प्रतिष्ठा में,
जिलाधीश महोदय,
अजमेर
विषय:-अजमेर शहर की विभिन्न समस्याओं के संबंध में
मान्यवर,
उपरोक्त विषय में आपका समय-समय पर संस्था की ओर से ध्यान आकर्षित करते हुए समाधान हेतु पत्राचार किया गया है इस विषय पर पूर्व में भी एक पत्र दिनांक 20 जनवरी 2025 को लिखा गया था जिसमें आपसे निवेदन किया गया था कि संबंधित विभागों को उचित निर्देश देकर समस्याओं से जूझ रहे आमजन को राहत दिलाने का प्रबंध करें। गैर राजनीतिक एवं सामाजिक सरोकारों को समर्पित संस्था द्वारा लिखे गए पत्र के संबंध में एक प्रतिलिपि माननीय जिला पुलिस अधीक्षक को भी प्रेषित की गई थी, जिसमें उनके विभाग से संदर्भित बिंदु उठाए गए थे बड़े आश्चर्य के साथ लिखना पड़ रहा है कि इस संदर्भ में गंज थाना के प्रभारी द्वारा महासचिव को फोन पर बुलवाकर बयान दर्ज कराए गए जो नीतिगत नहीं लगते हैं।
इसी क्रम में एक बार पुनः आपका बिंदु बार ध्यान आकर्षित करते हुए उनके समाधान हेतु लिखा गया है।
1. स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के अंतर्गत शहर के विभिन्न चौराहों पर यातायात को नियंत्रित करने हेतु ट्रैफिक लाइट्स लगाई गई परंतु इनमें से अधिकांश चलन में नहीं है कुछ चौराहों पर यदा-कदा यह लाइट जलती नजर आती है।
इंडिया मोटर सर्किल सेंट पॉल स्कूल जवाहर रंगमंच सावित्री कॉलेज चौराहा गांधी भवन इत्यादि महत्वपूर्ण चौराहों पर ट्रैफिक लाइट्स का संचालन यदि शीघ्र करवाया जाए एवं पुलिस को निर्देशित किया जाए कि वाहनों को ज़ेबरा क्रॉसिंग के अंदर रोका जाए। नियम उल्लंघन पर ऐसे वाहनों का चालान भी किया जाए।
2. शहर की विभिन्न सड़कों पर तकनीकी रूप से स्पीड ब्रेकर नहीं बनाए गए हैं जिससे यातायात पर विपरीत प्रभाव पड़ता है एवं दुर्घटनाओं की भी आशंका बनी रहती है एलिवेटेड रोड के ऊपर क्रॉसिंग पर जो स्पीड ब्रेकर है वह भी तकनीकी रूप से सही नहीं है इस मार्ग पर 40 स्पीड तय की गई थी परंतु वाहन बिना किसी गति अवरोध के दौड़ते रहते हैं। एलिवेटेड रोड पर भी पुलिस निगरानी होनी चाहिए।
3. शहर की विभिन्न आवासीय कॉलोनी में घरों के बाहर वाहन पार्क करने से सामान्य जीवन प्रभावित होता है तथा पैदल चलने वालों के लिए स्थान उपलब्ध नहीं रहता। इस संदर्भ में भी एक व्यापक अभियान छेड़ कर आमजन को नियमों की जानकारी दी जाए। इस विषय पर आपका ध्यान फिर से माननीय उच्च न्यायालय के आदेश दिनांक 29.03.2012 (2033/2012) की और आकर्षित किया जाता है जिसमें स्पष्ट लेख है कि ऐसे वाहनों को समझाइए से हटाया जाए अथवा जप्त किया जाए।
4. सड़कों पर पैदल चलने वालों के लिए फुटपाथों की कमी अथवा उन पर अतिक्रमण एक आम समस्या बनी रहती है इस हेतु नगर निगम एवं पुलिस विभाग यदि संयुक्त रूप से कार्रवाई करें तो इस समस्या से बाहर निकलना संभव होगा।
5. रात्रि के समय सड़कों पर अधिकांश वाहन हाई बीम पर चलते हैं जिससे दुर्घटनाओं की संभावनाएं बनी रहती है यह एक कानूनी अपराध भी है इस संदर्भ में पुलिस विभाग से उचित कार्रवाई की अपेक्षा है।
6. वाहनों पर अपना नाम लिखना अपने विभाग का नाम लिखना एवं अन्य तरह से अपनी पहचान दिखाने हेतु उपयोग करना न्याय उचित नहीं है इस संदर्भ में परिवहन एवं पुलिस विभाग संयुक्त रूप से कार्यवाही करते हुए ऐसे वाहनों का चालान किया जाना अपेक्षित है।
7. एलिवेटेड रोड के नीचे वाहनों की गैर कानूनी पार्किंग से सुरक्षित यातायात में व्यवधान हेतु सुझाव है कि जयपुर एवं अन्य बडे़ शहरों की तर्ज पर एक रैलिंग के माध्यम से पार्किंग/डिवाईडर बनाकर रोका जा सकता है तथा इससे लेन क्रासिंग से भी बचाव संभव होगा तथा सड़क दुर्घटनाओं की आशंकाओं से बचा जा सकता है।
मान्यवर इसी क्रम में आपसे पुन अनुरोध है की अन्य समस्याओं के साथ-साथ उपरोक्त समस्याओं पर विचार विमर्श करते हुए संबंधित विभागों को निर्देशित करने का श्रम करें ताकि आम नागरिक अपने आप को सुरक्षित समझ सके।
शुभकामनाओं सहित
अशोक बेजल विनीत लोहिया एच एम जैन
कार्यकारी अध्यक्ष महासचिव अध्यक्ष