अपनी सादगी और कर्मठता के लिए याद किये जाएंगे मनोहर पर्रिकर

मनोहर पर्रिकर ऐसे व्यक्ति थे जिन्होंने गोवा में भारतीय जनता पार्टी को ऊंचाइयों पर पहुँचाया इसके साथ ही गोवा में भाजपा को एक अहम् पहचान दिलाई। मनोहर पर्रिकर ऐसे जमीन से जुड़े हुए व्यक्ति थे जो हमेशा सादगी से रहना पसंद करते थे। हमेशा आधे बाजू की शर्ट और स्लीपर में नजर आने वाले मनोहर … Read more

अखिलेश, मुलायम विरासत के अकेले हकदार नहीं!

-संजय सक्सेना, लखनऊ- मुलायम की सियासी विरासत के हकदार केवल अखिलेश यादव ही कैसे हो सकते है,जितना हक उनका है उतना ही मुलायम के दूसरे बेटे प्रतीक का भी होना चाहिए। मुलायम की विरासत से उस भाई को कैसे बेदखल कर दिया गया जिसके कंधे का सहारा लेकर मुलायम ने वोट बैंक की पूंजी कमाई … Read more

राहु का गोचर किस राशि को क्या फल देगा?

7 मार्च 2019 से 24 सितंबर 2020 तक होने वाला राहु का गोचर किस राशि को क्या फल देगा। राहु मिथुन में और केतु धनु में 07 मार्च 2019 को उच्च के हो रहें हैं राहु 18 सालों बाद उच्च के हो रहें हैं जोकि किसी को बहुत शुभ तो किसी को बहुत अशुभ फल … Read more

जानिए क्या है होलाष्टक?

पौराणिक मान्यताओं के अनुसार फाल्गुन शुक्लपक्ष अष्टमी होलाष्टक तिथि का आरंभ है। इस तिथि से पूर्णिमा तक के आठों दिनों को होलाष्टक कहा गया है। इस वर्ष होलाष्टक 14 मार्च से आरंभ होंगे होलाष्टक अवधि भक्ति की शक्ति का प्रभाव दिखाने की है। सत्ययुग में हिरण्यकश्यपु ने घोर तपस्या करके भगवान विष्णु से अनेक वरदान … Read more

वाराणसी या अमेठी से मिलेगा देश को अगला पीएम

-संजय सक्सेना, लखनऊ- उत्तर प्रदेश में ताजमहल के बाद सबसे अधिक चर्चा सुबह-ए-बनारस और शाम-ए-अवध की होती है। बाबा भोलेनाथ की नगरी में प्रातःकाल जब सूर्य की लालिमा मॉ गंगा की अविरल धारा को चुमती हुई बनारस के घाटों को अपने आलिंगन में लेती है तो ऐसा लगता है कि जैसे पूरा का पूरा बनारस … Read more

इलेक्शन आ गया… !!

समझा मत मैं समझ गिया इलेक्शन आ गिया दामी गाड़ी घूम रहा कैडर लोग झूम रहा अफिसर लोग सुंघ रहा नेता लोग चूम रहा गरीब लोग खट रहा कपड़ा – साड़ी बंट रहा फोकट का चा – सिंघाड़ा लड़का लोग कूट रहा समझा मत मैं समझ गिया इलेक्शन आ गिया तारकेश कुमार ओझा , खड़गपुर … Read more

उपानह प्रहार का हाईप्रोफाइल प्रचलन

अस्त्र और शस्त्र में अन्तर को लेकर काफी अरसे से जानकारों द्वारा अपने-अपने तरीके से व्याख्यान दिये जाते रहे हैं। फागुन के महीने में जब लोग मस्ती के मूड में रहते हैं तब विश्लेषक अस्त्र और शस्त्र के उदाहरण के रूप में हर घर की रसोई में उपलब्ध बेलन का जिक्र किया करते हैं। गुझिया, … Read more

महिला सशक्तिकरण : नव संदर्भ एवं चुनौतियां

सशक्तिकरण, इस शब्द में ये अर्थ निहित है कि महिलाएं अशक्त हैं और उन्हें अब शक्तिशाली बनाना है । ऐसे में एक सवाल हमारे सामने पैदा होता है कि महिलाएं अशक्त क्यों है? क्या हम शारीरिक रूप से अशक्त होने की बात कर रहे हैं? या हम बौद्धिक स्तर की बात कर रहे हैं? या … Read more

वैश्विक राजनीति में भारत की बदलती भूमिका

ये वो नया भारत है जो पुराने मिथक तोड़ रहा है, ये वो भारत है जो नई परिभाषाएं गढ़ रहा है, ये वो भारत है जो आत्मरक्षा में जवाब दे रहा है ये वो भारत है जिसके जवाब पर विश्व सवाल नहीं उठा रहा है । पुलवामा हमले के जवाब में पाक स्थित आतंकी ठिकानों … Read more

भारतीय: भावुक भी भुलक्कड़ भी…!!

तारकेश कुमार ओझा हम भारतीय भावुक ज्यादा है या भुलक्कड़..। अपने देश में यह सवाल हर बड़ी घटना के बाद पहले से और ज्यादा बड़ा आकार लेने लगता है। मीडिया हाइप या व्यापक चर्चा के नजरिए से देखें तो अपने देश व समाज में मुद्दे बिल्कुल बेटिकट यात्रियों की तरह पकड़े जाते हैं। आपने गौर … Read more

सर्जीकल स्ट्राईक ऊर्फ फर्जीकल स्ट्राईक

जहां एक तरफ पौने पांच सालों वाली सरकार और तथाकथित गोदी मीडिया के कुछ लोग यह दावा कर रहे है कि हमने दो दो बार “सर्जीकल स्ट्राईक” की है वही दूसरी तरफ सत्तर सालोंवाली सरकार के रहनुमाओं का कहना है कि मनमोहन सिंहजी के समय पन्द्रह बार “सर्जीकल स्ट्राईक” की गई थी परन्तु सैनिक जानकारों … Read more

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