मासूम की मौत से नशे के कारोबार का खुलासा

अजमेर। 10 साल के मासूम शाकिर की संदिग्ध मौत ने एक बार फिर अजमेर में पनप रहे नशे के कारोबार के घातक परिणामों का खुलासा किया हैं। मासूम शाकिर की लाश शुक्रवार सुबह ऋषि घाटी इलाके में मिली थी। परिजन का आरोप है कि उसकी मौत के पीछे नशे के उन कारोबारियों का हाथ है, जो पहले मासूम बच्चों को नशे की लत लगाते हैं और बाद में उन बच्चों का उपयोग आपराधिक वारदातों में करते है। लाखन कोटड़ी इलाके में रहने वाले शेख सलीम का 10 साल का मासूम बेटा कल रात अपने कुछ दोस्तों के साथ घर से रवाना हुआ था। घर वाले पूरी रात उसका इन्तजार करते रहे, लेकिन वो नहीं आया। सुबह पुलिस ने सलीम को घर पर फोन कर इस बात की जानकारी दी कि उसके बेटे शाकिर की लाश ऋषि घाटी से बरामद हुई है। शाकिर की मौत के बाद जब उसके परिजन ने जुबान खोली तो मासूम बच्चो को नशे की लत की आदी बनाकर उन्हें अपराध की दुनिया में धकेले जाने के मामले का खुलासा हुआ। मृतक शाकिर की बहन परवीन की माने तो शाकिर लम्बे समय से इलाके के नशे के कारोबारी विजय के जाल में फंसा हुआ था। विजय ने ही उसे नशे की लत लगाई थी और फिर अपराध की दुनिया में धकेला था। शाकिर विजय के सम्पर्क में आने के बाद से ही चोरी और जेबतराशी जेसी वारदातों को अंजाम देने लगा था। कल रात भी शाकिर को विजय और आमिर नाम का लड़का अपने साथ ले कर गए थे। पुलिस ने परिजन के आरोप के बाद इस पूरे मामले में अपनी जांच की दिशा नशे के कारोबारियों पर केन्द्रित कर दी है। शाकिर की लाश के पोस्टमार्टम में भी इस बात का खुलासा हुआ है कि वो इंक व्हाइटनर के नशे का आदी था।
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