-पीयूष राठी- केकड़ी। राजस्थान में आज विधानसभा चुनाव के लिये २०० में से १९९ विधानसभा सीटों के लिये मतदान होने हैं। इन्ही सीटों में से एक केकड़ी विधानसभा क्षेत्र में भी आज २४८ बूथों पर जाकर मतदाता अपना अमूल्य मत देकर अपने चहेते प्रत्याशी की जीत की एक सीढ़ी बनेगें। केकड़ी विधानसभा क्षेत्र की यदि बात की जाये तो यहां से भाजपा के शत्रुघ्र गौ8ाम और कांग्रेस के रघु शर्मा में कांटे की टक्कर हैं। जहां पूर्व में शर्मा को सबसे प्रभावशाली माना जा रहा था तो वहीं कम समय में कार्यकर्ताओं के साथ जुट कर गौ8ाम ने पूरे विधानसभा क्षेत्र में घूम-घूम कर अपना ऐसा प्रचार-प्रसार किया हैं कि गौ8ाम व शर्मा के बीच कांटे की टक्कर हो गई हैं। जिस तरह से पिछले दिनों गौ8ाम का केकड़ी,सरवाड़,सावर व खवास में कार्यकर्ताओं व क्षेत्रवासियों ने जोश-फरोश के साथ स्वागत किया हैं उससे कहीं न कहीं कहा जा सकता हैं कि गौ8ाम ने हवाओं का रूख अपनी ओर मोड़ दिया हैं। वहीं रघु शर्मा भी पूरे क्षेत्र में दौरे कर अपना जनसंपर्क जोर शोर से कर रहे हैं और उनका भी स्वागत सत्कार जोश-फरोश के साथ किया जा रहा हैं।
केकड़ी विधानसभा का हमेशा से इतिहास रहा हैं कि यहां से जिस पार्टी का भी विधायक चुना जाता हैं उसी पार्टी की सरकार राजस्थान में बनती हैं। ऐसे में इस बार लोगों को बेसब्री से इंतजार हैं कि यहां से कौन विधायक बनता हैं,1यों कि अब तक के सारे सर्वे व ए1िजट पोल के अनुसार राजस्थान में भाजपा की सरकार बनती दिखाई दे रही हैं तो वहीं केकड़ी के वर्तमान विधायक रघु शर्मा को भी कम नहीं माना जा सकता। यदि बात करें ग्रामीण अंचल की तो केकड़ी विधानसभा क्षेत्र के ग्रामीण अंचल में इन दिनों मोदी की लहर का असर देखने को मिल रहा हैं तो वहीं केकड़ी के विधायक रघु शर्मा द्वारा करवाये गये विकास कार्यों से भी लोग खासे प्रभावित हैं। इसके साथ ही एक प्रत्याशी ओर भी हैं जो केकड़ी विधानसभा सीट को खासा प्रभावित कर रहा हैं। कांग्रेस को इस प्रत्याशी की वजह से भारी नुकसान उठाना पड़ सकता हैं। इस प्रत्याशी का पिछड़ी जातियों में खासा प्रभाव हैं जिसके चलते लाख कोशीशों के बाद भी कांग्रेस उन मतदाताओं को अपनी ओर आकर्षित नहीं कर पाई हैं। इस प्रत्याशी को लेकर कांग्रेस प्रत्याशी शर्मा अपने हर संबोधन में मतदाओं को जागरूक कर बागी को वोट देकर अपना वोट खराब न करने की सलाह भी देते दिखाई दिये मगर इसका कोई असर होता दिखाई नहीं दे रहा हैं।
दिन गांव में तो रात शहर में गुजारी नेता जी ने-
चुनावों को लेकर प्रत्याशियों की दौड़ धूप अपने चरम पर दिखाई दी। प्रत्याशी सुबह ही केकड़ी से तैयार होकर निकलते और दर्जनभर से अधिक गांवों में घूम-घूम कर अपने पक्ष में मतदान करने की अपील लोगों से करते। ऐसे में ये सभी प्रत्याशी दिन भर तो विधानसभा क्षेत्र के गांवों में घूमते और देर रात पुन: केकड़ी पहुंचते। यहां पहुंचने के बाद भी आराम इनके नसीब में कहीं नहीं दिखाई दिया। यहां भी प्रत्याशी पूरे दिन के कार्यकलापों के बारे में कार्यकर्ताओं के साथ बैठक कर चर्चा करते। इसके बाद ये प्रत्याशी कुछ देर आराम कर फिर से अल सुबह उठ कर तैयार होकर रवाना हो जाते। यही कारण हैं कि इन दिनों इन प्रत्याशियों के चहरे भी थके-थके से दिखाई दे रहे हैं,हालांकि सभी के चेहरों पर जोश साफ देखने को मिल रहा हैं।
