अजमेर उत्तर से सिंधी को कांग्रेस टिकट दिये जाने की मांग

सिंधी जागृति मंच ने कांग्रेस पार्टी के पदाधिकारियों को लिखे पत्र

अजमेर 27 जुलाई। सिंधी जागृति मंच, अजमेर राजस्थान ने कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडगे, महामंत्री के. सी. वेणु गोपाल, राजस्थान प्रभारी सुखजिंदर रंघावा, प्रदेशाध्यक्ष गोविन्द सिंह डोडासरा, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलेट को पत्र लिख कर आगामी विधानसभा चुनाव में अजमेर उत्तर विधानसभा क्षेत्र (100) में किसी स्थानीय प्रतिष्ठित व्यक्ति को कांग्रेस का टिकट देने की मांग की है।
पत्र में लिखा है कि अजमेर उत्तर, जो 2008 से पहले पश्चिम विधानसभा क्षेत्र था, में आजादी के बाद से ही दोनों ही दल सिंधी दावेदार को टिकट देते थे। कांग्रेस पार्टी ने 2008 के बाद सिंधी समाज के व्यक्ति को टिकट नहीं दिया, इसके परिणाम स्वरूप सिंधी समाज लामबद्ध हो कर उत्तर व दक्षिण विधानसभा क्षेत्र में भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशियों को जीताता आ रहा है। सिंधी जागृति मंच यह मांग करता है कि कांग्रेस पार्टी 2023 के चुनाव में 2008 से पूर्व की तरह परम्परागत तरीके से सिंधी समाज के स्थानीय व्यक्ति को ही कांग्रेस से प्रत्याशी बनाए।
पत्र में सात बातें लिखी गई है। प्रथम आजादी के बाद 1956 से पूर्व अजमेर अपने आप में एक राज्य था, विधानसभा अजमेर उत्तर परिसीमन 2007 से पहले अजमेर पश्चिम थी, 1956 में राजस्थान विलय के बाद से 2018 चुनाव तक सिंधी प्रत्याशी ही जीतता आया है। 2008 में परिसीमन के बाद कांग्रेस ने गैर सिंधी का प्रयोग किया परन्तु अजमेर की दोनों सीटो ंपर सिधी समाज की एकजुटता से भारतीय जनता पार्टी को विजयश्री मिली है।
द्वितीय,ऐसा नहीं है कि भारतीय जनता पार्टी का ही प्रत्याशी विजयी रहा हो, उसकी जानकारी इस प्रकार हैः- 1957 श्री अर्जुुनदास (निर्दलीय), 1962 श्री पोहूमल (कांग्रेस), 1967 श्री भगवानदास शास्त्री (जनसंघ), 1972 श्री किशन मोटवानी (कांग्रेस), 1977 श्री नवलराय बच्चानी (जनता पार्टी), 1980 श्री भगवान दास शास्त्री (भाजपा), 1985 श्री किशन मोटवानी (कांग्रेस), 1990 श्री हरीश झामनानी (भाजपा), 1993 व 1998 श्री किशन मोटवानी (कांग्रेस), उपचुनाव 2002 श्री नानकराम जगतराय (कांग्रेस), 2004 श्री वासुदेव देवनानी (भाजपा) व 2008 के परिसीमन के बाद समाज की एकजुटता के कारण 2008, 2013 व 2018 में कांग्रेस द्वारा गैर सिंधी प्रत्याशी उतारने के कारण श्री वासुदेव देवनानी ने जीत हासिल की।
तृतीय, सिंधी समाज के अजमेर जिलें में डेढ लाख मतदाता ळे, जो विधानसभा के अलावा लोकसभा में भी अपना वोट एकमुश्त डाल रहा है।
चौथा, अजमेर उत्तर विधानसभा क्षेत्र में हाल लगभग 2 लाख 45 हजार मतदाता हैं जिसमें सिन्धी 48 हजार हैं। दक्षिण विधानसभा क्षेत्र में लगभग 42 हजार सिंधी मतदाता है।
पांचवां, कांग्रेस ने लगातार तीसरी बार अजमेर उत्तर से गैर सिन्धी को टिकट दिया, जिसकी वजह से सिन्धी समाज में रोष व्याप्त हो गया। परिणाम यह हुआ कि न केवल अजमेर उत्तर व दक्षिण अपितु जोधपुर की सूरसागर, पाली, भीलवाड़ा शहर, उदयपुर शहर और सांगानेर जयपुर, इन सात विधानसभा सीटों पर कांग्रेस के प्रति रोष उत्पन्न होने की वजह से इन सभी सीटों पर कांग्रेस को लगातार तीसरी बार पराजय का मुंह देखना पड़ा।
छठा, अजमेर जिले में सत्ता व संगठन में हर स्तर पर बैठे जनप्रतिनिधि सिंधी समाज से न होकर अन्य समाजों से है। सांसद, विधायक, नगर निगम, अजमेर विकास प्राधिकरण व सरकार के सभी तरह के बोर्डो में दूसरी जातियों के लोग बैठे है। सिन्धी समाज ने कभी भी इन पदों पर न कभी ऐतराज किया और न ही अधिकार जताने की कोशिश की। सिंधी समाज हमेशा केवल इस विधानसभा क्षेत्र से प्रत्याशी पाकर संतुष्ट रहा है।
सतवां, सिंधु जागृति मंच समाज की प्रतिनिधि संस्था है, जिससे सिंधी समाज का हर वर्ग जुडा है। यह मंच अजमेर जिले में काम करने वाली हर सिंधी संस्था का प्रतिनिधित्व करता है।
पत्र के अतः में समाज द्वारा यह कहा गया है कि 2008 से पूर्व वर्षाे से चली आ रही पंरपरा को निभाते हुए इस सीट पर एक बार फिर कांग्र्रेस पार्टी से सिंधी समाज के ही व्यक्ति को प्रत्याशी बनाया जाए।

भगवान कलवानी गिरधर तेजवानी हरी चन्दनानी हरीश वरियानी
9829180127 7742067000 9649750811 9928000222
समन्वयक, सिन्धु जागृति मंच

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