दूरसंचार व विमानन क्षेत्र में सहयोग बढ़ाएंगे भारत-पाक

भारत और पाकिस्तान दूरसंचार और विमानन क्षेत्र में द्विपक्षीय संबंध मजबूत करने को राजी हो गए हैं। कारोबारी बाधाएं दूर करने के लिए दोनों देशों ने शुक्रवार को तीन अहम समझौतों पर हस्ताक्षर किए हैं। इनमें सीमा शुल्क मसलों पर आपसी सहयोग बढ़ाने और कारोबार की मुश्किलें दूर करने के अलावा उत्पादों की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के करार शामिल हैं।

भारत-पाक के वाणिज्य सचिवों की दो दिवसीय वार्ता के दौरान इन मसलों पर सहमति बनी। भारत के वाणिज्य सचिव एसआर राव और पाकिस्तान के वाणिज्य सचिव मुनीर कुरैशी की बैठक के बाद जारी संयुक्त बयान में कहा गया है कि इन समझौतों से द्विपक्षीय व्यापार के लिए बेहतर माहौल तैयार होगा। इससे कारोबारियों के लिए व्यापार करना आसान होगा और विभिन्न तरह की बाधाएं दूर होंगी। बयान के मुताबिक व्यापारी समुदायों के बीच संचार बेहतर करने के लिए दूरसंचार क्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय रोमिंग सुविधा पर भी दोनों पक्षों में चर्चा हुई। इस प्रस्ताव को आगे बढ़ाने के लिए दोनों देश अलग-अलग समूह बनाएंगे। इनकी सिफारिशों पर वाणिज्य सचिवों की बैठक में समीक्षा की जाएगी।

साथ ही दोनों देशों के बीच हवाई उड़ानों की संख्या बढ़ाने पर भी विचार हुआ। इसके लिए 15 नवंबर तक एक संयुक्त कार्यदल के गठन पर सहमति बनी है। यह कार्यदल दोनों के बीच वाणिज्यिक उड़ानों की संख्या ज्यादा करने की दिशा में काम करेगा। साथ ही यह भी तय करेगा कि आर्थिक रूप से कौन से हवाई रूट ज्यादा फायदेमंद रहेंगे।

इसके अलावा दोनों पक्ष भारतीय मानक ब्यूरो [बीआइएस]और पाकिस्तान स्टैंडर्ड एंड क्वालिटी कंट्रोल अथॉरिटी [पीएसक्यूसीए] के बीच आपसी मान्यता समझौते पर सहमत हुए हैं। एक अन्य समझौता भारतीय निर्यात निरीक्षण परिषद [ईआइसी] और पीएसक्यूसीए के बीच हुआ है। संयुक्त बयान में कहा गया कि वाणिज्य सचिव स्तर की अगली बैठक से पहले इन समझौतों के क्रियान्वयन के लिए आंतरिक मंजूरियों का काम पूरा कर लिया जाएगा। साथ ही सीमा शुल्क प्रशासन संबंधी दो समझौतों से संबंधित नियम व प्रक्रियाएं तय करने के लिए दोनों देशों के सीमा शुल्क अधिकारियों की बैठक कराची या मुंबई में आयोजित होंगी।

error: Content is protected !!