वादे जनता से –
सभी प्रत्याशियों ने जनसंपर्क कर अपना-अपना प्रचार-प्रसार करते हुए जनता से ढेर सारे वादे किये हैं। जहां-जहां भी नेता जी अपने समर्थकों के साथ जनसंपर्क करने पहुंचे वहां स्वागत सत्कार करने वाले पहले तो स्वागत करते हैं और फट से एक पर्चा निकाल कर अपनी मांगों की एक लिस्ट नेता जी तो दिखाते और कहते हैं भाईसाहब ये कार्य करवाने हैं तो नेताजी भी फट से चुनावी रंगत को भांप कर सभी मांगों को पूरा करने के वादे वहां उपस्थित लोगों से करते नजर आये। अब यह तो देखने वाली बात ही होगी कि 1या जीतने के बाद भी नेताजी को जनता के ये वादे याद रहते हैं या नहीं और रहते हैं तो 1या वे इन्हे पूरा कर पायेगें।
जातिगत समीकरण कर रहे प्रभावित –
केकड़ी विधानसभा क्षेत्र में मतदाताओं पर जातिगत समीकरण हावी होता नजर आ रहा हैं। जहां भाजपा व कांग्रेस प्रत्याशी के पक्ष में ब्राह्मण मतदाताओं का रूझान देखने को मिल रहा हैं तो वहीं एनसीपी के व राजपा के प्रत्याशी भी जातिगत आधार पर दोनों ही पार्टियों के वोट काटने में लगे हुए हैं। जहां एनसीपी से यहां के पूर्व विधायक बाबूलाल सिंगारिया चुनाव मैदान में हैं तो वहीं राजपा से सूरजकरण मीणा भी मीणा समाज के वोटों को प्रभावित कर सकते हैं। वहीं माली व सिंधी समाज के प्रत्याशी भी इस चुनावी समर में हैं। हालांकि ये प्रत्याशी मतदाताओं को अधिक प्रभावित नहीं करेगें मगर अपने आस-पड़ोस व जाति समुदाय के वोटों को तो प्रभावित करेंगें ही। राजनीति में एक-एक वोट की कीमत होती हैं और इसकी कीमत राजस्थान में हुए पिछले विधानसभा चुनावों में सी.पी. जोशी देख चुके हैं। सी.पी.जोशी महज एक वोट से चुनाव हारे थे। ऐसे मे यहां भी कांग्रेस व भाजपा के बीच कांटे की टक्कर हैं ऐसे में हर व्यक्ति के जहन में संशय हैं कि कहीं केकड़ी में भी सी.पी. जोशी जैसा वाक्या घटित ना हो जाये।
व्यापारियों को लुभाने का कोशिश –
अपने चुनाव प्रचार के दौरान कांगेस व भाजपा दोनों ही पार्टियों के प्रत्याशी केकड़ी विधानसभा क्षेत्र के व्यापारियों को लुभाने में लगे रहे। जहां कांग्रेस ने केकड़ी क्षेत्र में पिछले पांच सालों में व्यापारियों को सुरक्षित रखने के मुद्दे को अपना हथियार बनाया हैं तो वहीं भाजपा प्रत्याशी ने भी व्यापारियों से वादा किया हैं कि केकड़ी क्षेत्र में भाजपा के राज में सुराज की स्थापना होगी और यदि कोई किसी प्रकार से व्यापारियों को परेशान करता हैं तो उन्हे ब2सा नहीं जायेगा। केकड़ी के व्यापारी भी बड़े चालाक हैं उन्होने भी दोनों ही प्रत्याशियों को खुश रखने के लिये दोनों का ही जनसंपर्क के दौरान गर्मजोशी के साथ स्वागत किया।
विकास या व्यवहार –
वहीं यहां के कांग्रेस प्रत्याशी रघु शर्मा द्वारा अपने कार्यकाल के दौरान कई विकास कार्य करवाये गये हैं मगर उन सब पर उनका रूखा व्यवहार भारी पड़ता दिखाई दे रहा हैं। यहां के मतदाताओं के मन में शर्मा के रूखे व्यवहार के चलते कहीं न कहीं खटास जरूर हैं जिसके चलते ही उन्हे इतना विकास कार्य करवाने के बाद भी चुनाव प्रचार में अपनी पूरी ताकत झोंकने का आवश्यक्ता पड़ रही हैं फिर भी पार नहीं पड़ रही।