सट्टा बाजार में चमक रहे गौतम, रघु पर मिल रहे सवा दो के भाव

raghu sharma-पीयूष राठी- केकड़ी। विधानसभा चुनावों में केकड़ी विधानसभा सीट से जीत हार को लेकर यहां के सट्टा बाजार में भाजपा प्रत्याशी शत्रुघ्र गौ8ाम पहले नंबर पर रह कर खूब चमक रहे हैं। बाजार में गौ8ाम के भाव ६५ पैसे चल रहे हैं जबकि कांग्रेस प्रत्याशी रघु शर्मा के भाव सवा दो रूपये चल रहे हैं। सट्टा बाजार की गणित कुछ इस तरह होती हैं कि बाजार में जिसके भाव कम मिल रहे होते हैं उसकी जीत की संभावना अधिक होती हैं।
यहां एक दिसंबर को मतदान होने से पूर्व जहां दोनों ही प्रत्याशियों के भाव बराबर मिल रहे थे तो वहीं रिकार्ड मतदान होने के बाद से ही सट्टा बाजार में खलबली सी मच गई। मतदान के बाद ही बाजार के सारे आंकड़े गड़बड़ाने लग गये,इसके तुरंत बाद ही बाजार इस अधिक मतदान को भाजपा की जीत के रूप में देखा जाने लगा जिसके चलते ही भाजपा प्रत्याशी का भाव ६५ पैसे रह गया और कांगेस प्रत्याशी का भाव सवा दो रूपये हो गया। सट्टा बाजार की यह गणित जहां भाजपा कार्यकर्ताओं में खुशी की लहर बन कर दौड़ी हैं तो वहीं कांग्रेस खेमें में मायूसी का कारण भी बनीं हैं। अब यह तो आने वाली ८ दिसंबर को ही तय हो पायेगा आखिर राजधानी में स्थित विधानसभा में रखी केकड़ी विधानसभा क्षेत्र के विधायक की कुर्सी पर कौन अपना क4जा जमायेगा।
७० हजार मत होगा जीत का जादूई आंकड़ा –
shatrugn gautamकेकड़ी विधानसभा में इस बार १ लाख ५८ हजार ४५३ मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग करते हुए प्रत्याशियों की किस्मत एवीएम मशीन में कैद की हैं। मतदान के इस आंकड़े की यदि समीक्षा की जाये तो इस बार जीतने वाले प्रत्याशी को लगभग ७० हजार मतों का जादूई आंकड़ा छूना पड़ेगा तब ही वह विजयश्री प्राप्त कर पायेगा। पिछले चुनावों के भांति ही इस बार भी बाबूलाल कांग्रेस की राह में रोड़ा बनें हैं जो पिछले द$फा की भांति ही इस बार भी वोटों का एक बड़ा जखिरा अपने खाते में दर्ज करवायेगें।
पिछले चुनावों में कांग्रेस के रघु शर्मा को ४७ हजार १७३ मत मिले थे व भाजपा की रिंकू कंवर राठौड़ को ३४ हजार ५१४ मत मिले थे जीत हार का अंतर १२ हजार ६५९ मतों का था। वहीं जीत हार के अंतर से अधिक मत तो अकेले कांग्रेस के बागी बाबूलाल ले उड़े थे। बाबूलाल को २२ हजार १२३ मत मिले थे इसके साथ ही भाजपा से बागी बन कर चुनावी मैदान में उतरने वाले पूर्व प्रधान भूपेन्द्र सिंह शक्ताव8ा को भी १७ हजार ८०१ मत मिले थे इसके साथ ही चुनावी दंगल में छोटी बड़ी पार्टियों व निर्दलीय के रूप में भी १० प्रत्याशी चुनाव लड़े थे वे भी ९२६२ मत ले उड़े थे। ठीक इसी प्रकार इस बार भी कांग्रेस की राह में तो बाबूलाल रोड़ा हैं मगर भाजपा में इस बार कोई बागी खड़ा नहीं हुआ हैं जिसका फायदा भाजपा को जरूर मिलेगा। हालांकि भाजपा में भीतरघात होने की भी खबर हैं मगर उससे कोई खास फर्क पडऩे वाला नहीं हैं। इसके साथ ही इस बार भी अन्य पार्टियों व निर्दलीय के रूप में ९ अन्य प्रत्याशी भी हैं जिसमें सबसे भारी बाबूलाल को माना जा रहा हैं। इसलिये इस बार माना जा रहा हैं कि बाबूलाल इस बार भी कम से कम २० हजार मतों पर तो सेंधमारी करेंगें ही व अन्य पार्टियों व निर्दलीय के रूप में चुनाव लड़े प्रत्याशी भी लगभग १० हजार मत तो प्राप्त करेगें ही। ऐसे में यदि १ लाख ५८ हजार ४५३ में से ४० हजार मतों को निकाल दिया जाये तो लगभग १ लाख १८ हजार मत होते हैं ठीक इसी समीकरण के आधार पर माना जा रहा हैं कि जीतने वाला प्रत्याशी ७० हजार का यह जादुई आंकड़ा पाकर विजयश्री को प्राप्त करेगा। अब देखना यह होगा कि आखिर इस बार जीत हार का अंतर 1या रहता हैं।

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