“समावेशी शिक्षा: एक विश्लेषण”

जन विकास समिति वाराणसी एवं राजस्थान महिला कल्याण मंडल द्वारा संचालित समुदाय आधारित पुनर्वास कार्यक्रम के तहत आज ” रिंग दा बेल” कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसके अंतर्गत राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय कायड़ । व श्री साईं इंटरनेशनल सेकेंडरी स्कूल कायड़ रोड़ अजमेर में किया गया ।कार्यक्रम में दोनों स्कूलों में लगभग 900 बच्चे एवं शिक्षकों ने भाग लिया ।
राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय कायड़ में कार्यक्रम का शुभारंभ प्रधानाचार्य मधु गुप्ता व सरपंच शिवराज गुर्जर के द्वारा रिंग द बेल एक्टिविटी की शुरुआत करवाई उसके पश्चात को मॉनिटरिंग ट्रेनिंग कोऑर्डिनेटर श्रेया तिवारी द्वारा समावेशी शिक्षा का महत्व एवं समावेशित गतिविधियां करवाई गई तथा उनका करवाने के पीछे उद्देश्य बताया गया साथ ही समस्त बच्चों को विशेष बच्चों का सहयोग करना एवं सम्मान करना की शपथ दिलाई गई अंत में प्रधानाचार्य मधु गुप्ता ने समस्त कार्यकर्ताओं का धन्यवाद दिया।
उसके पश्चात श्री साइन इंटरनेशनल सेकेंडरी स्कूल कायड़ रोड में प्रधानाचार्य टीना सुमन जोधा द्वारा कार्यकर्ताओं का स्वागत किया गया सभी बच्चों के साथ बैलून. सिटी. तालिया .से रिंग दा बैल गतिविधियों का आयोजन किया गया । साथ समावेशित खेलकूद गतिविधियों का आयोजन किया गया जिसमें बच्चों से मेमोरी गेम कहानी कविता आदि से समावेशित वातावरण बनाने का प्रयास किया गया। स्कूल में बच्चों के साथ समावेशित खेलकूद गतिविधियों के माध्यम से कार्यक्रम का आयोजन किया गया विपुल कवरिया व देवाराम गुर्जर द्वारा समावेशित शिक्षा का महत्व बताया गया तथा समस्त बच्चों एवं शिक्षकों को समावेशित शिक्षा को बढ़ावा देने हेतु शपथ दिलाई गई एवं कार्यक्रम का समापन किया गया कार्यक्रम में प्रधानाचार्य टीना सुमन जोधा सीबीआर कार्यकर्ता.देवाराम गुर्जर. विपुल कवरिया. मॉनिटरिंग ट्रेनिंग कोऑर्डिनेटर आदि का महत्वपूर्ण सहयोग रहा

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