व्यर्थ बह रहा जल –प्रशासन बना हुवा तमाशबीन

केकड़ी 15 मई (पवन राठी)पानी बचाओ के नारे देनेवाला प्रशासन ही जब कुम्भकर्णी निद्रा में लीन हो तो पानी बचाओ के नारे भी बेमानी लगने लगते है ।
कस्बे के बस स्टैंड से शनि मंदिर तक कि पाइप लाइन अनेक स्थानों से गल चुकी है जिससे पानी निकल कर व्यर्थ ही सड़क पर बहकर सड़क को भी नुकसान हो रहा है।अनेक स्थानों पर सड़क पर गड्ढे बनकर दुर्घटनाओं को न्योता देते नजर आ रहे है।
इस पुरानी पाइप लाइन की ना तो जलदाय विभाग सुध ले रहा है और ना ही उपखंड प्रशासन लगता है दोनो ही कुम्भकर्णी निद्रा में लीन है।
एक और इस भीषण गर्मी में लोग पानी को तरस रहे है दूसरी और वंही अनमोल जल विभागीय कारिंदों की घोर उदासीनता एवम लापरवाही के कारण व्यर्थ बर्बाद हो रहा है और सड़कों को नुकसान पंहुचाकर हादसों के होने की प्रतीक्षारत में है।यह आलम विगत कई दिनों से जारी है फिर भी जलदाय विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों के कानों पर अभी तक जूं नही रेंग पाई है।

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