Me Too के आरोपों की जांच करने के लिए बनाई गई कमेटी और सरकार को ये स्पष्ट कर देना चाहिए कि क्या सालों तक प्रेम प्रसंग रखने के बाद अपने प्रेमियों को छोड़ देने वाली या प्रेमियों द्वारा त्याग दी जाने वाली महिलाओं द्वारा यौन शोषण के आरोप लगाए ,तो क्या वे भी इसके दायरे में आएंगे? सच मानिए,अगर ऐसा हुआ तो बॉलीवुड के कई शहंशाह, बादशाह और हस्तियां बेनकाब हो जाएगी।
और हां एक बात और,एमजे अकबर अभी तो इस्तीफा देने वाले नहीं है । अगर भाजपा ने उनसे इस्तीफा ले लिया तो ,कई और नेता व राजनीतिज्ञ भी इसकी चपेट में आ जाएंगे । राजनीति और बॉलीवुड से ज्यादा Me Too के आरोप और किस क्षेत्र में लगेंगे? इसलिए ये अभियान फिलहाल आरोपियो की सामाजिक प्रतिष्ठा पर पलीता लगाने वाला ही साबित होगा। इस पर कोई ठोस कानूनी कार्रवाई होगी, इसकी उम्मीद कम ही है।
ओम माथुर/ 9351415379