बांग्लादेश चुनाव परिणाम भाजपा के लिए केस स्टडी हो सकते हैं

वैसे तो आने वाला हर साल अपने साथ उत्साह और उम्मीदों की नई किरणें ले कर आता है, लेकिन यह साल कुछ खास है। क्योंकि आमतौर पर देश की राजनीति में रूचि न रखने वाले लोग भी इस बार यह देखने के लिए उत्सुक हैं कि 2019 में राजनीति का ऊँठ किस करवट बैठेगा। खास … Read more

भाजपा को नये रास्ते बनाने होंगे

जबसे पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों में भाजपा की कमजोर स्थिति सामने आयी है, एक शीर्ष वर्ग पार्टी के भीतर थोड़ा ठहरकर अपने बीते दिनों के आकलन और आने वाले दिनों के लिये नये धरातल को तैयार करने की वकालत करने लगा है। इन पांच राज्यों के चुनाव के परिणाम एवं लोकसभा चुनाव की दस्तक … Read more

नववर्ष

बेशक आज हमारा कैलेंडर बदल गया लेकिन ऋतु नहीं बदली, न मौसम बदला, ना ही पृथ्वी का चक्र बदला, ना पेड़ों ने पत्ते बदले , ना शाखों ने नए फूल ओढ़े, ना हवाओं का रुख़ बदला , ना ही प्रकृति ने खुद को बदला, फिर हम क्यों खुद को बदलते जा रहे हैं? जो कहती … Read more

जिन्ना हाउस : विभाजन का षड़यंत्र स्थल अब लिखेगा नया इतिहास

-मंगल प्रभात लोढ़ा भारतीय संस्कृति और परंपरा में स्थान हमेशा से विशेष महत्वपूर्ण रहे है। जिस जगह भगवान राम का जन्म हुआ, जहां भगवान कृष्ण जन्मे और आधुनिक युग में जहां से महात्मा गांधी ने आंदोलन शुरू किए या जहां सरदार पटेल की राष्ट्र एकीकरण के लिए बैठकें हुई, वे सारी जगहें हमारे लिए स्मरणीय, … Read more

उपलब्धियां गढ़ने का अवसर है प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए

(नवबर्ष 2019 पर विशेष आलेख) नया वर्ष हर व्यक्ति के लिए बीते हुए वर्ष की सफलताओं और उपलब्धियों के साथ-साथ कमियों और गलतियों का मूल्यांकन करने का समय है। यह हमें अपने आप को भावी वर्ष के लिए योजना बनाने, कार्य करने तथा आगामी वर्ष के लिए नये लक्ष्य तय करने का अवसर प्रदान करता … Read more

कौवे की सुझ

पति स्नानागार से चिल्लाया- जल्दी मोटर खोलकर पानी की ओव्हर हेड टंकी नलकूप से भरो , मैने पूरे शरीर को साबुन लगा ली ,पानी खत्म हो गया है। पत्नी भी चिल्ला कर बोली -कुछ नहीं हो सकता। बिजली नहीं है, मोटर नहीं चलेगी। बाहर एक कौवा बोल रहा था। पत्नी ने कहा -“कौव अशुभ होता … Read more

हमें डर लगता है

नसीरुद्दीन शाह ने जो कहा सो कहा, हमनें उसे अपनी सुविधा से सुना कि उन्हें डर लगता है। जो हमने सुना तो हमारा दायित्व था कि उसे सही माने ,जाने, बताएं कि डर कैसे लगता है। लोकतांत्रिक नायकों ने यह जिम्मेदारी सम्पूर्ण सामर्थ्य से अपने कंधों पर ली। हॉलाकि उनके कंधे पता नहीं ऐसी कितनी … Read more

प्रियंका गांधी की राजनीति में सक्रियता सियासतदारों में बनी चर्चा का विषय

राजस्थान सहित तीन राज्यों के मुख्यमंत्री बनाने से लेकर मंत्री मंडल के गठन में निभाई चाणक्य की भूमिका प्रियंका में दिखती है इंदिरा गांधी की छवि, महिलाओं सहित लाखों युवा हैं उनके प्रशंसक कांग्रेस कमेटी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी की बहन प्रियंका गांधी में इंदिरा गांधी की छवि दिखाई देती है। उनका चलने का … Read more

समय है ज्ञान को किताबों से बाहर निकालने का

आज सोशल मीडिया केवल अपनी बात कहने का एक सशक्त माध्यम नहीं रह गया है बल्कि काफी हद तक वो समाज का आईना भी बन गया है। क्योंकि कई बार उसके माध्यम से हमें अपने आसपास की वो कड़वी सच्चाई देखने को मिल जाती है जिसके बारे में हमें पता तो होता है लेकिन उसके … Read more

एक और कैलेंडर का बदल जाना …!!

बचपन में सुना था हैप्पी है बर्थ अरसे बाद जाना इसका अर्थ फिर सुना हैप्पी न्यू ईयर हिंदी में बोले तो शुभ नववर्ष उलझन ने मन को बहुत भरमाया एक खास दिन का उत्सव में बदल जाना देर तक अपनी समझ में न आया मथा खुद को सोचा खूब जीवन में कितनी छांव कितनी धूप … Read more

बुझता बुझता एहसास कि अरमान रह जाता

बुझता बुझता एहसास कि अरमान रह जाता शाम की वीरानियों में तन्हा इंसान रह जाता नाचते गाते लम्हे ले गया चुरा कर बड़ी दूर शिद्दत से रोकता तो शायद मेहमान रह जाता बहुत मजबूर लगा कुम्भिल, साथ रुक जाता नज़र न चुरानी पड़ती घर में सामान रह जाता हमने सुन कर भी कुछ न सुना … Read more

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