खूब उड़ रही गाइड लाइन की धज्जियां

केकड़ी 23 अप्रैल(पवन राठी)
केकड़ी क्षेत्र में कोरोना ने रफ्तार पकड़ ली है। रोजाना कोरोना पॉजिटिव मरीजों की बेतहाशा बढ़ रही है संख्या अब चिंता का विषय बन गई है। इस बार कोरोना की दूसरी लहर बेहद खतरनाक है जो कई गुना तेजी से फैल रही है। इस बार तो कोरोना की दूसरी लहर ने क्षेत्र के गांवो को भी अपना शिकार बनाना शुरू कर दिया है। दूसरी लहर पहले से अधिक खतरनाक है, जरा सी चूक भी भारी पड़ सकती है। विधानसभा क्षेत्र की केकड़ी, सावर, सरवाड़ पंचायत क्षेत्र के दर्जनों गांवों में कोरोना ने दस्तक दे दी है। अब इन गांवों में तेजी से मरीजों की संख्या बढ़ रही है। कोरोना मरीजों की बढ़ती संख्या के बावजूद शहर सहित गांवों में लोग अब भी सावधानी नहीं बरत रहे। गांवों में लोग ज्यादा लापरवाही बरत रहे हैं क्योंकि गत वर्ष कोरोना गांवों में नहीं था इसलिए भी ग्रामीण असावधान हैं कई लोग तो यह कहते दिखाई देते हैं कुछ नहीं है कोरोना ! इस बार ग्रामीणों को भी सतर्कता बरतने की आवश्यकता है। वहीं प्रशासन को गांवों में फैल रहे संक्रमण को रोकने के लिए शीघ्र ही व्यापक स्तर पर प्रबंध करने की महती आवश्यकता है। गांवों में भी साफ सफाई व सेनेटाइजेशन किया जाना जरूरी हैं। शहर सहित गांवों में स्थिति भयावह हो सकती है अगर अब भी लोग यूं ही बेपरवाह रहे तो। सरकार बार बार कह रही है कि कोरोना से बचना है तो घर से निकलते ही मुंह पर मास्क लगा लें, बाजार या और कहीं सार्वजनिक स्थल पर जाएं तो सोशल डिस्टेंसिंग का विशेष ध्यान रखें। लेकिन अधिकांश लोग सरकारी गाइडलाइन की पालना नहीं कर रहे जिसके चलते प्रशासन को अपना सारा ध्यान लोगों को समझाने व रोकने की व्यवस्थाओं में लगाना पड़ रहा है जबकि राहत व बचाव के कार्यों की ओर तो ध्यान ही नहीं जा रहा। क्षेत्र में अब भी कई जगह सरकारी नियमों की धज्जियां उड़ रही है उस ओर प्रशासन का ध्यान नहीं है। यहां कृषि उपज मंडी में स्थित सब्जी मंडी में सरेआम सोशल डिस्टेंसिंग व मास्क लगाने जैसे नियमों की अवहेलना हो रही है। यह मंडी रोजाना सुबह 5 बजे से साढ़े आठ बजे तक चलती है जिसमें केकड़ी शहर सहित क्षेत्र के करीब 200 सब्जी विक्रेता सब्जी खरीदने एकत्रित होते हैं जिसमें से 100 सब्जी विक्रेता गांवों से हैं जो यहां से खरीद कर गांवों में सब्जियां बेचते हैं बाकी 100 सब्जी वाले केकड़ी शहर के हैं जो शहर के गली मोहल्लों में ठेले में सब्जी बेचते हैं। रोजाना दो सौ दुकानदार व उनके सहयोगी एक जगह इकट्ठे होकर कोरोना नियमों की अवहेलना कर कितने लोगों को खतरे में डाल रहे हैं इसका सहज ही अंदाज लगाया जा सकता है। ये सब्जी विक्रेता मौहल्लों में घर घर सब्जी बेचते हैं हजारों लोग इनके सम्पर्क में आते हैं ऐसे में इतना बड़ा रिस्क लेना भारी पड़ सकता है। अगर शीघ्र इस ओर ध्यान नहीं दिया गया तो स्थिति विस्फोटक हो सकती है। इसी प्रकार क्षेत्र के जिला अस्पताल में खुलेआम खतरे को निमंत्रण दिया जा रहा है। इस अस्पताल में शहर सहित क्षेत्र के गांवों के सैंकड़ों मरीज यहां इलाज हेतु आ रहे हैं। जिन्हें पर्ची कटाने से लेकर डॉक्टर को दिखाने के लिए कई घण्टों कतार में खड़े रहना पड़ता है। इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का जरा भी ख्याल नहीं रखा जा रहा है। जबकि हर तरह की बीमारी के मरीज यहां आते हैं। किसे क्या मालूम कि कौन कोरोना से संक्रमित है। अगर शीघ्र ही ऐसे सार्वजनिक स्थलों पर मास्क लगाने व सोशल डिस्टेंसिंग का सख्ती से पालन नहीं किया गया तो अंजाम कुछ भी हो सकता है। दोनों मुख्य जगहों पर सरकारी गाइडलाइन की पालना सुनिश्चित हो तो संक्रमण फैलने का खतरा कम हो सकता है। अभी तो छोटी छोटी सावधानी ही हमें बचा सकती है।

error: Content is protected !!