टाटा समूह की स्टील कंपनी टाटा स्टील ओडिशा के कलिंगनगर में बनने वाले प्लांट के लिए बड़ा कर्ज लेने की तैयारी कर रही है। यह चालू वित्त वर्ष का सबसे बड़ा कर्ज हो सकता है। सूत्रों के मुताबिक 60 लाख टन सालाना क्षमता वाले इस स्टील प्लांट के लिए कंपनी 220 अरब रुपये का कर्ज जुटाएगी।
कंपनी के अधिकारियों ने इस कर्ज के लिए देश के प्रमुख कर्जदाताओं से व्यक्तिगत मुलाकात करना शुरू कर दिया है। मुंबई के एक प्रमुख कर्जदाता ने बताया कि टाटा स्टील कई बैंकों से इसके संबंध में बातचीत कर रही है। उम्मीद जताई जा रही है कि 50-50 अरब रुपये का कर्ज कई बैंकों से लिया जाएगा। कंपनी यह कर्ज 10 से 11 वर्ष के लिए 11.25 फीसद ब्याज पर मांगेगी। कलिंगनगर प्लांट की अनुमानित लागत 300 अरब रुपए है।
जानकारों के मुताबिक इस समय बाजार की तरलता अच्छी है। टाटा स्टील को यह कर्ज आसानी से उपलब्ध हो जाएगा। उम्मीद जताई जा रही है कि कंपनी अगले महीने यह कर्ज लेगी। समूह की होल्डिंग कंपनी टाटा संस भी चालू वित्त वर्ष में दो अलग-अलग बॉन्ड जारी कर 400 करोड़ रुपये जुटाएगी।
सूत्रों के मुताबिक एक बॉन्ड तीन साल के लिए और दूसरा 10 साल के लिए होगा। तीन साल वाले बॉन्ड पर कंपनी 9.67 फीसद ब्याज देगी। इस बॉन्ड से कंपनी को तीन अरब रुपये जुटने की उम्मीद है। इस सौदे के लिए सिटीबैंक को सलाहकार नियुक्त किया गया है। वहीं, 10 साल वाले बॉन्ड पर 9.71 फीसद ब्याज देगी। इससे एक अरब रुपये जुटाए जाएंगे। आइसीआइसीआइ सिक्योरिटी को इस सौदे का जिम्मा सौंपा गया है।