फादर्स डे पितृ सम्मान दिवस 20 जून 2021 पार्ट 1

j k garg
सच्चाई तो यही है कि हम अपने पापा की छत्र छाया में रह कर कब बडे और युवा हो जाते हें यह हमको मालूम ही नही हो पाता है |निसंदेह पापा पिता अब्बू डेडी ही दिन रात अपने बच्चे के लिए जीते मरते रहते हैं, उनकी हर इच्छा को पूरा करनेवाले के लिये हर सम्भव कोशिश भी करते हैं | पिता के जीवन का एक मात्र काम होता हे “अपने बेटी-बेटों को जीवन की सारी खुशियाँ देना और उन्हें एक कामयाब एवं योग्य मनुष्य बनाना”, वें अपने बच्चों की ख़ुशियों के खातिर खुद की सारी खुशियाँओ को छोड़ देते हें, खुद अभाव और तकलीफ में रह कर अपने बच्चों को सुख-सुविधाओं के समस्त साधन उपलब्ध करवातें हैं |बच्चों के लालन पालन,परवरिश,शिक्षा आदि में मां के योगदान के साथ साथ पिता का योगदान को भी भुलाया नहीं जा सकता है | वास्तिवकता तो यही है कि पिता ही बालक के लिये एक सच्चा दोस्त,पथ प्रदर्शक,गाइड, रोलमोडल एवं गुरु भी होता है|हर पिता अपने बेटे बेटियों को जीवन में आने वाली बाधाओं का सामना करने के काबिल बनाता है और उनकी शिक्षा के लिये भरपूर प्रयास करता है | पिता ही अपने बच्चों को अच्छे-बुरे का भेद समझाता है| किसी ने सही ही कहा है कि ‘पिता भगवान् के दुवारा भेजे गये धरती पर देव दूत ही होते हैं’| हमारे वेद, पुराण, दर्शनशास्त्र, स्मृतियां, महाकाव्य, उपनिषद आदि सब माता पिता की अपार महिमा के गुणगान से भरे पड़े हैं।

डा. जे.के. गर्ग

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