मोटापा आपके अवसाद का कारण ना बने, इलाज लें

मित्तल हॉस्पिटल के गैस्ट्रो लेप्रोस्कोपिक एंड बेरियाट्रिक सर्जन डॉ एस पी जिन्दल ने दी सेवाएं
अजमेर, 11 अप्रेल( )। मित्तल हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर अजमेर में आयोजित निःशुल्क मोटापा ( ओबेसिटी) जाचं एवं परामर्श शिविर का अनेक ने लाभ पाया। शिविर में हॉस्पिटल के गैस्ट्रो – लेप्रोस्कोपिक एंड बेरियाट्रिक सर्जन डॉ एस पी जिन्दल ने रोगियों को निःशुल्क सेवाएं दीं। इस मौके पर फिजियोथैरेपिस्ट डॉ बी एल गुर्जर ने घर में किए जाने योग्य व्यायाम एवं डायटिशियन सुश्री नौशीना खान ने पौष्टिक एवं संतुलित आहार संबंधित विशेष सलाह दी।
गैस्ट्रो -लेप्रोस्कोपिक एंड बेरियाट्रिक सर्जन डॉ एस पी जिन्दल ने इस मौके पर आयोजित परिचर्चा में पावर प्रजेंटेशन के जरिए मोटापा होने के कारण और निवारण पर विस्तार से बताया। उन्होंने बेरियाट्रिक सर्जरी पर लोगों की समझ बढ़ाई। उन्होंने बताया कि मित्तल हाॅस्पिटल में बेरियाट्रिक सर्जरी की सभी सुविधाएं उपलब्ध है। अब इस सर्जरी के लिए बाहर बड़े सेंटरों पर जाने की कतई जरूरत नहीं है। डाॅ जिन्दल ने बताया कि बेरियाट्रिक सर्जरी पूरी तरह लेप्रोस्कोपिक होती है जिसमें मरीज को किसी तरह का शरीर पर चीरा नहीं लगता। उन्होंने यह भी जानकारी दी कि केंद्र व राज्य सरकार की योजनाओं में भी बेरियाट्रिक सर्जरी को शामिल कर लिया गया है। उन्होंने बताया कि कोविड -19 के दौर में मोटापा तेजी से बढ़ रहा है। लोग मोटापे के कारण अवसाद में जा रहे है। यह सही है कि मोटापा बहुत सी बीमारियों की जड़ है। इस का इलाज इसपर नियंत्रण है और उसके लिए दृढ़ संकल्पित होना है। साथ ही स्वास्थ्य के प्रति जागरूक रहें। हर हाल में नियमित व्यायाम करें। मर्यादित एवं संतुलित आहार लें तो ही मोटापे को नियंत्रण में रखा जा सकता है।
फिजियोथैरेपिस्ट डाॅ बी एल गुर्जर ने बताया कि मोटापे को नियंत्रण करने का एक ही माध्यम है जितना खाएं उससे अधिक परिश्रम भी करें। उन्होंने कहा कि शरीर की कैलोरी या फेट कम करने का सीधा तरीका नियमित व्यायाम है। घर में रहते हुए भी बहुत से व्यायाम हैं जिन्हें नियमित अपनाए जाने से मोटापे पर नियंत्रण पाया जा सकता है।
डायटिशियन सुश्री नौशीना खान ने कहा कि व्यायाम के साथ यदि आहार का संतुलन हो तो सोने में सुहागा। उन्होंने कहा कि लोगों को भ्रम है कि भोजन छोड़ने से मोटापा नियंत्रित हो जाता है तो ऐसा सोचना गलत है। शरीर को सभी तरह के फूड की जरूरत है जिसमें मिनरल, नट, विटामिन, प्रोटीन, फाइबर, कार्बोहाईड्रेट सभी की जरूरत है। यह सभी संयमित और संतुलित मात्रा में लिए जाने चाहिए।
निदेशक मनोज मित्तल ने बताया कि शिविर में पंजीकृत सभी व्यक्तियों का बॉडी मास इंडेक्स जांच, रक्तचाप की जांच, बॉडी फैट एनालिसिस आदि निःशुल्क किया गया। उन्होंने बताया कि चिकित्सक की सलाह पर ओबेसिटी हैल्थ चैक अप पैकेज विशेष रियायती दरों पर 12 से 18 अप्रेल तक उपलब्ध कराए गए हैं। पंजीकृत रोगियों को निर्देशित जांचों पर 25 प्रतिशत एवं प्रोसीजर्स पर 10 प्रतिशत की छूट दी गई है।
निदेशक मनोज मित्तल ने बताया कि मित्तल हॉस्पिटल में कोविड-19 की सभी गाइडलाइन का शत-प्रतिशत पालन किया जा रहा है। रोगी के प्रवेश के समय स्क्रीनिंग की सुविधा, सोशल डिस्टेंसिंग की पालना, मास्क की अनिवार्यता, और सैनिटाईजेशन नियमों का पूर्ण पालन हो रहा है।
मित्तल हॉस्पिटल केंद्र, राज्य सरकार व रेलवे कर्मचारियों एवं पेंशनर्स, भूतपूर्व सैनिकों (ईसीएचएस), ईएसआईसी द्वारा बीमित कर्मचारियों, आयुष्मान भारत महात्मागांधी राजस्थान स्वास्थ्य बीमा योजना, राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम सहित टीपीए द्वारा उपचार के लिए अधिकृत है।

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