यानि….जो जीता वही ‘सिकन्दर’ !

केकड़ी  से चुनाव जीतने वाले उम्मीदवार की बनती है सरकार
पिछले सात विधानसभा चुनाव परिणामो के आधार पर दी जा रही है दलील
-सुरेन्द्र जोशी- केकड़ी। विधानसभा चुनाव के मतो की गिनती का समय करीब आने के साथ ही इलाके में अपने अपने दल की जीत का दावा करने वाले नेताओ और पार्टी कार्यकर्ताओ के दिलो की धडकने तेज होने लगी है। हांलाकि इस बार इलाके में हुये रिकार्ड 75.59 प्रतिशत मतदान के बाद एक ओर जहां भाजपा अपनी जीत को लेकर पूरी तरह आश्वस्त नजर आ रही है, वहीं दूसरी ओर विकास के दम पर कांग्रेस की ओर से भी जीत के दावे किये जा रहे है। मतदान के बाद से ही शरू हुये दावों और कयासो के बीच राजनैतिक विश£ेषक जो जीता वही सिकन्दर की तर्ज पर पिछले करीब ढाई दशको से इलाके में नजर आ रहे एक रोचक संयोग को भी चुनावी नतीजो से जोड कर देख रहे है। इस संयोग में यह कहा जा रहा है कि केकडी क्षैत्र में जिस दल का उम्मीदवार चुनाव जीतता है, प्रदेश में सरकार भी उसी दल की बनती है। संयोगवश ऐसे हालात सन 1980 में हुये विधानसभा चुनाव से अब तक लगातार बने हुये है। 1980 में हुए विधानसभा चुनाव में यहां से कांग्रेस के तुलसीराम परैवा विधायक चुने गये थे, तब प्रदेश में कांगे्रस की सरकार बनी थी। इसके बाद 1985 में जब कांगे्रस के ललित भाटी ने यहां से चुनाव जीता तो भी प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनी, मगर 1990 में जनता दल के टिकट पर अपना भाज्य आजमाने वाले शम्भूदयाल बडगुर्जर ने चुनाव जीता तो प्रदेश में जनता दल के सहयोग से भाजपा की सरकार बनी और भैरूसिंह शेखावत मुख्यमंत्री बने। यही क्रम 1993 के चुनाव में भी जारी रहा। 1993 में एक बार फिर जब शम्भूदयाल बडगुर्जर ने भाजपा के टिकट पर यहां से चुनाव जीता तो प्रदेश में भाजपा की सरकार बनी और भैरोंसिंह शेखावत दुबारा मुख्यमंत्री बने। इसके बाद जब 1998 में के चुनाव में कांग्रेस के उम्मीदवार बाबूलाल सिंगारिया ने बडगुर्जर को शिकस्त देकर चुनाव जीता तो प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बन गई। 2005 के चुनाव में फिर हालात बदले ।

सुरेन्द्र जोशी
सुरेन्द्र जोशी

इस चुनाव में भाजपा के गोपाललाल धोबी ने कांग्रेस के बाबूलाल सिंगारिया को शिकस्त देकर चुनाव जीता तो प्रदेश में भाजपा की सरकार बन गई। 2008 में स्थितियां एक बार फिर बदल गई। इस चुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार डॉ.रघु शर्मा ने विजयश्री हासिल की तो एक बार फिर प्रदेश में सत्ता कांग्रेस की काबिज हुई। इस प्रकार पिछले सात विधानसभा चुनाव के नतीजो को एक अदभुद रोचक संयोग से जोडकर देखने वाले राजनैतिक विश£ेषक इस बार भी एक्ज्टि पोल को आधार मान कर प्रदेश में भाजपा की सरकार बनने की स्थिति में इलाके से भाजपा उम्मीदवार की जीत पक्की मान रहे है। हालांकि इस बारे में अन्तिम स्थिति 8 तारीख को मतगणना शुरू होने के बाद ही स्पष्ट होगी, मगर कांग्रेस समर्थको को इस बार इलाके के विधायक डा रघु शर्मा द्वारा कराये गये रिकार्ड कार्यो के दम पर इस बार इस अद्भुद संयोग का रिकार्ड टूटने की उम्मीद है।  ऐसे में अब न केवल भाजपा व कांग्रेस वरन इलाके के प्रत्येक मतदाता की नजर 8 तारीख को आने वाले चुनावी नतीजो पर टिकी हुई है।

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