मुख्यमंत्री का धौलपुर जिले में जगह जगह हुआ भव्य स्वागत

जयपुर । मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सड़क मार्ग से धौलपुर जिले का दौरा कर आधा दर्जन जन सभाओं को सम्बोधित किया। जन सभाओं में भारी जन सैलाब उमड़ा। उन्होंने बरैठा, मनियां, धौलपुर,बाड़ी सरमथुरा, एवं सैपउ में जन सभाओं को सम्बोधित किया। मुख्यमंत्राी के जिले में आगमन पर भव्य स्वागत हुआ लोगों ने जगह जगह तोरणद्वार बनाकर मुख्यमंत्राी का ढोल नगाड़ोंके साथ माला , साफा पहनाकर जोर दार स्वागत किया। जन सभाओं एवं स्वागत स्थलों पर सांेनिया गंाधी एवं गहलोत की जय जय कार के नारे गूंजे । मुख्यमंत्राी का बरैठा, मनियां , धौलपुर, आठ मील, नयापुरा, मत्सूरा, खानपुर मीणा, आंगई, चिलाचौद, बरौली, सरमथुरा,नादनपुर, खनपुरा, अर्जुनपुरा,बसेड़ी सलेमपुर, ममोधन, सैपउ आदि स्थानों पर स्वागत किया गया। मुख्यमंत्री ने 132 के. वी जी एस एस के लोकार्पण समारोह के बाद उपस्थित ग्रामीणों से  त्मीयता से मिलकर उनकी फसल एवं सरकार की योजनाओं के बारे में जानकारी ली इस दौरान एक वृद्ध महिला की गोद में बैठे नन्हे बालक को ख्यमंत्राी ने बड़े स्नेह से माला पहनायी जिस पर वृद्धा की खुशी का ठिकाना नही रहा।

मुख्यमंत्री ने दिखाया स्नेह
जिले में जगह जगह एकत्रित लोगों से ज्ञापन लिये और पूरी आत्मीयता के साथ उनकी मंाग एवं
समस्याओं के बारे में सुनवाई कर कार्यवाही करने का आश्वासन दिया। मुख्यमंत्री ने सुनी समस्याएं

मुख्यमंत्री  ने किया हिन्दी साहित्य समिति का अवलोकन

जयपुर। मुख्यमंत्री  अशोक गहलोत ने गुरूवार की देर रात भरतपुर की ऐतिहासिक श्री हिन्दी साहित्य समिति का अवलोकन किया। यह समिति अपना शताब्दी वर्ष मना रही है। इस अवसर पर उन्होंने दुर्लभ एवं हस्तलिखित प्राचीन ग्रन्थों व पुस्तकों को देखा और उनके संबंध में गहरी रूचि के साथ जानकारी प्राप्त की। उन्होंने शोध कक्षों का निरीक्षण करने के साथ ही विगत सौ वर्षों में समिति में आये देश के विशिष्टजनों के नामों वाली पट्टिका का भी अवलोकन किया । इस अवसर पर उन्हें समिति के भविष्य में प्रभावी संचालन की दृष्टि से आर्थिक सहायता दिलाये जाने के संबंध में ज्ञापन भी प्रस्तुत किया गया जिस पर उन्होंने शीध्र ही सहानुभूतिपूर्वक विचार करने का भरोसा दिलाया। प्रारम्भ में समिति के अध्यक्ष श्री मोहन बल्लभ शर्मा , सचिव राजेन्द्र अग्रवाल एवं मोहन लाल मधुकर सहित समिति के पदाधिकारियों ने मुख्यमंत्री का भव्य स्वागत किया।

