महिलाओं के सांस्कृतिक अधिकारों को समझना एवं सशक्त करना प्रत्येक व्यक्ति का कर्त्तव्य

राजस्थान राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, जयपुर द्वारा नारी सम्मान सुरक्षा व गौरव वर्ष 2021-22 के क्रम में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण ए डी आर सेन्टर अजमेर में महिलाओं के सांस्कृतिक अधिकार विषय पर कार्यशाला का आयोजन किया गया जिसमें महिला अधिकारिता विभाग से श्री जगदीश चौधरी, सामाजिक न्याय अधिकारिता विभाग से श्री विशाल सिंह, अध्यक्ष नारी निकेतन सुश्री अदिति माहेश्वरी, स्वयं सेवी संस्थाओं के प्रतिनिधि, पैरालीगल वॉलेन्टियर्स ने भाग लिया।
इस अवसर पर श्री रामपाल जाट सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण (अपर जिला एवं सेशन न्यायाधीश), अजमेर ने बताया कि महिलाओं के अधिकारों का व्यापक रूप से सम्मान किया जाए। महिलाओं के सांस्कृतिक अधिकारों को समझना व उन्हें सशक्त करना, क्योंकि सांस्कृतिक अधिकार उनके जीवन में उन्हें नियंत्रण प्रदान करते है, जिससे अन्य अधिकारों का लाभ मिलता है। सांस्कृतिक अधिकारों के परिवर्तनकारी पहलू का एक बड़ा हिस्सा प्रकल्पित महिला एवं पुरूष की विशेषताओं और क्षमताओं को बदलने में सक्षम हो रहा है, जो एक पुरूष या एक महिला समाज में कर सकते हैं।
महिलाओं के लिए समान सांस्कृतिक अधिकारों की प्राप्ति से लिंग के पुनर्निर्माण में मदद मिलेगी जो महिलाओं की हीनता और अधीनता की धारणाओं से परे है, जिससे सामान्य रूप से उनके मानवाधिकारों के पूर्ण और समान सुख-सुविधाओं की स्थितियों में सुधार होगा जिसका उद्देश्य सांस्कृतिक अधिकारों एवं सांस्कृतिक क्षेत्र को संरक्षित रखना और बढावा देना, सभी महिलाओं की भागीदारी सुनिश्चित करना आदि है। सांस्कृतिक विरासत को बढ़ावा देने के लिए सांस्कृतिक गतिविधियों का आयोजन किया जाना चाहिए।
सचिव
जिला विधिक सेवा प्राधिकरण
(अपर जिला एवं सेषन न्यायाधीष)
अजमेर

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