भारी विरोध के बीच पाक प्रधानमंत्री ने की जियारत

pak pm 1pak pm 2pak pm 3pak pm 5pak pm 6pak pm 7pak pm 5pak pm 10pak pm 11pak pm 9अजमेर। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री राजा परवेज अशरफ ने भारी विरोध के बीच अजमेर में प्रसिद्ध सूफी संत ख्वाजा मोईनुद्दीन हसन चिश्ती की दरगाह की जियारत की और उनके पवित्र मजार पर अपनी अकीदत के फूल पेश किये।
पाक प्रधानमंत्री अपरान्ह लगभग 4.10 बजे दरगाह पहुंचे और आस्ताना शरीफ में मखमली चादर चढ़ाई। उनके साथ इनकी बेगम तथा पुत्र, पुत्रियां, दामाद, पुत्र वधु, भाई एवं अन्य पारिवारिक सदस्य थे। उन्होंने लगभग 15 मिनट तक आस्थाने शरीफ में रह कर दुआ मांगी और फातहा पढ़ा। उन्होंने पवित्र मजार शरीफ को भी चूमा। पाक प्रधानमंत्री ने अंजुमन कमेटी द्वारा उनके किये गये इस्तकबाल के बाद अन्जुमन के रजिस्टर में लिखा कि मेरी और मेरे खानदान की खुशबख्ती है कि मुझे ख्वाजा गरीब नवाज के दरबार की चौखट चूमने का शर्फ हासिल हुआ है। ख्वाजा गरीब नवाज सुल्ताने हिन्द आपका शुक्रिया। उन्होंने पूरी दुनिया व अपने देश में अमन व खुशहाली के लिए भी दुआ की। पाक प्रधानमंत्री को खादिम बिलाल चिश्ती ने जियारत कराई व दस्तारबन्दी की। अशरफ ने अपने दुआगो बिलाल चिश्ती को बतौर नजराना बंद लिफाफा दिया। देग में भी बंद लिफाफे में ही नजराना डाला। अंजुमन कमेटी के सचिव वाहिद अंगारा ने दुआ की, अभिनंदन पत्र पढ़ा तथा तबर्रुख भेंट किया। बुलन्द दरवाजे पर दरगाह कमेटी की ओर से दस्तारबंदी की गई। दरगाह नाजिम मोहम्मद अफजल ने पाक पीएम की दस्तारबंदी कर उन्हें तलवार भेंट की। महफिल खाने की सीढिय़ों पर दुआ की गई तथा उन्होंने अपने परिवारजनों के साथ फोटो खिंचवाई। पाक प्रधानमंत्री के दरगाह पहुंचने पर नगाड़े व शहनाई बजाई गई। उन्होंने बडी देग को भी देखा।
इससे पहले पाकिस्तान के प्रधानमंत्री राजा परवेज अशरफ का घूघरा हेलीपेड पहुंचने पर संभागीय आयुक्त श्रीमती किरण सोनी गुप्ता एवं पुलिस महानिरीक्षक अनिल पालीवाल ने गुलदस्ता भेंट कर स्वागत किया। इस अवसर पर जिला कलक्टर वैभव गालरिया, पुलिस अधीक्षक गौरव श्रीवास्तव, मुख्य कार्यकारी अधिकारी सी.आर.मीना, जिला रसद अधिकारी किशोर कुमार, भारतीय प्रशासनिक सेवा के प्रशिक्षु अधिकारी अभिमन्यु सिंह, उपनिबंधक श्रीमती प्रिया भार्गव, प्रोटोकॉल अधिकारी श्रीमती सुनीता डागा, संयुक्त निदेशक डॉ. वी.के.माथुर, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. लक्ष्मण हरचंदानी, अधीक्षण अभियंता एम.डी.छंगाणी, उपनिदेशक जी.डी.गंगवाल सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे। जयपुर से इंडियन एयरफोर्स के तीन हैलीकॉप्टर्स में पाक पीएम परवेज अशरफ और उनके परिवार सहित 48 लोगों का दल घूघरा हैलीपेड से दरगाह की ओर रवाना हुआ। पाक प्रधानमंत्री के विरोध को देखते हुए जिला प्रशासन ने ऐन वक्त पर कारकैड के रूट को बदल दिया। दरगाह के निजाम गेट पर कारकैड के पहुंचते ही जिला प्रशासन ने पाक डेलिगेशन का इस्तकबाल किया। पाक पीएम के लिए निजाम गेट से आस्ताने तक रेड कारपेट बिछाई गयी।
राजा परवेज अशरफ की अजमेर जियारत मात्र 35 मिनट की रही मगर इस यात्रा को शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न कराने के लिए जिला और पुलिस प्रशासन के पसीने निकल गये। यात्रा का विरोध कर रहे हिन्दूवादी संगठनों व वकिलों सहित आम लोगों ने पुलिस के आईजी अनिल पालिवाल, एसपी गौरव श्रीवास्तव से लेकर बाहर से बुलाये गये 1200 जवानों के पसीने छुड़ा दिये। लोग सड़कों पर उतर आए और अशरफ को कांले झंडे दिखाए। वकीलों द्वारा पूर्व घोषित विरोध प्रदर्शन को दबाने के लिए पुलिस ने बल प्रयोग कर प्रदर्शनकारियों को खदेडा। कुछ को बस में भर कर पुलिस लाइन भेज दिया गया तो कुछ पुलिस के डंडे खाकर अस्पताल भी पहुंच गये। पाक दूतावास से आये डेलिगेशन को शहर जिला भाजपा की मंत्री वनिता जैमन, पार्षद भारती श्रीवास्तव और पूर्व पार्षद दीपक जीनगर ने निजाम गेट पर अपने मरहूम भारतीय सैनिकों के सिर लौटाने की मांग करते हुए पाक अधिकारियों को जमकर खरी-खोटी सुनाई। हालांकि बाद में पुलिस ने अपनी ड्यूटी पूरी करते हुए विरेाध प्रदर्शन करने के आरोप में उन्हें हिरासत में लेकर क्रिश्चियगंज थाने पहुंचा दिया। लगभग 2 बजे से आधे शहर में कफ्र्यू जैसा माहौल हो गया। चप्पे-चप्पे पर खाकी वर्दी ही नजर आने लगी। आम जनजीवन पूरी तरह से प्रभावित हो गया। फव्वारा सर्किल से लेकर दरगाह के निजाम गेट तक सड़क के दोनों ओर बहुमंजिला इमारातों में रहने वाले लोगों को उनके घरों में ही कैद कर दिया गया। सुरक्षा ऐसी की परिंदा भी पर नही मार सके।
दरगाह से पाकिस्तान के प्रधानमंत्री और उनके साथ आये दल के निकलते ही दरगाह बाजार के दुकानदारों ने अपनी अपनी दुकानें खोल लीं और सड़क को धोना शुरू कर दिया। इस काम में भाजपा उत्तर के विधायक वासुदेव देवनानी ने हाथों में झाडू लेकर सड़क धोई।
जियारत कर लौटने पर पाक प्रधानमंत्री राजा परवेज अशरफ को संभागीय आयुक्त श्रीमती किरण सोनी गुप्ता एवं जिला कलक्टर श्री वैभव गालरिया ने विदाई दी।

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