रोहिंग्या मुसलमानों का ठिकाना बनता जा रहा है अजमेर-देवनानी

-आईएसआई का एजेंट दो साल तक अजमेर में भेष बदलकर रहा और पुलिस व गुप्तचर एजेंसियों को भनक तक नहीं लगी
-इससे तो यही ऐसा लगता है कि अजमेर बारूद के ढेर पर बैठा हुआ है
-देवनानी ने जताई आशंका-यदि राज्य सरकार और जिला व पुलिस प्रशासन ने जल्द ध्यान नहीं दिया, तो अजमेर भी आतंकवादी घटनाओं से अछूता नहीं रह पाएगा
-अंदरकोट, दरगाह बाजार सहित ऐसे सभी स्थानों का सर्वे कराकर अवैध रूप से रह रहे पाकिस्तानियों, बांग्लादेशियों और रोहिंग्या मुसलमानों के खिलाफ कार्यवाही की जाए

प्रो. वासुदेव देवनानी
अजमेर, 14 अक्टूबर। जिस तरह से पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के एजेंट, आतंकवादी, बांग्लादेशियों और रोहिंग्या मुसलमान अजमेर में अपना ठिकाना बनाते जा रहे हैं, उससे यह जाहिर होता है कि अजमेर बारूद के ढेर पर बैठा हुआ है। यदि राज्य सरकार और जिला व पुलिस प्रशासन ने जल्द ध्यान नहीं दिया, तो अजमेर भी आतंकवादी घटनाओं से अछूता नहीं रह पाएगा। यह आशंका वरिष्ठ भाजपा नेता, पूर्व शिक्षा राज्यमंत्री व अजमेर उत्तर के विधायक वासुदेव देवनानी ने जताई है।
गुरूवार को जारी बयान में देवनानी ने कहा, आईएसआई का एक एजेंट मोहम्मद अशरफ पीर बाबा के भेष में दो साल तक अजमेर रहकर चला गया, लेकिन अजमेर की पुलिस और प्रदेश की गुप्तचर एजेंसियों को इसकी भनक तक नहीं लगी। इससे जाहिर होता है कि अजमेर सहित प्रदेश में पुलिस और गुप्तचर एजेंसियों को किसी तरह की चिंता नहीं है और वह आरामतलबी में है। उन्होंने सवाल किया कि आखिर मोहम्मद अशरफ दो साल तक कैसे अजमेर में रहे और गुप्तचर एजेंसियों को उसका पता क्यों नहीं चला। इस तरह तो ना जाने और कितने आईएसआई एजेंट, आतंकवादी और रोहिंग्या मुसलमान भेष बदलकर अजमेर में रह रहे होंगे। इससे तो अजमेर की जनता अपने आप को असुरक्षित महसूस करने लगी है।
देवनानी ने कहा कि इसी प्रकार कुछ साल पहले कुछ आतंकवादी पुष्कर की रैकी करके चले गए थे, लेकिन पुलिस और गुप्तचर एजेंसियों को पता तक नहीं चला। आतंकवादियों के जाने के बाद पुलिस चेती, लेकिन तब पुलिस की कार्यवाही ’’सांप निकलने के बाद लाठी पीटने’’ जैसी रही। देवनानी ने राज्य सरकार, जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन से मांग की है कि अजमेर में अंदरकोट, दरगाह बाजार सहित ऐसे सभी स्थानों का सर्वे कराकर अवैध रूप से रह रहे पाकिस्तानियों, बांग्लादेशियों और रोहिंग्या मुसलमानों के खिलाफ कार्यवाही की जाए।
देवनानी ने कहा कि ऐसे लोगों को तत्काल भारत से बाहर निकाला जाए, जिससे अजमेर सहित पूरे राजस्थान और देश में शांति व सुरक्षा बनी रह सके। साथ ही जनता भी अपने आप को सुरक्षित महसूस कर सके। उन्होंने आशंका जताई कि बड़ी संख्या में दरगाह क्षेत्र में रोहिंग्या मुसलमान और बांग्लादेशी अवैध रूप से रह रहे हैं। संदेह होता है कि अजमेर में आए दिन हो रही घटनाओं में इन लोगों की भूमिका और सक्रियता हो सकती है। यदि अजमेर को पूरी तरह सुरक्षित रखना है, तो अवैध रूप से बसे लोगों को तत्काल बाहर निकालने के लिए कदम उठाने होंगे।

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