आरपीएससी:- परिवेदना दर्ज कराने युवाओं को नहीं आना पड़ेगा आयोग

पोर्टल के माध्यम से ऑनलाइन दर्ज कराई जा सकेगी परिवेदनाएं
परिवेदना की वस्तुस्थिति व कार्यवाही भी होगी ऑनलाइन

अजमेर, 30 नवम्बर। राजस्थान लोक सेवा आयोग के नवाचारों की श्रंखला में परिवेदना पोर्टल (Candidate grievance portal)भी जुड़ गया है। अब अभ्यर्थियों को संबंधित परिवेदना दर्ज कराने के लिए आयोग कार्यालय तक आने की आवश्यकता नहीं रहेगी। इससे अभ्यर्थियों के मूल्यवान समय व धन दोनों की बचत होगी। परिवेदना दर्ज कराने के साथ ही परिवेदना संख्या कम्प्यूटर के द्वारा जनरेट कर दी जाएगी। जिसके माध्यम से परिवेदना पर की गई कार्यवाही व वस्तुस्थिति की जानकारी ऑनलाइन ही प्राप्त की जा सकेगी।
आयोग अध्यक्ष डाॅ. भूपेन्द्र सिंह ने बताया कि आयोग की ओर से अभ्यर्थी परिवेदना पोर्टल (Candidate grievance portal) शुरू किया गया है। इसका लिंक आयोग की वेबसाइट www. rpsc.rajasthan.gov.in के होम पेज पर उपलब्ध करा दिया गया है। इसके माध्यम से अभ्यर्थी ऑनलाइन ही अपनी परिवेदनाएं मोबाइल व कम्प्यूटर के माध्यम से सहजता से दर्ज करा सकेंगे। आयोग द्वारा पूरी प्रक्रिया को सरल रखने का यथासंभव प्रयास किया गया है। अभ्यर्थी मात्र वांछनीय जानकारियों को प्रविष्ट कर समस्या का विवरण व संबंधित दस्तावेज पोर्टल पर दे सकेंगे।
डाॅ. सिंह ने कहा कि आयोग का लक्ष्य देश-प्रदेश के युवाओं को रोजगार के बेहतर व निष्पक्ष अवसर उपलब्ध कराना रहा है। अपनी सुस्पष्ट व दीर्घ परंपराओं के साथ आयोग इस पर पूर्ण समर्पण से कार्य करता आया है व भविष्य में भी करता रहेगा। समयानुरूप विभिन्न नवाचार आयोग के द्वारा किए जाते रहे हैं। ऑनलाइन माध्यम से आवेदन करने की सुविधा से ग्राम, ढाणी तथा दूर-दराज के क्षेत्रों में निवास कर रहे युवाओं को आवेदन करने का विश्वसनीय माध्यम प्राप्त हुआ है। इससे आयोग को प्राप्त होने वाले आवेदनों की संख्या में भी वृद्धि हुई है। इसी प्रकार सभी भर्ती परीक्षाएं शुचिता व शुद्धता के साथ संपन्न हो इसके लिए आयोग द्वारा विभिन्न प्रावधानों पर भी विचार किया जा रहा है।
उल्लेखनीय है कि डाॅ. भूपेन्द्र सिंह 14 अक्टूबर, 2020 को आयोग के अध्यक्ष पद पर नियुक्त किए गए थे। कोरोना महामारी की चुनौतियों के मध्य विभिन्न भर्ती परीक्षाओं व साक्षात्कारों का संचालन आयोग द्वारा डाॅ सिंह के नेतृत्व में सफलता पूर्वक किया गया है।

परिवेदना पोर्टल के माध्यम से आप पाएंगेः-
1. बिना आयोग कार्यालय में उपस्थित हुए कहीं से भी परिवेदना दर्ज करने की सुविधा।
2. दर्ज कराई गई परिवेदना पर आयोग द्वारा की गई कार्यवाही का विवरण।
3. परिवेदना का निर्धारित समयानुसार समयबद्ध निस्तारण।

परिवेदना के समुचित निस्तारण के लिए अभ्यर्थी ध्यान दें:-
1. परिवेदना से संबंधित सभी विवरण पूर्ण व बिन्दुवार दर्ज करें।
2. परीक्षा का नाम व ऐप्लीकेशन आइडी को सावधानी पूर्वक दर्ज करें।
3. अपना मोबाइल न.व ई-मेल आइडी अवश्य दर्ज करें। इन माध्यमों से आयोग द्वारा आपको सूचित किया जाएगा।
4. यदि पूर्व में कोई परिवाद दिया है तो उसका संदर्भ विवरण में अवश्य दें।
5. न्यायालय में विचाराधीन प्रकरण/वादों को दर्ज न करें।
6. अपने परिवाद की शिकायत संख्या का भविष्य में संदर्भ के लिए ध्यान रखें।
7. दस्तावेज 150 डीपीआई पर स्केन कर एकल पीडीएफ फाइल में ही अपलोड करें।
8. आयोग से संबंधित परिवादों पर ही आयोग द्वारा कार्यवाही किया जाना संभव है। अतः संबंधित परिवादों को हीे दर्ज करें।
9. सूचना के अधिकार (आरटीआई) के तहत आवेदन इस पोर्टल पर दर्ज न करें। आरटीआई के तहत जानकारी के लिए निर्धारित प्रक्रिया अनुसार ही आवेदन करें।

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