नारी की चाह
घर का पूरा भार दिया है , किचन का प्रभार दिया है बच्चो का सब प्यार दिया है , बिन चाहा व्यवहार दिया है थोड़ा सा आदर, मेरे यार दे दो , नारी को निर्णय का अधिकार दे दो कथन में सचाई वो मांगती है , विश्वाश गहराई वो मांगती है सनम परछाई वो मांगती … Read more