अरांई। एनओएफएन प्रोजेक्ट के तहत् नेस्कामॅ फाउण्डेशन के तत्वाधान में दो दिवसीय आईटी क्षमता कार्यशाला की शुरूआत अरंाई के सेवा केन्द्र में हुई। प्रशिक्षण कार्यक्रम में क्षेत्राधीन ग्रामसेवक, चिकित्सकों, राजस्व विभाग के कर्मचारियों ने भाग लिया। नेस्कामॅ फाउण्डेशन एण्ड माईक्रोसाफ्ट की डायरेक्टर स्नेहा सहर्सबुदे ने प्रशिक्षणार्थियों को सरकार द्वारा चलाएॅ जा रहे एनओएफएन प्रोजेक्ट में पूर्ण भागीदारी से काम करने के तौर तरीक ों की जानकारी दी। स्नेहा ने कहा कि एनओफएन प्रोजेक्ट से ग्रामीणों को सभी प्रकार की ईगवर्नेस की सुविधाओं का लाभ भलींभाति मिलेगा। एनओएफ एन प्रोजेक्ट का मुख्य उदेश्य ढाई लाख ग्राम पंचायतों को ब्रांडबैण्ड कनेक्टविटी से आपस में जोडते हुए विकास के मार्ग प्रशस्त कना है। प्रोजेक्ट के तहत् ग्राम पंचायतों में डिजिटल नोलेज सेन्टर, ई मेडिसन, परामर्श केन्द्र, आदि योजनाओं से केन्द्रों को जोडने की कवायद जारी है। इसका भरपूर लाभ लेने के लिए ग्रामीणों को अपनी नई पीढी को कम्प्यूटर शिक्षा को बढावा देते हुए लाभ लिया जा सकता है। प्रोजेक्ट से ग्रामीणों को आने जाने की समस्याओं से छुटकारा भी मिलेगा। ग्राम सेवकों एवं अन्य विभागों के कर्मचारियों को इस सुविधा की पूर्ण जानकारी देते हुए हाईटेक होने के निर्देश दिए। कम्पन्नी से आये दक्ष प्रशिक्षक किरण राणे ने सम्भागियों को कम्प्यूटर से कान्फ्रेसिंग, ई मेल, डाउनलोडिंग, वर्ड, एक्सल आदि में काम करने की जानकारी दी। शिविर के पहले दिन सम्भागियों को टाईपिंग, सेविंग, टेबल निर्माण, मेल मर्ज करना, एक्सल सहित विभिन्न जानकारियों भी दी गई। विकास अधिकारी गिरीश जिरोता ने ग्राम सेवकों को पंचायत समिति से पत्र व्यहार की बजाय ई मेल तकनीकि से कार्य करने के निर्देश दिये। साथ ही जून माह से सभी विभागों को आपस में विडियो कांफ्र सिंग से समस्याओं को समाधान करने के निर्देश दिये गये है। विकास अधिकारी ने कहा कि सभी दस्तावेजों को ऑनलाईन कर आम जनता के लिए सुलभ करना होगा जिससे ग्रामीणों ऑनलाईन ही दस्तावेज प्राप्त कर सके एवं उनका फायदा उठा सके।
मनोज सारस्वत