क्या सोशल मीडिया पर कहा सुना सब कुछ सत्य है ?

गत कुछ महीनों में संपूर्ण भारतवर्ष में जिस तरह का माहौल बना है और दिन प्रतिदिन राग-द्वैष, आरोप-प्रत्यारोप, भक्त-देशद्रोही,विकासपुरूष-घोटालेबाज़,सेक्युलर-सूडो सेक्युलर,बीफ-दादरी,असहिष्णुता-अवार्ड वापसी, अच्छे दिन-महंगे दिन, वगैरह-वगैरह की लड़ाई भक्त बनाम गैर भक्तो में जिस प्रकार से सोशल मीडिया पर चल रही है बड़ी ही दिलचस्प है। मैं क्या सही और क्या गलत है के चक्कर में … Read more

सांई बाबा: भक्त भले ही भगवान मानें, अन्य क्यों?

हिंदू मंदिरों में सांई बाबा की मूर्ति स्थापित करने पर तो विवाद होगा ही शुक्रवार 6 नवम्बर 2015 को आजतक न्यूज चैनल पर रात्रि के समय साईं बाबा को लेकर एक दिलचस्प/गंभीर व धर्म में किसे भगवान कहा जाए, के मुद्दे पर बहस देख कर यह लगा कि हम भगवान और धर्मावलम्बियों के दायरे को … Read more

वादे ! ……क्या अाएंगे ‘अब’अच्छे दिन ?

‘बेटी बचाओ’ क्या सिर्फ ‘नारा’ ही है, ‘नन्ही हथेलियाँ”, हो रहीं लहूलुहान हैं । नहीं लग रही अब,कोई कहीं लगाम है, दिनों-दिन आदमी हो रहा यों हैवान है। घूस, अपहरण और बलात्कार यहाँ वहाँ हर रोज बनता ‘फोकस’ खबरों का जहां। पीड़ित तो पीड़ित, परिजन होते शर्मसार, रक्षकों की बातकरें,नहीं बदल रहेआसार। भूखे भेड़िये से, … Read more

जलता हिन्दुस्तान

योगी नहीं सन्त नहीं लिप्साओं का अन्त नहीं चहुंओर मौत का ताण्डव, दुर्योधन का वध कैसे कोई नहीं है जब पाण्डव। मौत के सन्नाटे में कैसी आस परिवर्तित हुआ जीवन परिदृश्य वाह- कैसा है यह मंजर, छाती, पीठ, पेट में धंसे हुए खंजर।। किसके हैं ये अस्त्र/शस्त्र अपनों के और किसके? ÛÛÛÛÛÛÛÛÛÛÛÛ चुप हो जा- … Read more

रिटायरमेंट की पीड़ा

-तारकेश कुमार ओझा- मि. खिलाड़ी और लक्ष्मीधर दोनों की आंखों में आंसू थे। क्योंकि दोनों संयोग से एक ही दिन रिटायर हो गए या यूं कहें कि कर दिए गए। हालांकि रिटायर दोनों ही नहीं होना चाहते थे। बल्कि रिटायरमेंट का ख्याल भी दोनों को डरा देता था। मि. खिलाड़ी पिछले तीन साल से टीम … Read more

अवार्ड वापसी षड़यंत्र की पोल-खोल

-तवलीन सिंह, नई दिल्ली- शुरू में ही कह देना चाहती हूं मैं कि बोलने-लिखने की जितनी आजादी नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद देखने को मिली है, मैंने पहले कभी नहीं देखी। प्रधानमंत्री को खुल कर हमारे बुद्धिजीवी फासीवादी कहते हैं रोज टीवी पर, मोहम्मद अखलाक की हत्या का दोष तक उनके सिर लगाते … Read more

सुप्रीम कोर्ट के फैसले से उत्तराधिकारी के विवादों का हो जाएगा निपटारा

असली खरीददार बच जाएंगे ब्लैकमेलिंग से। देश भर की अदालतों में लाखों ऐसे मामले विचाराधीन है, जिसमें बहनों ने भाइयों द्वारा बेची गई जमीन अथवा अन्य सम्पत्तियों को चुनौती दे रखी है। ऐसी चुनौती हिन्दू उत्तराधिकारी कानून में 2005 में हुए संशोधन की आड़ में दी गई। 2005 से पहले पिता के निधन के बाद … Read more

अब शाहरूख को क्यों नजर आ रहा है देश में खराब माहौल?

फिल्म अभिनेता शाहरूख खान को इस देश ने क्या नहीं दिया? शाहरूख के पास आज शोहरत और अपार धन सम्पत्ति है, वह सब इस देश के नागरिकों की वजह से है। लाखों फिल्म प्रेमियों ने शाहरूख को पलकों पर बैठाया है। शाहरूख की खराब फिल्मों को भी प्रशंसकों ने देखा। यह कभी नहीं कहा कि … Read more

..तो इसलिए दौड रहे हैं युवा मुँह पर कपडा बाँध कर !

अजमेर ही नहीं वरन लगभग सभी जगह आपने युवाओं को मुँह पर कपडा लपेटे दुपहिया वाहन दौडाते देखा होगा । और तो और इसी क्रम में उनके पीछे बैठी सवारी भी अपना मुंह छुपाये नजर आ– जाएँगी ।कई लोग इसे चलन अथवा फैशन मान बैठे हैं ।बहरहाल यह हो तो गया ही है । अब … Read more

देवी देवताओ के चित्र या नाम छपे हुए पटाखे नहीं ख़रीदे

आप सभी से एक विनम्र निवेदन ……….. दोस्तों हमारे सबसे बड़े त्यौहार दीपावली में अब कुछ ही दिन शेष बचे है । बाजार में दुकाने कपड़ो और पटाखों से सज चुकी है । दीपावली एक ऐसा पर्व है जिसमे क्या बच्चे और क्या युवा , हर कोई जमकर आतिशबाजी करके इसे सेलिब्रेट करते है । … Read more

गौरे और काले अंग्रेजों में अंतर क्या है?

जाट किसान जिस दिन धरती में दाना डालता है, उसी दिन से उसका धर्म शुरू हो जाता है । इसी दाने को पहले कीड़े मकौड़े खाते हैं फिर पक्षी, जानवर और इन्सान खाकर इस पर जिंदा रहते हैं । इन्सान इस दाने को चाहे जमीन पर बैठ कर खाए या फाईव स्टार होटल में । … Read more

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