75 लाख के आभूषण चोरी

Chori beawar
ब्यावर में ज्वैलर्स की दुकान में चोरी की बाद जांच करने पहुंची पुलिस

ब्यावर। शहर में सक्रिय चोरों ने एक बार फिर पुलिस गश्त को चुनौती देते हुए लाखों रुपए के आभूषण पर हाथ साफ किया है। शहर के सनातन स्कूल मार्ग स्थित एक सर्राफ की दुकान से बीती रात चोर एक किलो वजनी सोने व करीब दो किलो से अधिक चांदी के जेवर व नगीने चुराकर ले गए हैं। जबकि चांदी से बनी भगवान की मूर्तियां मौके पर ही छोड़ गए। वर्मा ज्वैलरी मार्ट में चोरी हुए माल की कीमत करीब 75 लाख रुपए बताई गई है।
चोरी की भनक लगते ही लोग बड़ी संख्या में दुकान के बार एकत्र हो गए। पुलिस उपअधीक्षक गोपीसिंह शेखावत, प्रशिक्षु आरपीएस वनिता शर्मा व शहर थाना प्रभारी भगवत सिंह राठौड़ ने घटना स्थल का बारिकी से जायजा लिया। प्रारंभिक जांच में चोरों के छत के रास्ते दुकान तक पहुंचने की बात सामने आई है। दुकान के शटर व रेलिंग पर लगे ताले यथावत मिले। वारदात गंभीर होने पर अजमेर से आई एफएसएल की टीम ने साक्ष्य जुटाते हुए मौके से फिंगर प्रिंट उठाए।
पुलिस के अनुसार सनातन स्कूल मार्ग स्थित वर्मा ज्वैलरी मार्ट के मालिक दिलीप वर्मा ने शुक्रवार सुबह दुकान खोली। शटर उठाते ही उसके होश उड़ गए। दुकान के शो-केस में सजी सारी ज्वैलरी गायब थी। दुकान में अन्य सामान बिखरा हुआ था। दुकान के पीछे का दरवाजा भी खुला हुआ मिला। यह देख दिलीप वर्मा की तबीयत अचानक खराब हो गई और वह अचेत हो गए। सूचना मिलते ही पुलिस अधिकारी मय टीम मौके पर पहुंचे। मामले की गंभीरता को देखते हुए अजमेर से एफएसएल टीम को बुलाया गया। टीम ने ब्यावर पहुंचकर वारदात स्थल की गहनता से जांच की। मौके के फोटोग्राफ लिए और फिंगर प्रिंट उठाए। दुकान के पीछे व दांए-बांए मकान बने हुए हैं। इन मकानों से चोरों का प्रवेश संभव नहीं है। चोरों ने मुख्य दरवाजे का ताला नहीं तोड़ा। मौके पर देखने से यही प्रतीत होता है कि चोर बालकानी से प्रवेश कर गए। सीढिय़ों पर लगे पुराने लकड़ी के दरवाजे को तोड़कर वारदात को अंजाम दिया गया। क्षेत्रवासियों के अनुसार रात्रि 12 बजे तक चौराहे पर लोग बैठे रहते हैं। सुबह साढ़े तीन बजे दूध की डेयरी खुल जाती है। महज तीन घंटे ही चौराहा सुनसान रहता है। संभवत: इस बीच चोरों ने वारदात को अंजाम दे दिया।
रैकी के बाद की वारदात
चोरों ने जिस प्रकार से वारदात को अंजाम दिया। उससे अनुमान लगाया जा रहा है कि चोरों ने वारदात से पहले रैकी की थी। पीडि़त की दुकान के सामने ही उनकी दूसरी दुकान भी है। उस दुकान में सीसी टीवी कैमरे भी लगे हैं। ऐसे में चोरों ने वारदात के लिए उस दुकान को चुना, जिसमें कैमरे नहीं थे। क्षेत्रवासियों ने गुरुवार शाम क्षेत्र में कुछ संदिग्ध युवकों को भी घूमते हुए देखा था। पुलिस ने सभी पहलुओं को ध्यान में रखकर जांच में जुटी है।
सर्राफा बाजार में हड़कंप
इस बड़ी वारदात के बाद ब्यावर के सर्राफा बाजार में हड़कंप मच गया है। जानकारों की मानें तो ब्यावर के सर्राफा बाजार में रोजाना करोड़ों रुपए का लेनदेन होता है। ब्याज पर रकम का लेनदेन व सर्राफा व्यवसाय में तालमेल के चलते चोरों ने वारदात स्थल को चुना। इसके अलावा बाजार में बिना किसी सुरक्षा के लोग लाखों का माल नकदी, जेवर आदि थैले में लिए इधर-उधर घूमते देखे जा सकते हैं। यही वजह रही कि वारदात करने वालों को बाजार के हालात, भवनों की स्थिति आदि की जानकारी थी।
गश्त बढ़ाने की मांग
ब्यावर में कुछ दिनों से चोरियों का सिलसिला लगातार जारी है। बीती रात चोरों ने अग्रसेन बाजार व महावीर बाजार में 6 दुकानों को भी निशाना बनाया था। बाजार में लगातार हो रही चोरियों पर व्यापारियों और क्षेत्रवासियों ने नाराजगी जताते हुए पुलिस गश्त बढ़ाने की मांग की है।

24 दिन में 3 बार मिला जीवनदान

Jeevandan beawar
ब्यावर के जैन फर्टिलिटी चाइल्ड हॉस्पीटल में माता-पिता की गोद में नवजात

ब्यावर। ‘जाको राखे साइयां, मार सके ना कोय। यह कहावत ब्यावर में चरितार्थ हुई है। यहां जैन फर्टिलिटी चाइल्ड हॉस्पिटल में एक नवजात को 24 दिन में 3 बार जीवनदान मिला है। वेंटिलेटर पर संघर्ष कर रहे नवजात ने तीन बार मौत को मात देकर जिंदगी की जंग जीती। बालक का जीवन बचाने में शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. राजीव जैन ने अहम भूमिका निभाई है।
डॉ. जैन के मुताबिक राबडिय़ावास गांव निवासी गोविंद वैष्णव की पत्नी कांता ने गत 11 मार्च को पुत्र को जन्म दिया था। जन्म के वक्त शरीर में गंदा पानी चले जाने की वजह से उसकी सांसें अटकने लगी थी। दूसरी बार 15 मार्च को बच्चे के दिल की धड़कन बंद हो गई और शरीर नीला पड़ गया। तीसरी बार 24 मार्च को नवजात की सांसें फिर बंद होने लगी तो उसे वेंटिलेटर पर लेकर इलाज दिया गया। अब डॉक्टर ने जांच के बाद नवजात को खतरे से बाहर बताया है। परिजन ने बच्चे के तीन बार मौत के मुंह से सकुशल लौटकर आने को भगवान की कृपा बताते हुए बच्चे का नाम ईश्वर रख दिया है।

-सुमित सारस्वत

 

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