निलंबित एसपी मीणा 13 तक जेल में

अजमेर। पुलिस थानों से मंथली वसूलने के आरोपी अजमेर के निलम्बित एसपी राजेश मीणा और बिचौलिये रामदेव ठठेरा को एसीबी ने गुरुवार को अदालत में पेश किया। अदालत ने दोनों को एक बार फिर से आगामी 13 फरवरी तक न्यायिक हिरासत में रखने के आदेश दिए हैं। इस मामले में ब्यूरो ने अजमेर के निलंबित अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक लोकेश सोनवाल सहित 12 थानाधिकारियों को भी नामजद किया है। बताया जा रहा है कि एसीबी द्वारा तैयार किये गए चालान में समाजवादी पार्टी के स्थानीय नेता हेमंत जैन और एक अन्य व्यापारी राजकुमार सिंह का नाम भी शामिल किया गया है।  पुलिस थानों से मंथली वसूलने के आरोपी निलम्बित एसपी राजेश मीणा के खिलाफ  एसीबी को कई पुख्ता सबूत मिले है। एसीबी द्वारा ट्रेस किये गए फोन कॉल से इस बात का भी खुलासा हुआ है कि एसपी राजेश मीणा और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक लोकेश सोनवाल अपने पद का दुरुपयोग करते हुए हैड कांस्टेबल, एएसआई और एसआई के ट्रांसफर के नाम पर भी रिश्वत वसूला करते थे। एसीबी ने इस मामले में उन 12 थानाधिकारियों के नाम भी मुकदमे में शुमार किये हैं, जिनके नामों की पर्चियां एसीबी को एसपी के दलाल रामदेव ठठेरा से बरामद हुई थी। माना जा रहा है कि इन थानाधिकारियों की भी जल्द गिरफ्तारी हो सकती है। वहीं इस मामले में मुख्य आरोपियों में शुमार अजमेर के तत्कालीन अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक लोकेश सोनवाल अभी तक भी एसीबी और पुलिस की गिरफ्त से दूर है। भूमिगत हो चुके सोनवाल का कोई भी सुराग लगा पाने में पुलिस को सफलता हाथ नहीं लग पा रही है। वहीं निलम्बित हो चुके इन आईपीएस अधिकारियों के अजमेर में आवासों पर आज भी इन्हीं के नाम की पट्टिका लगी हुई है। शहर में बाहर से आने वाले लोगों को आज भी यही जानकारी मिलती है कि अजमेर के एसपी राजेश मीणा हैं और एएसपी लोकेश सोनवाल।

error: Content is protected !!