आरपीएससी अध्यक्ष डाॅ भूपेन्द्र सिंह को आयोग परिवार ने दी विदाई

1 दिसम्बर, 2021। राजस्थान लोक सेवा आयोग परिवार ने आयोग अध्यक्ष डाॅ भूपेन्द्र सिंह को भाव भीनी विदाई दी। 14 अक्टूबर 2020 को आयोग में आने के बाद डाॅ सिंह ने अपने 14 माह के कार्यकाल में कोरोना महामारी की चुनौतियों के मध्य विभिन्न भर्ती परीक्षाओं तथा साक्षात्कारों को सफलता पूर्वक सम्पन्न कराया। अध्यक्ष पद पर नियुक्ति छह साल या 62 वर्ष की आयु में से जो पहले हो उसके लिए होती है। एक दिसम्बर को डाॅ सिंह 62 वर्ष की आयु पूर्ण कर चुके हैं। सूचना एवं जनसंपर्क अधिकारी नवीन कुमार आनंदकर ने बताया कि आयोग परिसर में दोपहर 3.00 बजे विदाई कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस दौरान डाॅ सिंह का साफा पहनाकर, श्रीफल तथा स्मृति चिन्ह भेंट कर आयोग परिवार की और से सम्मान किया गया।

समारोह में डाॅ भूपेन्द्र सिंह ने अपने सम्बोधन में आयोग के सभी सदस्यों व कार्मिकों को धन्यवाद दिया और भविष्य में होने वाली सभी भर्ती परीक्षाओं के सफल संचालन के लिए शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि आयोग के कर्मचारियों से जो आत्मीयतापूर्ण स्नेह प्राप्त हुआ वह अविस्मरणीय रहेगा। आयोग के कर्मठ व कार्य के प्रति समर्पित कार्मिकों का समूह कम ही दृष्टिगोचर होता है। आयोग व इसके कार्मिकों की उन्नत कार्यशैली दीर्घ परंपराओं का परिणाम है। आशा है कि इसमें निरंतर संवर्धन होता रहेगा।

कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए सदस्य डाॅ शिव सिंह राठौड ने कहा कि अच्छे व्यक्ति की विदाई से सभी का मन व्यथित होता है। व्यक्ति का पद निश्चित समय के लिए होता है किंतु, व्यक्तित्व स्थाई होता है। सफलता निजता में नहीं सभी को साथ लेकर चलने के भाव में है। डाॅ.. सिंह इतने उच्च पदों पर आसीन रहने के उपरांत भी विनम्रता व सादगी के उदाहरण हैं। संस्था की बागडोर सक्षम व सही हाथों में होने पर संस्था की एक अलग ही पहचान बनती है। आयोग के अध्यक्ष रूप में कार्य को गति देने में व नवाचारों को करने में डाॅ. सिंह का उल्लेखनीय योगदान रहा है। यह आयोग की उत्कृष्ट कार्यशैली का परिणाम है कि आयोग के कार्मिकों व कार्यप्रणाली की प्रशंसा अन्य लोक सेवा आयोग के सदस्य व विशेषज्ञ भी करते रहे हैं।

आयोग के अन्य सदस्य श्रीमती राजकुमारी गुर्जर, श्री रामूराम रायका, श्री बाबूलाल कटारा व डाॅ मंजू शर्मा ने भी अपने उद्बोधन में आयोग में डाॅ सिंह के कार्यकाल के दौरान किए गए विभिन्न कार्यों का उल्लेख किया। इनमें आयोग के कामकाज की सुविधा की दृष्टि से नए ब्लाॅक का शिलान्यास, अभ्यर्थियों की सुविधार्थ परिवेदना पोर्टल एवं आयोग के संशोधित मैन्यूअल शामिल है।

सचिव श्री हरजी लाल अटल ने कहा कि डाॅ सिंह एक विशाल व उदार व्यक्तित्व के धनी हैं व इनकी प्रशासनिक दक्षता से सभी भली-भांति परिचित हैं। उन्होंने कहा कि अपने कार्यकाल में डाॅ सिंह ने समयबद्ध परीक्षा व साक्षात्कार कराने कराने पर विशेष जोर दिया। उन्होंने कहा कि डाॅ सिंह समस्त आयोग परिवार के लिए सम्बल व प्रेरणा का स्रोत बने रहेंगे।

संयुक्त सचिव श्री आशुतोष गुप्ता ने डाॅ सिंह के नेतृत्व में आयोग में किए गए नवाचारों तथा कर्मचारियों व अभ्यर्थियों की सुविधार्थ किए गए कार्यों पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि डाॅ. सिंह का दृष्टिकोण अभ्यर्थियों व कार्मिकों के प्रति सदैव मानवीय संवेदनाओं से ओतप्रोत रहा। डाॅ सिंह के नेतृत्व में आयोग द्वारा आरएएस परीक्षा, 2018 के साक्षात्कार व परिणाम जारी किए गए। इसके कुछ समय बाद ही आरएएस परीक्षा (प्रारम्भिक), 2021 का आयोजन किया गया एवं रिकार्ड 23 दिन के अंतराल में आरएएस प्री का परिणाम जारी कर मुख्य परीक्षा की तिथि भी निर्धारित की गई। एसआई सहित अन्य भर्ती परीक्षाओं व साक्षात्कारों का कोरोना गाइडलाइन की पालना करते हुए आयोजन कराना एक चुनौती थी। जिसे डाॅ. सिंह के सक्षम नेतृत्व के चलते सफलता पूर्वक पूर्ण किया गया। अध्यक्ष के तौर पर डाॅ सिंह के नवाचारों व संशोधित मानक कार्यप्रणाली के निर्माण से आयोग की कार्यदक्षता में वृद्धि होगी।

राजपत्रित अधिकारी संघ के अध्यक्ष श्री दयाकर शर्मा, मंत्रालयिक कर्मचारी संघ के अध्यक्ष श्री गोविंद सिंह राठौड़, चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी संघ की और से श्री खयाली राम ने माला पहनाकर डॉ सिंह का अभिनंदन किया।

कार्यकाल के दौरान उपलब्ध्यिाॅं
1. 16 भर्ती विज्ञापन जारी हुए
2. 70 परीक्षाओं का आयोजन किया गया।
3. 65 विभिन्न भर्तीयों के साक्षात्कार आयोजित किए गए।
4. 116 परीक्षाओं के परिणाम जारी किए गए।
5. 451 डीपीसी के माध्यम से 10788 पदोन्नतियां।
6. रूल्स एंड श्ड्यूल कोन्करेंस के 72 केसो का निपटारा।
7. 89 प्रतियोगी एवं भर्ती परीक्षाओं के सिलेबस रिवाइज्ड किए गए।
8. 8318 अभ्यर्थियों की अभिस्तावना संबंधित विभागों को भेजी गई।
9. विभिन्न परीक्षाओं की 150 माॅडल उत्तर कुंजी एवं 129 फाइनल उत्तर कुंजी
जारी की गई।
10. नवाचारों की श्रंखला में अभ्यर्थी परिवेदना पोर्टल का शुभारंभ किया गया।

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