व्यावसायिक शिक्षिको ने विधानसभा स्पीकर देवनानी को बताई अपनी पीड़ा

*बिना शिक्षक के पढ़ाए परीक्षा देंगे हेल्थकेयर विधार्थी*
*शिक्षकों का 9 माह से अधिक वेतन बकाया*

विधार्थियो को हुनर देकर रोजगार स्वरोजगार देने वाले हेल्थ केयर शिक्षक खुद बेरोजगार है एवं कार्यरत शिक्षकों को 9 माह से बिना वेतन नहीं मिला है।
आज जन सुनवाई के दौरान व्यावसायिक शिक्षको ने अपनी पीड़ा विधानसभा स्पीकर वासुदेव देवनानी को बता इसके निराकरण की मांग करी।
व्यावसायिक शिक्षक अलग अलग एजेंसियो के माध्यम से सरकारी विद्यालयों में नियुक्त है आईआईऐसडी व आईसीए सहित अनेक अनेक एजेंसीयां शिक्षकों से कार्य करवाकर भुगतान नहीं कर रही है इसकी शिकायत ज़ब शिक्षा अधिकारीयों को करी तो उन्होंने अपना कर्मचारी नहीं बताकर पल्ला झाड लेते है वहीं सरकार व एजेंसियो के मध्य करार होता है जिसमे समयानुसार भुगतान करने की प्रक्रिया है परन्तु पुरे राजस्थान में एजेंसिया शिक्षकों का शोषण करती आई है।
व्यावसायिक शिक्षकों ने व्यावसायिक शिक्षा को शोषणकारी एजेंसियो से मुक्त कर विभाग में समायोजित करने या हरियाणा मॉडल लागु करने की मांग रखी।
देवनानी ने व्यावसायिक शिक्षकों की समस्या सुलझाने का आश्वासन दिया एवं शिक्षा को नई शिक्षा नीति में व्यावसायिक शिक्षा को महत्वपूर्ण बताया और कक्षा 6 से व्यावसायिक शिक्षा लागु होने की बात कही।
इस दौरान प्रशांत डांगी दीपक वैष्णव तरुण जादम,कौशल सुईवाल मंजीत आमोद अभिजीत कमल पंकज मेघवाल सहित अनेक व्यावसायिक प्रशिक्षक उपस्थित रहे।

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