सिग्नेचर ब्रिज के नाम पर राजनीतिक बवाल क्यों?

राजधानी दिल्ली के बहुप्रतीक्षित सिग्नेचर ब्रिज का करीब 14 वर्षों के लंबे इंतजार के बाद उद्घाटन होना भी दिल्ली की जनता को एक सुकून दे रहा है। यमुना नदी के ऊपर बने इस ब्रिज से उत्तर और उत्तर-पूर्वी दिल्ली के बीच सफर करनेवाले लोगों को न केवल सुविधा होगी बल्कि समय की भी काफी बचत … Read more

सनातन परम्पराओं को कुरीतियाँ कह कर खारिज करने का षडयंत्र

5 नवंबर को एक दिन की विशेष पूजा के लिए सबरीमाला मंदिर के द्वार कडे पहरे में खुले। न्यायालय के आदेश के बावजूद किसी महिला ने मंदिर में प्रवेश की कोशिश नहीं की। लेकिन कुछ बुद्धिजीवियों द्वारा सबरीमाला मंदिर में महिलाओं को प्रवेश देने के न्यायालय के आदेश के विरोध को गलत ठहराया जा रहा … Read more

सोचें, समझें और रहिए सचेत

बाबूलाल नागा 15वीं राजस्थान विधानसभा के लिए 7 दिसंबर 2018 को चुनाव होने जा रहे हैं। पांच साल बीतने वाले हैं। उम्मीदवार एवं मतदाता फिर आमने सामने हैं। प्रदेश का मतदाता सात दिसंबर का बेसब्री से इंतजार कर रहा है। उनके दिमाग में न जाने कितने ही सवाल उमड़ रहे हैं। कोई सरकार को सबक … Read more

महिलाओं के लिए ये कैसी लड़ाई जिसे महिलाओं का ही समर्थन नहीं

मनुष्य की आस्था ही वो शक्ति होती है जो उसे विषम से विषम परिस्थितियों से लड़कर विजयश्री हासिल करने की शक्ति देती है। जब उस आस्था पर ही प्रहार करने के प्रयास किए जाते हैं, तो प्रयास्कर्ता स्वयं आग से खेल रहा होता है। क्योंकि वह यह भूल जाता है कि जिस आस्था पर वो … Read more

गुजरात में पलायन की त्रासद घटनाएं क्यों?

हम कैसा समाज बना रहे हैं? जहां पहले हिन्दू और मुसलमान के बीच भेदरेखा खींची गई फिर सवर्ण और हरिजन के बीच, फिर अमीर और गरीब के बीच और ग्रामीण और शहरी के बीच। अब एक प्रांत और दूसरे प्रांत के बीच खींचने का प्रयास किया जा रहा है। यह सब करके कौन क्या खोजना … Read more

आखिर इस हादसे का कौन है जिम्मेदार?

-अमृतसर के रेल हादसे की कोई भी जिम्मेदारी लेने को तैयार नहीं -आखिर क्यों फेल हो गया जिला, पुलिस व स्थानीय प्रशासन के साथ रेलवे का सूचना तंत्र जी हां, यही सवाल बार बार कौंध रहा है कि पंजाब के अमृतसर में विजय दशमी के दिन 19 अक्टूबर की रात रावण दहन के वक्त हुए … Read more

अपने मौलिक नाम से जाने जाना गौरव का विषय है विवाद का नहीं

बरसों पहले अंग्रेजी के मशहूर लेखक शेक्सपियर ने कहा था, व्हाट इस इन द नेम? यानी नाम में क्या रखा है? अगर गुलाब का नाम गुलाब न होकर कुछ और होता, तो क्या उसकी खूबसूरती और सुगंध कुछ और होती? आज एक बार फिर यह प्रश्न प्रासंगिक हो गया है कि क्या नाम महत्वपूर्ण होते … Read more

केवल पुरुषों को दोष देने से काम नहीं चलेगा।

पुरानी यादें हमेशा हसीन और खूबसूरत नहीं होती। मी टू कैम्पेन के जरिए आज जब देश में कुछ महिलाएं अपनी जिंदगी के पुराने अनुभव साझा कर रही हैं तो यह पल निश्चित ही कुछ पुरुषों के लिए उनकी नींदें उड़ाने वाले साबित हो रहे होंगे और कुछ अपनी सांसें थाम कर बैठे होंगे। इतिहास वर्तमान … Read more

इनके आरोपों का क्या होगा?

Me Too के आरोपों की जांच करने के लिए बनाई गई कमेटी और सरकार को ये स्पष्ट कर देना चाहिए कि क्या सालों तक प्रेम प्रसंग रखने के बाद अपने प्रेमियों को छोड़ देने वाली या प्रेमियों द्वारा त्याग दी जाने वाली महिलाओं द्वारा यौन शोषण के आरोप लगाए ,तो क्या वे भी इसके दायरे … Read more

राम

26 अक्टूबर से राम मंदिर पर सुनवाई सुप्रीम कोर्ट मे शुरू होने वाली है लिहाजा राम को लेकर देश मे राजनैतिक रण तो शुरू होना तय है। हर कोई श्रीराम के जरिए अपने आप को सामने वाले से बड़ा हिन्दु सबित करने की कोशिश करेगा। राम तो अयोध्या के राजा थे और उनका राज्य एक … Read more

मी टू की आवाज को सुनें

इनदिनों देश में नारी शक्ति की प्रतीक समझी जाने वाली देवी मां दुर्गा की उपासना हो रही है और इसी समय नारी का एक तबका यौन शोषण के मामले पर एकजुट हो रहा है। इन्हीं यौन शोषण के मामलों को उजागर करने के लिए अमेरिका में मी टू नाम से शुरू हुआ अभियान दुनिया के … Read more

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