-उत्सव के दौरान पाॅंच अलग-अलग मार्ग से निकलेगी ‘चलो लेह-लद्धाख’ नामक पाॅंच सिंधु दर्शन यात्रा।
-इच्छुक कर सकेंगे यात्रा का आॅनलाइन रजिस्ट्रेशन।
-देशभर में सिंधु यात्रा की तैयारियां जोरों पर, पाॅंच हजार यात्रियों का लक्ष्य।
सिंधु दर्शन यात्रा केन्द्रीय आयोजन समिति के सदस्य पूर्व शिक्षा मंत्री एवं अजमेर उत्तर विधायक वासुदेव देवनानी ने बताया कि इस भक्तिपूर्ण, उत्साहजनक और अपने आप में रोमांच से भरी हिन्दू व बौद्ध समन्वय की परिचायक सिंधु दर्शन यात्रा का यह 26वां वर्ष है। यात्रा के दौरान सांस्कृतिक, धार्मिक तथा राष्ट्रीय एकता के कार्यक्रमों के साथ-साथ सिंधु स्थान, पवित्र बहिराणा साहित्य, प्रकृति का अनुपम सौंदर्य, मन को छू लेने वाले प्राकृतिक दृश्य व कुछ ऐतिहासिक स्थानों को देखने का मौका मिलता है। आजादी के 75वी वर्षगांठ पर अमृत महोत्सव का सिन्धु उत्सव के तहत देशभक्ति आधारित कार्यक्रम भी किए जाएंगे।
सिंधु दर्शन यात्रा की जानकारी देते हुए देवनानी ने बताया कि कुल पाॅंच यात्राएं निकाली जाएगी जिसमें से एक हवाई एवं चार सडक मार्ग द्वारा होगी। पहली यात्रा हवाई मार्ग द्वारा 23 से 27 जून तक दिल्ली-लेह-दिल्ली होती हुई सम्पन्न होगी। दूसरी यात्रा सडक मार्ग द्वारा 19 से 29 जून तक चण्डीगढ-मनाली-लेह-चण्डीगढ, तीसरी यात्रा 18 से 29 जून तक जम्मू-लेह-जम्मू, चैथी यात्रा 18 से 30 जून तक जम्मू-लेह-मनाली-चण्डीगढ और पाॅचवीं यात्रा 19 से 30 जून तक चण्डीगढ-मनाली-लेह-जम्मू होती हुई निकलेगी। देशभर में सिंधु दर्शन यात्रा को लेकर काफी उत्साह है। यात्रा की तैयारियां जोरों पर की जा रही है। इस बार सिंधु दर्शन यात्रा में देशभर से पाॅंच हजार यात्री शामिल करने का लक्ष्य रखा है।