राजस्व मंत्रालयिक कर्मियोंने बजाया आंदोलन का बिगुल

केकड़ी 06 जनवरी(पवन राठी)। राजस्थान राजस्व मंत्रालयिक कर्मचारी संघ के आव्हान पर गुरूवार को राजस्व मण्डल कार्यालय सहीत राज्य के समस्त जिला कलक्टर संभागिय आयुक्त कार्यालय, उपनिवेशन विभाग भू प्रबंध विभाग में कार्यरत सभी राजस्व मंत्रालयिक कर्मचारियों ने मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंप कर मांग की है कि शीघ्र ही संघ से वार्ता कर मांगों पर सकारात्मक निर्णय लिया जावे।
संघ के प्रदेश अध्यक्ष शम्भूसिंह राठौड़ ने बताया कि राजस्व मंत्रालयिक कर्मचारियों की 15 सूत्रीय मांगों पर सरकार द्वारा सकारात्मक निर्णय नहीं लिए जाने से राजस्व मंत्रालयिक कर्मचारियों में सरकार के प्रति रोष व्याप्त है। संघ की 15 सूत्रीय मांगों में सचिवालय के समान वेतन भत्ते व पदनाम, उपखण्ड कार्यालयों में कार्यभार के अनुपात में पदों के सृजन सहीत अतिरिक्त प्रशासनिक अधिकारी का पद सृजित करने, वित्त विभाग के मापदण्डानुसार पदोन्नति के पदों का सृजन करने, प्रत्येक जिला कलेक्टर कार्यालय में संस्थापन अधिकारी का पद सृजित करने, जिला मैन्युअल में सुधार करने , हार्ड ड्यूटी भत्ता देने व तहसीलदार की अनुपस्थिति में अतिरिक्त प्रशासनिक अधिकारी को तहसीलदार का चार्ज देने, मंत्रालयिक कर्मचारियों की एसीआर ऑनलाईन करने, पदौन्नति में कार्यानुभव में शीथिलता देते हुए नियमानुसार डीपीसी करवाने सहित 15 मांगे शामिल है।
राठौड़ ने बताया कि 7 जनवरी को राज्य में समस्त उपखण्ड व तहसील कार्यालयों में आंदोलन की सूचना दी जायेगी व 10 से 14 जनवरी तक राजस्व मण्डल, उपनिवेशन, भू प्रबन्ध , संभागीय आयुक्त, राजस्व अपील प्राधिकारी कार्यालय व समस्त जिला कलेक्टर कार्यालय सहित अधीनस्थ व उपखण्ड व तहसील कार्यालयो के राजस्व मंत्रालयिक कर्मचारी काली पट्टी बांध कर विरोध दर्ज करायेंगे।
यदि सरकार द्वारा मांगों पर सकारात्मक निर्णय नहीं लिया जाता है तो 15 जनवरी को प्रदेश स्तरीय सभा का आयोजन किया जाकर आंदोलन के आगामी चरण की घोषणा कर दी जायेगी।

error: Content is protected !!