नई दिल्ली। कोयला मंत्री श्रीप्रकाश जायसवाल ने कहा है कि आर्थिक विकास दर में गिरावट के बावजूद भारत अभी भी निवेश के लिए बेहद आकर्षक जगह है। ढाचागत क्षेत्र की भारतीय कंपनी आइडीएफसी की तरफ से सिंगापुर और हागकाग में आयोजित निवेशक सम्मेलन में जायसवाल ने विभिन्न ढाचागत परियोजनाओं के लक्ष्यों और सरकार की रणनीति के बारे में खुल कर बताया।
उन्होंने निवेशकों को निवेश का न्योता देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह स्वयं ही देश की सभी महत्वपूर्ण ढाचागत परियोजनाओं की समीक्षा कर रहे हैं। ऐसे में विदेशी निवेशकों को यहा के माहौल का फायदा उठाना चाहिए।
जायसवाल ने कहा है कि चालू वित्त वर्ष के दौरान सरकार 9,500 किलोमीटर लंबी सड़कों के निर्माण और 4,500 किलोमीटर सड़कों के मरम्मत कार्य के लिए ठेका देने वाली है। दो बड़े बंदरगाहों के निर्माण के लिए भी ठेका दिया जाएगा। इसके अलावा विमानन क्षेत्र में तीन घरेलू हवाई अड्डों को अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा बनाने के लिए भी निविदाएं मंगवाई जाएंगी। साथ ही, एक एयरपोर्ट हब नीति भी बनाई जा रही है। उन्होंने बताया कि इसी तरह से रेलवे की कुछ बड़ी परियोजनाओं के लिए भी ठेके दिए जाएंगे।
ढाचागत विकास के लिए सरकार अगले पाच वर्षो में एक खरब डॉलर की राशि खर्च करने की योजना बना रही है। सरकार इतनी बड़ी राशि का इंतजाम अकेले नहीं कर सकती है। निजी निवेशकों को इसके लिए आगे आना होगा। यह काम निवेश अनुकूल माहौल बनाए बगैर नहीं हो सकेगा। जायसवाल ने कहा कि वर्ष 2016 तक देश में कोयला उत्पादन बढ़कर 780 मिलियन होने की उम्मीद है।