चिरंजीवी योजना में हुआ कैंसर पीड़ित युवती का ब्रेस्ट रीकंस्ट्रेक्शन

(विशेष: विश्व कैंसर दिवस—4,फरवरी 2022)
मित्तल हॉस्पिटल के कैंसर सर्जन डॉ अर्पित जैन ने की सर्जरी

अजमेर, 2 फरवरी( )। ब्रेस्ट कैंसर पीड़ित एक युवती का मित्तल हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर, अजमेर में कैंसर रोग निदान के साथ ब्रेस्ट रीकंस्ट्रेक्शन किया गया। युवती को सर्जरी के तीन से चार दिन बाद छुट्टी दे दी गई। हॉस्पिटल के कैंसर सर्जन डॉ अर्पित जैन ने मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना अन्तर्गत यह सर्जरी की।
कैंसर सर्जन डॉ अर्पित जैन के अनुसार नवयुवतियों में ब्रेस्ट कैंसर की समस्या देश में काफी बढ़ रही है। इस रोग का समय रहते पता लगने पर पूर्ण सुरक्षित उपचार संभव है। युवती जिसका मित्तल हॉस्पिटल में ब्रेस्ट रीकंस्ट्रेक्शन किया गया उसकी उम्र 38 साल है। इतनी कम उम्र की युवती को ब्रेस्ट कैंसर जैसे गंभीर रोग से पूर्ण छुटकारा मिले और उपचार के बाद युवती का आत्मविश्वास भी बना रहे, इस विचार से रोगी के एक ब्रेस्ट में पनपी कैंसर की गांठ को पूर्ण रूप से निकालने के साथ ही साथ ब्रेस्ट रीकंस्ट्रेक्शन सर्जरी प्लान की गई। रोगी के पीठ की मांसपेशी की सहायता से यह सर्जरी हुई। हॉस्पिटल के एनेस्थीसियोलॉजिस्ट डॉ अनुराग नेल्सन का इसमें सहयोग रहा।
डॉ जैन ने बताया कि इस तरह के ऑपरेशन में ब्रेस्ट को बचाने की बहुत जटिलता होती हैं। यह स्वाभाविक तौर पर समझा जा सकता है कि युवती का एक ब्रेस्ट नहीं होने की स्थिति में सामाजिक तौर पर खुशहाल व स्वस्थ जीवनशैली के प्रति आत्मविश्वास कायम रखना कितना मुश्किल हो सकता है। उपचार के बाद भी कभी-कभी अन्य समस्याएं जैसे रीढ़ की हड्डी में थोड़ा झुकाव होने की शिकायत रह सकती हैं।
ब्रेस्ट कैंसर की जांच के तीन तरीके………..
डॉ अर्पित जैन ने बताया कि ब्रेस्ट कैंसर की जांच के तीन तरीके हैं। पहला है सेल्फ असेसमेंट, जिसमें महिलाएं स्वयं ही ब्रेस्ट को हथेलियों से जांच कर जान पाती हैं कि कहीं कोई गांठ पनप तो नहीं रही है। दूसरा किसी भी तरह का संदेह या शिकायत होने पर अपने नजदीकी डाक्टर से जांच कराई जा सकती है। तीसरा मेमोग्राफी जांच।
मित्तल हॉस्पिटल की सेवाओं में जुड़ा नया आयाम……….
निदेशक डॉ दिलीप मित्तल ने बताया कि मित्तल हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर अजमेर में ब्रेस्ट कैंसर रोग निदान के साथ ब्रेस्ट रीकंस्ट्रेक्शन सर्जरी अपने आप में एक बड़ी सफलता है। इस सर्जरी से मित्तल हॉस्पिटल की सेवाओं में एक नया आयाम जुड़ गया। इस सर्जरी का सुखद पक्ष रहा कि रोगी को कैंसर रोग से छुटकारा तो मिला ही रोगी का ब्रेस्ट भी बचाया जा सका। जिससे रोगी का आत्मविश्वास कायम रहा।
उन्होंने बताया कि मित्तल हॉस्पिटल में अत्याधुनिक चिकित्सा उपकरणों से युक्त ओटी एवं सभी सुपरस्पेशियलिटी सेवाओं में दक्ष व कुशल चिकित्सा विशेषज्ञों की टीम उपलब्ध है जो गुणवत्तापूर्ण उपचार का भरोसा बढाती है। इसके अलावा हार्ट, न्यूरो, यूरो, नेफ्रो, गैस्ट्रो, नियोनेटोलॉजी आदि सभी तरह की सुपरस्पेशियलिटी चिकित्सा सुविधाओं की उपलब्धता के कारण गंभीर अवस्था में पहुंचने वाले मरीजों को पूरी शिद्दत से संभाला जाता है। वर्तमान में कोरोना के तीसरी लहर ऑमिक्रोन के कम्यूनिटी स्प्रेड के दौर में मित्तल हॉस्पिटल पहुंचने वाले रोगियों की पूरी टीम भावना से संभाल की जा रही है। इस दौरान कोविड नियमों का पालन मरीज और परिवाजन के लिए पूर्ण रूप से अनिवार्य है।
ज्ञातव्य है कि मित्तल हॉस्पिटल केंद्र, राज्य सरकार (आरजीएचएस) व रेलवे कर्मचारियों एवं पेंशनर्स, भूतपूर्व सैनिकों (ईसीएचएस), ईएसआईसी द्वारा बीमित कर्मचारियों एवं सभी टीपीए द्वारा उपचार के लिए अधिकृत है।

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