देवनानी ने जारी बयान में कहा कि समाज के असामाजिक तत्वों ने आमागढ़ किले में फहर रहा मीणा समाज का झंडा फाड़ दिया था। लेकिन जब किरोणीलाल मीणा अपने साथियों और समर्थकों के साथ फिर से झंडा फहराने के लिए पहुंचे, तो पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। उन्होंने कहा कि पुलिस ने यह कार्यवाही प्रदेश की कांग्रेस सरकार के इशारे पर की है, क्योंकि कांग्रेस ने हमेशा से जाति, धर्म और सम्प्रदाय के आधार पर लोगों को बांटकर राजनीति की है। कांग्रेस ने आजादी के बाद से अब तक समाजों में जहर घोलने का काम किया है।
देवनानी ने कहा कि मीणा हिन्दू थे, हैं और हमेशा हिन्दू ही रहेंगे। मीणाओं को हिन्दू नहीं मानने का कोई सवाल ही नहीं उठता है। आमागढ़ किले के मंदिर में फटा हुए झंडे की जगह किरोणीलाल मीणा ने नया झंडा चढ़ाकर कोई गुनाह नहीं किया है, क्योंकि मीनेश भगवान मीणा समाज के आराध्य देवता हैं। उन्होंने कहा कि सरकार के इशारे पर पुलिस की यह कार्यवाही निहायत गैरकानूनी और अनुचित है, इसलिए किरोणीलाल मीणा को तत्काल बिना शर्त रिहा किया जाना चाहिए।