जूठा क्यों नहीं खाना चाहिए?

दोस्तो, नमस्कार। आम तौर पर लोग किसी का जूठा खाना नहीं खाते। जूठा खाना न खाने के पीछे कई स्वास्थ्य और सांस्कृतिक कारण होते हैं। एक तो यह है कि इससे बैक्टीरिया और संक्रमण का खतरा होता है। किसी व्यक्ति द्वारा खाया हुआ भोजन उसके मुंह और लार के संपर्क में आता है। अगर व्यक्ति … Read more

सिर मुंडवाते वक्त चोटी क्यों छोडी जाती है?

दोस्तो, नमस्कार। हम सब के ख्याल में है कि पिता के निधन पर पुत्र अंत्येश्टि से ठीक पहले बाल कटवाता है, लेकिन चोटी छोडी जाती है। क्या आपने विचार किया है कि ऐसा क्यों? वस्तुतः पिता के निधन पर हिन्दू परंपरा में पुत्र द्वारा सिर मुंडवाना एक सामान्य शोक प्रथा है, जो पितृ ऋण से … Read more

दीवार पर झरने की तस्वीर क्यों लगाई जाती है?

दोस्तो, नमस्कार। आपको ख्याल में होगा कि घर में लोग झरने, नदी या पानी की तस्वीर लगाते हैं। क्या सोच कर ऐसा किया जाता है? इस परंपरा के पीछे क्या रहस्य है? असल में वास्तुशास्त्र के अनुसार माना जाता है बहते हुए पानी की तस्वीर घर में लगाना शुभ होता है। इस सिलसिले में प्रसिद्ध … Read more

श्रद्धांजलि देते वक्त दो मिनट का मौन क्यों?

दोस्तो, नमस्कार। हम सब जानते हैं कि किसी को श्रद्धांजलि देते वक्त दो मिनट का मौन रखा जाता है। क्या कभी ख्याल किया है कि यह परंपरा कैसे षुरू हुई और इसकी उपयोगिता क्या है? असल में श्रद्धांजलि देते वक्त दो मिनट का मौन रखना एक गहरे सम्मान और संवेदना का प्रतीक होता है। इसके … Read more

आदमी व औरत के कफन का रंग अलग-अलग क्यों?

दोस्तो, नमस्कार। आपकी जानकारी में होगा कि पुरूश की अर्थी पर सफेद रंग का कफन होता है, जबकि महिला के कफन का रंग अमूमन लाल या हल्का गुलाबी होता है। यह अंतर क्यों? असल में पुरुष की अर्थी पर सफेद कपड़ा वैराग्य, शुद्धता, और त्याग का प्रतीक माना जाता है। स्त्री की अर्थी पर कभी-कभी … Read more

क्या झूलेलाल और कलंदर एक ही हैं?

दोस्तो, नमस्कार। आम तौर पर सिंधी समुदाय के लोग कई मौकों पर दमादम मस्त कलंदर वाले गीत पर झूमते-नाचते हैं। इसको लेकर विवाद है। वो यह कि झूलेलाल व कलंदर एक ही नहीं हैं। अलग-अलग हैं। बाकायदा तर्क भी हैं। इस पर भारतीय सिंधु सभा ने खूब काम किया है। परचे तक छपवा कर जागृति … Read more

रविवार को तुलसी की पूजा क्यों नहीं की जाती?

दोस्तो, नमस्कार। आपको जानकारी होगी कि रविवार को तुलसी की पूजा नहीं की जाती। उसे छूने व पत्ते तोडने की भी मनाही है। आखिर इसकी क्या वजह है? एक मान्यता तो यह है कि रविवार के दिन तुलसी में कुलक्ष्मी का वास होता है। उसकी पूजा करने से कुल में दरिद्रता, क्लेश और रोग प्रवेश … Read more

कामुक लोगों की उम्र अधिक क्यों होती है?

दोस्तो, नमस्कार। आम तौर पर वासना व कामुकता को अच्छा नहीं माना जाता। सारे विद्वान वासना से निवृत्ति का उपदेष देते हैं। लेकिन कुछ जानकार बताते हैं कि कामुकता बरकरार रहे तो उम्र बढ जाती है, षरीर स्वस्थ रहता है। इसी सिलसिले में किसी ने रूहानी अंदाज में कहा है कि बढती उम्र में भी … Read more

आधे मार्ग पर शव की दिशा क्यों बदल दी जाती है?

दोस्तो, नमस्कार। अगर आप किसी की षव यात्रा में गए हों, तो आपको पता होगा कि षवयात्रा के आधे मार्ग में षव की दिषा बदल दी जाती है। षव की दिषा बदलने के लिए ष्मषान के पास बाकयदा चबूतरा बनाया जाता है, जिसे मारवाड में आधेठो कहा जाता है। क्या कभी विचार किया है कि … Read more

ज्योतिष में विदेश यात्रा के योग पर सवाल

दोस्तो, नमस्कार। ज्योतिश विद्या में कुंडली या हस्तरेखा का अध्ययन कर विदेष यात्रा का योग बताया जाता है। सवाल यह है कि विदेष किसे कहा जाता है? पुराने जमाने में एक षहर से दूसरे षहर जाने को भी विदेष कहा जाता था, जबकि अब एक देष से दूसरे देष जाने को। ऐसे में विदेष यात्रा … Read more

मुख पर रुमाल क्यों रखता है दूल्हा?

दोस्तो, नमस्कार। आपने देखा होगा कि अमूमन दूल्हा अपने मुख पर रूमाल रखता है। विषेश रूप से वह अगर हंसे तो दिखाई न दे। दूल्हे के हंसने को अभद्रता माना जाता है। कुछ लोग दूल्हे के हंसने को अनिश्टकारी भी मानते हैं। यह प्रथा विशेषतः सिंधी, गुजराती, राजस्थानी व अन्य हिन्दू समुदायों में देखी जाती … Read more

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