देवनानी ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को लिखे पत्र में कहा है कि चैहान राजवंश के राजा अजयराज द्वारा स्थापित ऐतिहासिक नगरी अजमेर पर्यटन, कला एवं सांस्कृतिक दृष्टि से आज भी अपना महत्वपूर्ण स्थान रखती है। इतिहास साक्षी है कि सम्राट पृथ्वीराज चैहान और उनके पूर्वजों ने तारागढ़ पहाड़ी की चोटी पर बनाए ऐतिहासिक किले से न केवल कुशलतापूर्वक सुशासन किया, बल्कि कला, संस्कृति और सामाजिक विकास में भी महत्ती भूमिका निभाई। तारागढ़ का किला 600 सालों तक देश के शासन, व्यापार और सामरिक महत्व का केन्द्र रहा। किले की स्थापत्य एवं निर्माण कला को देखकर तो देश के नामी वास्तुविद भी अचरज जताते हैं। किले के महत्व को देखते हुए प्रतिदिन हजारों की संख्या में देशी-विदेशी सैलानियों का यहां आना-जाना रहता है, लेकिन प्रशासन की लापरवाही एवं मिलीभगत के चलते किले के आस-पास असामाजिक तत्वों का जमावड़ा लगा रहता है। सैलानियों के साथ लूटपाट, छेडछाड़ इत्यादि घटनाएं आए दिन घटित हो रही हैं। प्रशासन की ओर से कार्रवाई के अभाव में असामाजिक तत्वों के हौंसले बुलंद हैं। अराष्ट्रीय तत्वों का जमावड़ा एवं घुसपैठ जोरों पर है। किला भ्रमण को आने वाले सैलानियों की स्थाई सुरक्षा का विषय महत्वपूर्ण है।
देवनानी ने कहा कि सम्पर्क सड़क पर सीआरपीएफ चैकी अथवा आर्मी कैम्प स्थापित करने से इस गंभीर समस्या का स्थाई समाधान संभव है। इस क्षेत्र में अराष्ट्रीय गतिविधियों पर अंकुश लग सकेगा, साथ ही देशी-विदेशी सैलानियों के साथ आए दिन होने वाली घटनाओं पर भी लगाम लग सकेगी। ऐसा होने से वे निर्भय होकर किले का भ्रमण कर सकेंगे। देवनानी ने शाह से सैलानियों की सुरक्षा को देखते हुए तारागढ़ किले (अजमेर) में सम्पर्क सड़क पर सीआरपीएफ चैकी अथवा आर्मी कैम्प स्थापित करने की दिशा में सकारात्मक कदम उठाने पर जोर दिया है।