किशोर कुमार के गीतों से दी यादगार स्वरांजली

मैं लौट आऊंगा तुम यूं ही बुलाते रहना
विश्व संगीत दिवस पर इंडिया इंटरनेशनल म्यूजिक लवर्स सोसायटी के सदस्यों ने किशोर कुमार के गीतों से दी यादगार स्वरांजली
अजमेर ।
विश्व संगीत दिवस पर इंडिया इंटरनेशनल म्यूजिक लवर्स सोसायटी के सदस्यों ने किशोर कुमार के अमर गीतों से
स्वरांजली कार्यक्रम को यादगार बना दिया ।
मिले सुर मेरा तुम्हारा की अनवरत कड़ी में सांस्कृतिक प्रभारी प्रणय नंदी जी के निर्देशन और कमिटी सदस्य मोहम्मद हनीफ ,दयाल प्रियानी के सहयोग से
गायकों ने एक से बढ़कर एक गीत सुनाकर तालियां बटोरी ।

गानों में कहीं राजेश खन्ना की मस्ती थी । ये जो मोहब्बत है ये उनका है काम, आते जाते खुबसुरत आवारा सड़को पर, जैसे गीतों में जय जय शिव शंकर की भांग घुली हुई मस्ती थी , तो कहीं अमिताभ बच्चन के पग घुंघरू बांध मीरा नाची थी, तो कुछ गीतों में पल पल दिल के पास तुम रहती हो में धर्मेंद्र का और खिलते हैं गुल यहां में शशि कपूर का रोमांस भी नजर आया ।
हमें और जीने की चाहत न होती,फूलों के रंग से दिल की कलम से रूमानी गीत भी सुनने को मिले । युगल गीतों में एक मैं और एक तू, मै तेरे प्यार में पागल, शोखियों में घोला जाए फूलों का शबाब, क्या यही प्यार है, अपने प्यार के सपने सच हुए , भूल गया सब कुछ जैसे मदमस्त गाने सुनने को मिले।
गायकों ने आ चल के तुझे मैं ले के चलूं , जीवन के दिन छोटे सही और जीवन से न हार जीने वाले, ये जीवन है इस जीवन का जैसे मोटिवेशनल गाने सुनाए तो मंजिले अपनी जगह हैं रास्ते अपनी जगह और मेरे महबूब कयामत होगी, चिंगारी कोई भड़के तो सावन उसे बुझाए जैसे गाने सुनाकर माहोल को गमगीन बना दिया । भोले ओ भोले , सारा जमाना हसीनों का दीवाना, पल भर के लिए कोई हमें प्यार कर ले, जहां चार यार मिल जाए
से माहोल फिर खुशनुमा हुआ और लोग नाचने थिरकने लगे ।

संस्थापक मुख्य संरक्षक डॉ लाल थदानी ने संचालन करते हुए चुटीले संवादों से हंसाया । धर्मेंद्र श्रीवास, महेश लौंगानी, और गोपेंद्र राठौड़ ने व्यवस्था संभाली । डॉ सतीश शर्मा,भारती नंदी और निर्मल परिहार ने आगुंतकों का स्वागत किया , मंजू चैनानी ने कार्यक्रम को सोशल मीडिया पर लाइव प्रस्तुति दी । नए सदस्यों में लता केशव , गुलाब वर्मा, मनीषा सक्सेना, हरीश कौशिक, कमल शर्मा , पूनम , रजनी, किशन बदलानी, फ्रेंकलिन , फैजान,शकील कमरजहां , दलबीर सिंह के साथ राजेंद्र दाधीच, नवीन भार्गव, प्रकाश जेठरा, प्रकाश पंवार और झमटानी , रजनीश मैसी, उषा मित्तल, लता शर्मा, रश्मि मिश्रा, पुष्पा क्षेत्र, नीरज श्रीवास्तव , वंदना मिश्रा, चतुर्भुज ,शंकर, आदि की उम्दा गायकी रही ।

अंत में मैं लौट आऊंगा तुम यूं ही बुलाते रहना, चलते चलते मेरे ये गीत याद रखना के कोरस गीत और अल्पाहार से महासचिव कुंज बिहारी लाल द्वारा दिवाली मिलन पर मिलने की घोषणा के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ ।

डॉ लाल थदानी
8005529714

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