स्कूलो में आयोजित वार्षिकोत्सव में हुये रंगारंग कार्यक्रम आयोजित

conventअजमेर। संत मेरिज कान्वेंट स्कूल में मंगलवार शाम आयोजित वार्षिकोत्सव के दौरान स्कूल की छात्राओ ने रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत कर उपस्थित अतिथि और अभिभावको को मंत्रमुग्ध कर दिया। “रिश्ते” थीम पर आधारित समारोह में छात्राओ ने नृत्य नाटिका के माध्यम से कन्या भ्रूणहत्या और दहेज जैसी कुप्रथा के खिलाफ जनजाग्रति का संदेश दिया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि मदर जनरल सिस्टर ईवालिन और संभागिया आयुक्त रामखिलाडी मीणा के विशिष्ठ आतिथ्य में एलकेजी से लेकर सीनियर वर्ग तक की छात्राअेा ने गीत संगीत और नृत्य की प्रस्तुति से दर्शको का मन मौह लिया। दहेज जैसी कुरीति के खिलाफ जागरूकता पैदा करने के लिए धुधलाते रिश्ते नामक नृत्य नाटिका ने प्राचीन और आधुनिक रिश्तो में आए बदलाव को प्रदर्शित किया। इस मौके पर अतिथियो ने छात्राओ को स्कूल के विकास में भागीदार बनने का आव्हान करते हुए उनके उजव्ल भविष्य की कामना की। स्कूल प्राचार्य सिस्टर ज्योत्सना ने अतिथि और अभिभावको का स्वागत किया।.

sanskriti schoolमेयो काॅलेज गल्र्स स्कूल मे मनाए जा रहे वार्षिक पुरस्कार वितरण समारोह के दुसरे दिन मंगलवार शाम हिन्दी नाटक के जरीए दिखाया गया किस तरह भोले भाले लोगो को धर्म के नाम पर लुटा जाता है। नाटक के जरीए धर्म की सहित परिभाषा को बताया गया। छात्राओ ने शिक्षा की महत्ता बताते हुए संदेश दिया की धर्म का मतलब आंख बंद करके विश्वास करना नही होता। इस अवसर पर स्कूल की छात्राओ ने ओडिसी और भरतनाट्यम जैसे नृत्यो के माध्यम से भारत की समृद्धी और संस्कृति का प्रदर्शन किया। समारोह का शुभारंभ पश्चिम बंगाल के पुरूलिया छांव के सामुहिक नृत्य के साथ हुआ। जिसमें मुखोटे पहने कलाकारो ने युद्ध की भाव भंगिमाओं को बखुबी प्रदर्शित किया। इसके अलावा भी कई आर्कषक मनोरंजक कार्यक्रम उपस्थित दर्शको को गुदगुदाते रहे।

sanskriti school02संस्कृति द स्कूल के दो दिवसीय वार्षिकोत्सव के दौरान मंगलवार को सभ्यता के कालखंडो पर आधारित “युग द इरा” की प्रस्तुति ने उपस्थिति अभिभावको और अतिथियो को मंत्रमुग्ध कर दिया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि जिला कलेक्टर वैभव गालरिया और विशिष्ठ अतिथि राजस्थान लोक सेवा आयोग के सदस्य डाॅ पीके दशोरा ने स्कूल की वार्षिक गतिविधियो में बहतर प्रदर्शन करने वाले विधार्थीयो को पुरस्कारो से नवाजा। इस अवसर पर विधार्थियो ने सत युग और त्रैता युग का प्रदर्शन नृत्य नाटिका के माध्यम से किया।

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