राज्य के सीमावर्ती इलाकों में हुआ चहुंमुखी विकास

जयपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा है कि सरकार ने विगत चार वर्षो में भरतपुर सहित राज्य के सभी सीमावर्ती जिलों में चहुॅमुखी विकास के संगठित प्रयास किये हैं, परिणामतः अब ये जिले भी विकास की दौड़ में आगे हैं। मुख्यमंत्राी शुक्रवार को भरतपुर जिला मुख्यालय पर नगर सुधार न्यास द्वारा पांच करोड़ रुपये की लागत से करीब एक हजार व्यक्तियों के बैठने की क्षमता वाले नवनिर्मित ऑडिटोरियम का विधिवत लोकार्पण कर बड़ी संख्या में उपस्थित जनसमुदाय को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि भरतपुर में शानदार ऑडिटोरियम के निर्माण से यहां की कला, संस्कृति और साहित्य का संरक्षण एवं संवर्धन होगा। उन्होंने कहा कि सरकार ने आमजन के उत्थान और सभी क्षेत्रों के सर्वांगीण विकास के लिये अनेक योजनाएं संचालित की हैं किन्तु आवश्यक है कि जनप्रतिनिधि इन योजनाओं का अधिकाधिक लाभ आम व्यक्ति को दिलाने में सहयोग करें। उन्होंने कहा कि राज्य में ग्रामीण बीपीएल आवास योजनान्तर्गत 10 लाख निर्धन ग्रामीणों के पक्के आवास का सपना पूर्ण किया जा रहा है और अब शहरी क्षेत्रों के भी एक लाख चयनित परिवारों को पक्के आवास के लिये 50-50
हजार रुपये का अनुदान दिया जायेगा। उन्होंने कहा कि राजस्थान देश का पहला राज्य है जहां सभी चिकित्सा संस्थानों में निःशुल्क दवाइयां वितरित की जा रही हैं और पशुओं को भी निःशुल्क दवा की व्यवस्था प्रारंभ की जा चुकी है जिससे गरीबों व पशुपालकों को सीधा लाभ मिलने लगा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में आगामी 7 अप्रैल से चिकित्सा संस्थानों में सभी प्रकार की जांचे निःशुल्क की जायेंगी और आगे चलकर सामुदायिक एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर भी यह व्यवस्था की जायेगी। उन्होंने कहा कि जननी शिशु सुरक्षा योजना के प्रान्त में प्रभावी क्रियान्वयन के सकारात्मक परिणाम आने लगे हैं और राज्य में मातृ व शिशु मृत्यु दर में कमी आई है। उन्होंने कहा कि प्रान्त में 38 लाख निर्धन परिवारों को सिर्फ दो रुपये प्रति किलो की दर पर गेहूं उपलब्ध कराया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार शिक्षा को बढ़ावा देने के लिये 165 करोड़ रुपये व्यय कर प्रतिभावान 56 हजार छात्रा छात्राओं को लैपटॉप उपलब्ध करायेगी वहीं उच्च शिक्षा के लिये मेरिट में आने वाले एक लाख छात्रा छात्राओं को 500 रुपये प्रतिमाह, पांच वर्ष तक छात्रावृत्ति देने की अभिनव योजना प्रारंभ की गई है। यही नहीं सरकार ने अपने वादे के अनुसार शिक्षा व पुलिस आदि विभागों में 1 लाख 36 हजार बेरोजगारों को सरकारी नौकरी दी है वहीं 1 लाख 4 हजार अन्य भर्तियां प्रक्रियाधीन हैं। उन्होंने कहा कि 150 करोड़ रुपये व्यय कर कम पढे़ बेरोजगारों के कौशल विकास हेतु 66 प्रशिक्षण केन्द्र निर्धारित किये गये हैं। मुख्यमंत्री