आनासागर की भराव क्षमता घटाने पर भाजपा से जुड़े जनप्रतिनिधियों ने जताई गहरी नाराजगी

-स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट की बैठक में भाजपा जनप्रतिनिधियों ने की अफसरों की खिंचाई
-मिट्टी डालकर आनासागर को पाटने, अवैध कब्जे व निर्माण होने के लगाए आरोप
-तत्काल कार्यवाही नहीं करने पर दी आंदोलन की चेतावनी

प्रो. वासुदेव देवनानी

अजमेर, 18 जून। पूर्व शिक्षा मंत्री व विधायक अजमेर उत्तर वासुदेव देवनानी सहित भाजपा से जुड़े कमोबेश सभी जनप्रतिनिधियों ने शनिवार को हुई स्मार्ट सिटी की बैठक में आनासागर की भराव क्षमता घटाने, मिट्टी डालकर आनासागर को पाटने, इसके परकोटे में भू-माफियाओं द्वारा अवैध कब्जे करने, अवैध निर्माण कराने, अनियोजित व जनप्रतिनिधियों की सहमति के बिना हो रहे कार्यों तथा अनियमितताओं पर गहरी नाराजगी जताते हुए प्रशासन की जमकर खिंचाई की। उन्होंने पाथ-वे के नाम पर आनासागर को पाट कर इसका स्वरूप बिगाड़ने का आरोप लगाते हुए जिला कलेक्टर से कहा कि यदि इस पर तत्काल रोक नहीं लगाई गई, तो लोकतांत्रिक तरीके से आंदोलन किया जाएगा।
शुक्रवार को स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट कमेटी की बैठक में देवनानी ने कहा कि पाथ-वे में एफटीएल के मानकों व वैटलैंड के नियमों की पालना कराई जाए। सिंथेटिक टैªक व स्पोर्ट्स काॅम्पलैक्स अन्यत्र बनाए जाएं। शहर में पानी की समस्या का स्थाई समाधान किया जाए। बदहाल सड़कों की दशा सुधारी जाए। डेªनेज व सीवरेज सिस्टम को सुधार करप जनता की मूलभूत सुविधाएं प्राथमिकता से पूरी की जाएं। तारागढ़ किले को मूल स्वरूप में स्थापित कर इसका संरक्षण किया जाए। चूंकि स्मार्ट सिटी के तहत विभिन्न स्थानों पर चल रहे कार्यों में घटिया निर्माण सामग्री का उपयोग किया जा रहा है, इसलिए निर्माण कार्यों की राज्य से बाहर की थर्ड पार्टी से जांच कराई जाए। स्मार्ट सिटी के कार्यों के चयन व निर्णय की प्रक्रिया में निर्वाचित जनप्रतिनिधियों की सहमति ली जाए। आनासागर की भराव क्षमता 67 एकड़ ही रखी जाए, वर्तमान में यह घटकर 34 एकड़ हो गई है, जिससे आसपास के क्षेत्रों में बरसात के दिनों में पानी भरने की समस्या पैदा हो जाएगी।
उन्होंने कहा कि पाथ-वे में एफटीएल के मानकों व वैटलैंड की स्थित का खुलेआम उल्लंघन किया जा रहा है। भट्टे वाली गली, सेंचुरी स्कूल पुष्कर रोड, जी-माॅल के पास, रीजनल काॅलेज के सामने, वृंदावन स्कूल के पीछे एवं गोविंदम समारोह स्थल के पीछे विशेष रूप से अवैध रूप से मिट्ी डालकर आनासागर को पाटा जा रहा है। इसके परकोटे में अवैध निर्माण कार्य पिछले दो-तीन वर्षों से जारी है। इसी प्रकार आनसागर के चारों ओर भू-माफियाओं द्वारा अवैध रूप से करोड़ों रूपए की जमीन पर कब्जा कर गैरकानूनी ढंग से व्यावसायिक व आवासीय निर्माण किया जा रहा है, जिससे झील का स्वरूप ही बदल गया है। उन्होंने कहा कि इसका खामियाजा बरसात के दिनों में ज्यादा भुगतना पड़ेगा। थोड़ी-सी बरसात में आनासागर भर जाने से चादर चल पड़ेगी, जिससे आनासागर से सटे कई क्षेत्रों और काॅलोनियों में पानी भरने की समस्या पैदा हो जाएगी।
