अजमेर/ भारतीय जनता पार्टी अल्पसंख्यक मोर्चो के प्रदेश उपाध्यक्ष सैयद इब्राहीम फखर और शहर अध्यक्ष शफी बख्श ने संयुक्त विज्ञप्ति जारी कर कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता शकील अहमद के इस बयान की कडे़ शब्दों में निन्दा की है] जिसमें उन्होंने लौह पुरूष कहे जाने वाले भारत के पूर्व उपप्रधानमंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता श्री लालकृष्ण आडवानी को पद लोलुप्ता के लालच में पाकिस्तान से भारत आना बताया है] जो कि पूर्णतः निराधार है और ऐसा बयान शकील अहमद इटली से भारत आयी सोनिया गांधी के इशारों पर दे रहे हैं। इस तरह का ब्यान देकर शकील अहमद स्वतंत्रता के पश्चात पाक से भारत आये ना केवल लालकृष्ण आडवानी बल्कि समस्त हिन्दुओं का अपमान कर रहे हैं/ उनको ज्ञात होना चाहिऐ कि भारत के प्रधानमंत्री डॉ.मनमोहन सिंह और पूर्व प्रधानमंत्री इन्द्रकुमार गुजराल और फिल्मी हस्तीयों में राजकपूर देवआनन्द, दिलीप कुमार सरिखे नामचीन लोग स्वतंत्रता के पश्चात भारत आये हैं उससे पहले उनके परिवार पाक में ही निवास करते थे। तो क्या यह सब लोग किसी लालच में भारत आये हैं ? तो प्रधानमंत्री मनमोहन ंिसंह को भी प्रधानमंत्री के पद का त्याग कर देना चाहिए, क्यों कि वो भी उन विस्थापितों में शामिल है।
फखर ने कहा कि ऐसे बयान देकर कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया गांधी जानबूझकर देश के लोगों का ध्यान देश में व्याप्त भ्रष्टाचार और मंहगाई से हटाना चाहती हैं। जिस कारण कभी सुशील कुमार शिंदे और कभी शकील अहमद इस तरह के अनाप-शनाप बयान देते फिरते है। शकील अहमद को अपने इस बयान के लिए ना केवल श्री आडवानी, भाजपा बल्कि देश की जनता से माफी मांगना चाहिऐ।