श्री गहलोत ने कहा कि चम्बल जल एवं गोवर्धन ड्रेन परियोजना के माध्यम से विश्वविख्यात केवलादेव उद्यान के लिये पानी की स्थायी व्यवस्था हो जाने से न केवल इस उद्यान का अस्तित्व बचा है अपितु यहां का होटल व्यवसाय भी पुनः चल निकला है। उन्होंने कहा कि भरतपुर में फूड प्रोसेसिंग सेन्टर की स्थापना का कार्य भी प्रगति पर है जिससे बड़ी संख्या में प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रोजगार के अवसर बढें़गे और फल सब्जियों के उत्पादन को बढ़ावा मिलेगा जिन पर तरह-तरह के नवीनतम शोघ भी हो सकेंगे। उन्होंने कहा कि ब्रज विश्वविद्यालय के लिये जमीन अधिग्रहण की कार्रवाई शीघ्र प्रारंभ कर विश्वविद्यालय शीघ्र प्रारंभ कराया जायेगा। साथ ही निजी सहभागिता से मेडिकल कॉलेज की स्थापना भी शीघ्र हो सकेगी। उन्होंने कहा कि दो रेल ओवर ब्रिज का निर्माण भी शीघ्र पूर्ण हो जायेगा। जिले के रुपवास आदि में अनेक क्षतिग्रस्त सड़कों के सुदृढ़ीकरण के कार्य हाथ में लिये गये हैं और भरतपुर से अलवर बनने वाले मेगा हाईवे के टेण्डर आदि कराये गये हैं जिनका कार्य भी शीघ्र प्रारंभ होगा। जलदाय, ऊर्जा और सूचना एवं जन सम्पर्क मंत्राी डा.जितेन्द्र सिंह की अध्यक्षता में आयोजित ऑडिटोरियम लोकार्पण समारोह में पूर्व सांसद श्री विश्वेन्द्र सिंह ने ऑडिटोरियम एवं चम्बल जल को मुख्यमंत्राी द्वारा दी गई विशेष सौगात बताई कहा कि चार वर्ष पूर्व जहां भरतपुर का विकास राज्य के नक्शे से ओझल था वहीं विगत चार वर्षो में जिले में हुए सर्वांगीण विकास से पुनः यह जिला राजस्थान के नक्शे में नजर आने लगा है। उन्होंने ओलांे से फसलों को हुए नुकसान का मुआवजा शीघ्र दिलाने और जिले में पानी व बिजली की सुचारु व्यवस्था करने की आवश्यकता पर भी जोर दिया। प्रारंभ में सांसद श्री रतन सिंह ने कहा कि विगत चार वर्षों में जिले में विभिन्न विभागों क्रे माध्यम से करीब पांच हजार करोड़ रुपये की लागत के विकास कार्य कराये गये हैं। अभी भी साढ़े तीन सौ करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं पर कार्य हो रहा है। उन्होंने चम्बल जल को जिले के लिये विशेष सौगात  बताते हुए कहा कि जिले में विश्वविद्यालय और मेडिकल कॉलेज की स्थापना से शिक्षा का समुचित वातावरण बनेगा और यह जिला भी अन्य संभागीय जिलों से विकास की दृष्टि से पीछे नहीं रहेगा। समारोह में जिला प्रमुख श्रीमती लीलावती, राज्य डांग क्षेत्रा विकास बोर्ड अध्यक्ष डा. सत्यनारायण सिंह, पशुधन विकास बोर्ड अध्यक्ष श्री बृजेन्द्रसिंह सूपा, बीस सूत्राी कार्यक्रम के जिला उपाध्यक्ष श्री हरीसिंह कुम्हेर आदि भी विशिष्ट अतिथि के रुप में उपस्थित थे। समारोह में संभागीय आयुक्त श्री मधुकर गुप्ता,पुलिस महानिरीक्षक श्री आनन्द श्रीवास्तव, जिला कलक्टर एवं न्यास अध्यक्ष श्री जीपी शुक्ला एवं पुलिस अधीक्षक श्री अंशुमन भोमिया सहित अन्य जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।