उन्होंने कहा कि चैपाटी निर्माण के दौरान कहीं भी पाथ-वे में वाटर टनल नहीं छोड़ी जा रही है, जिससे बरसात का पानी आनासागर पहुंचने में बाधा आएगी। इसमें वैटलैंड का भी प्रावधान रखा गया था, जो चैपाटी के चारों ओर था, जिससे अवैध निर्माण और कब्जों को रोका जा सकता था। लेकिन भू-माफियाओं को लाभ पहुंचाने की मंशा से यह नहीं किया जा रहा है। इसी कड़ी में आनासागर में एफटीएल के वर्मा एवं डूब क्षेत्र को ध्यान में नहीं रखकर 7 वंडर्स का निर्माण कराया जा रहा है, जो झील के पेटे में किसी भी प्रकार का निर्माण किया जाना नियम विरूद्ध है।
विधायक अनिता भदेल ने कहा कि आनासागर का मूल स्वरूप बिगाड़ कर छोटा कर दिया गया है, थोड़ी-सी बरसात में ही आनासागर की चादर चलने लगेगी। इससे दक्षिण क्षेत्र के अनेक भागों और बस्तियों में बरसात का पानी भरेगा। उन्होंने कहा कि आनासागर एस्केप चैनल में खुदाई किए बिना पैंदे का निर्माण कार्य किया जा रहा है। इससे एस्केप चैनल का पानी खानपुरा ट्रीटमेंट प्लांट तक पहुंचने की बजाय चैनल में जमा रहेगा और वही पानी चैनल के आसपास के क्षेत्रों में भर जाएगा। उन्होंने कहा कि वैटलैंड के तहत छोड़ी गई जमीन से भी छेड़छाड़ की जा रही है। वैटलैंड के मूल स्वरूप से अलग हटकर 7 वंडर्स बनाए जा रहे हैं।
मेयर ब्रजलता हाड़ा ने कहा कि वे स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट कमेटी की पदेन उपाध्यक्ष हैं, लेकिन ना तो उन्हें आज तक हो रहे निर्माण कार्यों की जानकारी दी गई, ना ही किसी कार्य के लिए सहमति ली गई। उन्होंने इस बात पर आपत्ति जताई कि कलेक्टर को गुमराह कर नया बाजार स्थित पशु चिकित्सालय की जमीन मदार इंजीनियरिंग की बताई जा रही है, जबकि हकीकत में यह जमीन नगर निगम की है। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि वे उन्हें निर्माण कार्यों की जानकारी भी दें और सहमति भी लें।
डिप्टी मेयर नीरज जैन ने कहा कि स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत नोडल एजेंसी और वर्किंग एजेंसी बदल दी गई है। एग्रीमेंट किसी अन्य एजेंसी के नाम से हुआ और कार्य किसी अन्य एजेंसी को दे दिया गया। इसी प्रकार जिन ठेकेदारों ने कार्य लिए, उन्होंने यह कार्य अन्य ठेकेदारों को सबलेट कर दिए। इससे तकनीकी दक्षता नहीं रखने वाले ठेकेदार काम कर रहे हैं। इससे निर्माण कार्यों की गुणवत्ता पर सवाल खड़े हो रहे हैं। शहर भाजपा के महामंत्री व पार्षद रमेश सोनी ने कहा कि अभी आनासागर के पास सागर विहार और थर्ड सेक्टर में ही बरसात के दिनों में पानी भरता है, लेकिन आनासागर का कैचमेंट एरिया कम होने से अब आसपास के सभी क्षेत्रों में पानी भर जाएगा।
अन्त में देवनानी ने जिलाधीश को स्पष्ट चेतावनी दी की वह ज्ञापन में उठाऐं मुद्दों का समाधान शीघ्र करें अन्यथा इस विषय पर भारतीय जनता पार्टी सड़क से सदन तक संघर्ष के लिए अग्रसर होगी।

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