तेयुप कांकरोली का शपथ ग्रहण और दायित्व बोध कार्यशाला का सफल आयोजन हुआ

कांकरोली । प्रज्ञा विहार तेरापंथ भवन युग प्रदान आचार्य श्री महाश्रमण जी की सुशिष्या साध्वी श्री मंजुयशा जी के पावन सान्निष्य “”तेयुप कांकरोली द्वारा शपथ ग्रहण” एवं दायित्व बोध कार्यशाला आयोजित हुई। तेयुप के निर्वतमान अध्यक्ष श्री धनेन्द्र जी मेहता एवं मनीष पगारिया दोनों ने जैन संस्कार विधी द्वारा विधिवत तौर तेयुप के नव निर्वाचित अध्यक्ष श्री निखिल कच्छारा, मंत्री दिव्यांश कच्छारा,कोषाध्यक्ष रितेश टुकलिया आदि पुरी कार्यकारिणी टीम को शपथ ग्रहण करवाई। सभी सदस्यों ने पूरे संकल्प के साथ नियम निभाने की शपथ ग्रहण की ।

कार्यक्रम का प्रारंभ श्री प्रवीण पगारिया व श्री ललित बाफना के विजय गीत के मंगल संगान से हुआ। तेयुप अध्यक्ष श्री निखिल कच्छारा ने मुख्य अतिथियों का पूरी युवा टीम की ओर से हार्दिक स्वागत किया। श्रावक निष्ठा पत्र का वाचन मेवाड़ कान्फ्रेस के महामंत्री श्री भूपेन्द्रजी चौरडिया ने किया। मुख्य वक्ता युवा गौरव ‘श्री पद्मचंदजी पटावरी ने” दायित्व बोध कार्यशाला के वक्तव्य में कहा – व्यक्ति परिवार में, समाज में, संस्था में एवं संघ से रहता है उसको अपने दायित्व का बोध होना चाहिए। संस्था व समाज हमारे परिवार की तरह होते हैं। वह हमारा घर है। उसको हम विकासशील कैसे बनाएं। हम सभी तेरापंथ संघ के अनुयायी है। तेरापंथ एक आचार, एक विचार और एक आचार्य की कुशल अनुशासना में पूरा धर्म संघ आध्यात्मि विकास कर रहा है। हम संस्था के प्रति जागरूक रहे। आपसी सामञ्जस्य पूर्वक कार्य करें । संस्था सबकी होती है इसके विकास में सबका योगदान रहे।
साध्वी श्रीजी ने कहा आज का विषय युवाओं के कर्तबोधक जगाने का हैं। हर युवा परिवार, समाज, संस्था एवं संघ के प्रति अपना कर्तव्यबोध जगाए। संस्था का हर कार्यकर्ता आचार संपन्न हो । संघ संघपति के प्रति आस्थावान एवं समर्पण भावना रखें। आज युवको में जोश तो है किन्तु अपने होश को भूल रहे हैं। जीवन की तीन अवस्थाओं में सबसे शक्तिशाली अवस्था युवा अवस्था है। इस अवस्था में व्यक्ति जोश होश एवं संकल्प बद्ध होकर अपने कार्य मे पूर्ण सफलता प्राप्त कर सकता है। वह केवल परिवार तक ही सीमित न रहे सामाजिक, धार्मिक क्षेत्र में भी आगे आए। अपनी उदार भावना, सेवा भावना , कर्मठता से अपने प्रखर व्यक्तित्व की सही पहचान बनाए साध्वी श्री जी ने एक प्रेरणास्पद गीत का सामूहिक संगान करके सबका अपना कर्तव्य बोध दायित्व बोध जागृत करने की प्रबल प्रेरणा दी।

इस अवसर साध्वी चिन्मय प्रभा ने अपने विचारो की अभिव्यक्ति दी साध्वी इंद्रप्रभा जी, चारु प्रभा जी, साध्वी चिन्मया प्रभा जी, साध्वी चिन्मय प्रभा जी ने एक समधुर गीत का संगान किया । तेयुप की ओर से आगन्तुक अतिथियों का सम्मान किया गया।
इस दौरान सभा अध्यक्ष प्रकाश जी सोनी, सुरेश जी कच्छारा,नवीन जी चोरडिया,देवेंद्र जी कच्छारा,अशोक जी डूंगरवाल , भीकम जी कोठारी,राजेन्द्र जैन,विकास जी बाबेल, राकेश जी डांगी,शैलेश जी चोरडिया,लविश जी मादरेचा,जिनेश जी सामरा,महिला मंडल अध्यक्षा इंद्रा जी पगारिया, मंत्री मनीषा जी कच्छारा, पूर्व अध्यक्ष मंजू जी दक, आदि उपस्थित थे।

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