देश को शहीदों एवं सैनिकों पर गर्व

जयपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा है कि हमें देश की रक्षा करने वाले सैनिकों एवं दुश्मन से लोहा लेते समय वीरगति को प्राप्त होने वाले शहीदों पर गर्व है। ऐसे सैनिकों अथवा शहीदों के परिजनों के कल्याण के लिये सरकार विभिन्न योजनाओं के माध्यम से निरन्तर प्रयास कर रही है। श्री गहलोत शुक्रवार को भरतपुर के लोहगढ स्टेडियम में सेना द्वारा आयोजित आर्मी मेला के उद्घाटन के बाद पूर्व सैनिकों ,वीरांगनाओं एवं शहीदों के परिजनों व आमलोगों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि
सीमाओं पर रक्षा के दौरान होने वाले शहीदों के परिजनों को भी गर्व है कि उनके पुत्रा ने देश रक्षा के लिये
बलिदान दिया है और यह बलिदान की भावना उनकी आगामी पीढ़ी को भी मार्गदर्शित करती है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने पूर्व सैनिकों के कल्याण एवं सेवा के बाद रोजगार प्रदान करने के लिये ’’राजस्थान एक्स सर्विस मैन कॉरपोरेशन’’ का गठन किया है जिसके लिये पांच करोड़ रुपये की राशि प्रदान की गई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि भरतपुर में सेना भर्ती केन्द्र खोलने की स्वीकृति जारी कर दी जायेगी। उन्होंने कहा कि सेवानिवृत सैनिकों के लिये स्वरोजगार उपलब्ध कराने के लिये राज्य सरकार ने अनेक योजनाऐं प्रारम्भ कर रखी हैं जिनका पूर्व सैनिकों द्वारा लाभ लिया जाना चाहिये। उन्होंने बताया कि द्वितीय विश्व युद्ध के शहीदों की विधवाओं को पेंशन राशि बढ़ाकर तीन हजार रूपये कर दी गई है ताकि वे अपने परिवार का बेहतर तरीके से पालन पोषण कर सकें। इस अवसर पर सेना के दक्षिणी-पश्चिमी कमान के लै. जनरल ज्ञानभूषण ने कहा कि राजस्थान वीरों की भूमि रहा है और यहां के सैनिकों ने देश रक्षा के लिये अपने प्राणों की बाजी भी लगाई है। उन्होंने बताया कि पूर्व सैनिकों की समस्याओं के समाधान के लिये ’’आर्मी’’ मेले का आयोजन किया गया है जिसमें उनकी पेंशन, चिकित्सा एवं अन्य समस्याओं का हर सम्भव मौके पर ही निराकरण किया जायेगा। उन्होंने बताया कि भरतपुर  में शीघ्र सेना भर्ती रैली आयोजित की जायेगी ताकि इस क्षेत्रा के नौजवान सेना में शामिल होकर देश रक्षा में भागीदारी निभा सकें। उन्होंने बताया कि भरतपुर में पूर्व सैनिकों को रियायती दर पर आवश्यक सामग्री उपलब्ध कराने के लिये अतिरिक्त कैन्टीन खोलने पर भी विचार किया जा रहा है। उन्होंने राज्य सरकार से सेवाओं में पूर्व सैनिकों का कोटा बढ़ाने, सैनिकों एवं पूर्व सैनिकों के बालक-बालिकाओं को अध्ययन के लिये छात्रावास प्रारम्भ करने की आवश्यकता भी प्रतिपादित की। इस अवसर पर उन्होंने भरतपुर के सैनिक विश्राम गृह की मरम्मत के लिये सैनिक कल्याण अधिकारी को 50 हजार रूपये की सहायता राशि भी प्रदान की। कार्यक्रम में सेवानिवृत कर्नल हरिसिंह ने कहा कि भरतपुर में सैना भर्ती कार्यालय खोलने , छात्रा-छात्राओं के अध्ययन के लिये छात्रावास के लिए निशुल्क भूमि उपलब्ध कराने आदि की मांग की । प्रारम्भ में ब्रिगेडियर रणजीत सिंह ने सभी का स्वागत करते हुये आर्मी मेले के उद्श्यों की जानकारी दी। इस अवसर पर गहलोत ने निःशक्त पूर्व सैनिकों को तीन पहिये वाला स्कूटर व अन्य सामग्री वितरित की । कार्यक्रम में सेना के जवानों ने हैलीकॉप्टर, मोटरसाईकिल, ग्लाईराइडिंग के साहसी करतब भी दिखाये।
कार्यक्रम में ऊर्जा मंत्राी डॉ. जितेन्द्र सिंह , सांसद श्री रतन सिंह सहित सेना के अधिकारी एवं गणमान्य
नागरिक उपस्थित थे। दो दिवसीय आर्मी मेला शनिवार को आमलोगों के लिये खुला रहेगा जो मेले में लगे युद्ध रक्षक उपकरणों का अवलोकन कर सकेंगे।

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