-अजमेर अवैध बांग्लादेशियों व रोहिंग्यों की शरणस्थली।
-केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह को लिखा पत्र।
-देवनानी ने की पहचान कर इन्हें विस्थापित करने की मांग।
भाजपा नेता, पूर्व शिक्षा मंत्री एवं वर्तमान अजमेर उत्तर विधायक वासुदेव देवनानी ने दावा किया है कि राज्य सरकार की तुष्टीकरण की नीति के चलते सम्राट पृथ्वीराज चैहान की नगरी अजमेर बांग्लादेशियों व रोहिंग्यों शरणार्थियों की शरणस्थली बनती जा रही है। देवनानी ने केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह को लिखे पत्र में इसका जिक्र किया है। पत्र के माध्यम से देवनानी ने गृहमंत्री शाह से अजमेर में बांग्लादेशियों व रोहिंग्यों की पहचान कर उन्हें विस्थापित करने की माॅग तक की है।
देवनानी ने कहा कि पिछले सवा 3 सालों में प्रदेश में कांग्रेस सरकार द्वारा जमकर मुस्लिम तुष्टीकरण को पुष्पित व पल्वित किया गया जिसका खमियाजा पूरे प्रदेश को भुगतना पड रहा है। मुस्लिम तुष्टीकरण के चलते अजमेर बांग्लादेशियों व रोहिंग्यों की अहम शरणस्थली बन चुका है। धीरे-धीरे अराष्ट्रीय तत्वों एवं गतिविधियों का केन्द्र बनता जा रहा है।
देवनानी ने पत्र में लिखा है कि अजमेर उत्तर विधान सभा क्षेत्र स्थित पहाड़ी क्षेत्र जिसका बड़ा भाग वन क्षेत्र के अधीन भी आता है, उस क्षेत्र में पिछले लम्बे समय से अतिक्रमण करके बांग्लादेशी एवं रोहिंग्य शरणार्थियों ने अवैध रूप से मकान बना लिये है। अजमेर में अन्दरकोट, भाटाबाव, दरगाह सम्पर्क सड़क, तारागढ, चैरसियावास, नौसर, रातीडांग आदि पहाड़ी क्षेत्रों सहित शहर के दर्जनों स्थानों पर सैकडों बीघा जमीन में बांग्लादेशी एवं रोहिंग्यों लोगों की बसावट हो चुकी है। समय रहते इस समस्या पर ध्यान नहीं दिया गया तो एक दिन यह समस्या अजमेर सहित पूरे प्रदेश के लिए नासूर बन जाएगी। विषय की गंभीरता को देखते हुए केन्द्र सरकार की ओर से विशेष सर्चिंग अभियान चलाने एवं बांग्लादेशियों एवं रोहिंग्यों को प्रदेश से बाहर निकालने की सख्त आवश्यकता महसूस हो रही है। देवनानी ने गृहमंत्री शाह से अजमेर में बांग्लादेशियों व रोहिंग्यों की पहचान करने एवं उन्हें विस्थापित करने हेतु कठोर कदम उठाने की मांग की है।