शीतलनाथ मंदिर में प्रतिमाओं की प्रतिष्ठा

प्रतिष्ठा विधान कराते ख्याति प्राप्त विधिकारक जिनशासन रत्न मनोजकुमार हरण।

पाश्र्वनाथ पंचकल्याणक विधान का मंचन करते बाल युवा मंच उज्जैन के कलाकार।

प्रतिष्ठा महोत्सव के दौरान आयोजित धर्मसभा में मौजूद श्रद्धालु

मंदिर के शिखर पर पुष्पवृष्टि करता मानव रहित हैलिकॉप्टर।

केकड़ी/ पीयूष राठी/ आचार्य विजय वारिषेण सूरीश्वर महाराज ने कहा कि पूर्व जन्म में किए गए शुभ कर्मो का उदय होने पर ही व्यक्ति सुकृत का उपयोग कर परमात्मा की प्रतिमा को प्रतिष्ठित कर सकता है। आचार्यश्री बुधवार को श्री जैन श्वेताम्बर तपागच्छ संघ के तत्वावधान में आयोजित अंजनशलाका एवं प्रतिष्ठा महोत्सव के दौरान अस्थल मोहल्ला स्थित शीतलनाथ मंदिर परिसर में आयोजित धर्मसभा में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि महान पुण्यशाली आत्मा का जीव परमात्म भक्ति का लाभ उठाता है। धर्मसभा को सम्बोधित करते हुए ख्याति प्राप्त विधिकारक जिनशासन रत्न मनोज कुमार हरण ने कहा कि केकड़ी संघ का बरसों पुराना सपना आज साकार हो गया। व्यक्ति जीवन में पैसा तो बहुत कमाता है, लेकिन प्रबल पुण्योदय होने पर ही व्यक्ति स्वयं का, संघ का व शासन का नाम रोशन कर मुक्ति पंथ का गामी बनता है। धर्मसभा के दौरान प्रतिष्ठा महोत्सव का चढ़ावा लेने वाले लाभार्थियों, बाहर से पधारने वाले संघ प्रमुखों एवं विभिन्न आयोजनों में सहयोग करने वाले भाग्यशालियों का श्रीसंघ की ओर से बहुमान किया गया। इस मौके पर सरवाड़, सावर, मालपुरा, जोतायां, खीरियां, फतहगढ़, बोराड़ा, सराणा, सोकलिया, सदारा, पाली, अलवर, जयपुर, जोधपुर, कोटा, देवली, प्रान्हेड़ा, धनोप, जूनियां, कादेड़ा, शाहपुरा, भीलवाड़ा, अजमेर, ब्यावर, किशनगढ़ सहित अन्य जगहों से आए समाजबन्धु मौजूद थे। संचालन रिखब धम्माणी ने किया। दोपहर में मंदिर परिसर में अष्टोत्तरी शांति स्नात्र पूजन का आयोजन किया गया।
धूमधाम से हुई प्रतिमाओं की प्रतिष्ठा-
धर्मसभा से पूर्व ऊं पुण्याहं-पुण्याहं, ऊं प्रियंताम-प्रियंताम व शीतलनाथ के जयकारों के बीच केकड़ी में अस्थल मोहल्ला स्थित शीतलनाथ मंदिर में प्रतिमाओं की प्रतिष्ठा का आयोजन किया गया। बुधवार को प्रात: शुभ मुहूर्त में आचार्य विजय वारिषेण सूरी महाराज, आचार्य विजय विनय सेन सूरी महाराज, प्रवर्तक वज्रसेन विजय महाराज, मुनि वल्लभसेन विजय महाराज, साध्वी प्रगुणा एवं साध्वी प्रेरणा के पावन सानिध्य तथा ख्याति प्राप्त विधिकारक एवं मार्गदर्शक मनोज कुमार हरण तथा मालेगांव के पंडित शांतिभाई के दिशा निर्देशन में प्रतिमाओं को प्रतिष्ठित कराया गया। इस दौरान मंदिर के शिखर पर कलश एवं कायमी ध्वजा चढ़ाई गई। प्रतिमाओं की प्रतिष्ठा के दौरान मंदिर के शिखर पर मानव रहित हैलिकॉप्टर से की गई पुष्पवर्षा सबके आकर्षण का केन्द्र रही।
पाश्र्वनाथ पंचकल्याण विधान का भव्य आयोजन-
अंजनशलाका एवं प्रतिष्ठा महोत्सव के दौरान रात्रि में बाल युवा मंच उज्जैन के कलाकारों ने पाश्र्वनाथ पंचकल्याण विधान का सजीव व जीवंत मंचन कर उपस्थित दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। ध्वनि, लाईट व म्यूजिक के अद्भुत संयोजन ने कार्यक्रम की शोभा में चार चांद लगा दिए। संघ अध्यक्ष विजय कोठारी ने बताया कि गुरूवार को सुबह शुभ मुहूर्त में मंदिर के द्वारोद्घाटन के साथ महोत्सव का समापन होगा।

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