेक्षित महसूस कर रहे हैं l बैठक में सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित किया गया कि नवीन परिसीमन के बाद शहर में तकरीबन 18 वार्ड मुस्लिम बहुल क्षेत्र है जिसमें से 10 वर्ड ऐसे हैं कि जिन्हें मुसलमान अपनी ताकत पर जीत सकता है और 8 वार्ड ऐसे हैं कि जहां मुसलमान समर्थन से कोई भी प्रत्याशी ही जीत सकता है l बैठक में मुसलमानों का आह्वान किया गया कि वार्ड संख्या 1 में नौसर गांव में बड़ी नागफनी गोरे गरिमा 6 में छोटी नागमणि दरगाह संपर्क सड़क तारा शाहनगर हुसैनी मोहल्ला वार्ड संख्या सात और आठ में बाबूगढ़ घोसी मोहल्ला चिल्ला गरीब नवाज वार्ड संख्या 9 में घोसी मोहल्ला लोंगिया मोहल्ला तारा सा पुरानी बकरा मंडी वार्ड संख्या 10 में हवेली दीवान साहब पताशा गली लखन कोटडी सूरत राम का चौक चांदी का कुआं वार्ड संख्या 14 में हिंदू मोची मोहल्ला आदि मोहल्ले से सटा हुआ भाग शेखा मोहल्ला वार्ड संख्या 17 में शीशा खान दिग्गी बाजार का भाग बड़ा पीर रोड लोटन श्याम मस्जिद वार्ड संख्या 30 में फकीरा खेड़ा वार्ड संख्या 32 और 33 में खानपुरा चिश्ती नगर संजय नगर एचएमटी के सामने का संपूर्ण इलाका वार्ड संख्या 63 में लोहा खान जेलर वाली गली पीली खान भोपो का बड़ा पुलिस लाइन चौराहा वार्ड संख्या 78 में चौरसिया वास गांव वार्ड संख्या 80 मे राति डाग चौरसिया वास का भाग मुस्लिम बहुल क्षेत्र है इन सभी क्षेत्रों मैं अधिकांश मुसलमानों के वोट कांग्रेस को मिलते रहे हैं लेकिन इस बार नगर निगम के चुनाव में कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व ने जिस तरह मुसलमानों की उपेक्षा करके उन्हें नजरअंदाज किया है और दरगाह क्षेत्र के तीन मुस्लिम बहुलता वाले वार्डों में अपने प्रत्याशी घोषित नहीं करने से मुसलमानों का अपमान हुआ है इसलिए कांग्रेस के इस कृत्य पर मुसलमानों को अपना नजरिया साफ करके यह बताना चाहिए कि वह कांग्रेस के वोट बैंक नहीं है वह अपने विवेक से निर्णय कर सकते हैं इसलिए मुस्लिम एकता मंच मुसलमानों का यह आह्वान करता है कि शहर भर के मुस्लिम बहुल वार्डों में भाजपा को छोड़कर कांग्रेस के सामने जो मजबूत निर्दलीय या अन्य दल के प्रत्याशियों उन्हें अपना मतदान करके कांग्रेस को यह अहसास करा दें कि शहर का आम मुसलमान बिकाऊ नहीं है स्वाभिमान के लिए जीता है मुसलमानों के स्वाभिमान की रक्षा के लिए सभी लोगों को एकजुट होकर के साथ आना चाहिए l
बैठक में तारागढ़ दरगाह कमेटी के पूर्व अध्यक्ष हाजी सरवर सिद्दीकी अंदर कोर्ट पंचायत के सदर मंसूर खान दरगाह शेत्र विकास समिति के पीर सैयद नफीस मियां चिश्ती गरीब नवाज सूफी मिशन सोसाइटी के नईम खान कुरैशी समाज के हाजी रईस कुरैशी बोहरा समाज से मोहम्मद अली बोहरा तारागढ़ पंचायत के पूर्व सदस्य सैयद वकार हुसैन कारी मोइनुद्दीन मौरूसी अमले के वरिष्ठ सदस्य हाजी करीम खान उस्मान खान घड़ीयाली मुस्लिम एजुकेशन फाउंडेशन के अध्यक्ष सैयद इमरान चिश्ती रेहान खान साबिर कुरेशी सहित कई मुस्लिम संस्थाओं धार्मिक संस्थाओं एवं सामाजिक वर्ग के लोग उपस्थित थे l

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