अजमेर विकास प्राधिकरण के मास्टर डवलपमेंट प्लान (प्रारूप) पर सुझाव

केशव राम सिंघल
केशव राम सिंघल

अजमेर विकास प्राधिकरण ने मास्टर डवलपमेंट प्लान (प्रारूप) जारी कर दिया है. इसकी प्रति अजमेर विकास प्राधिकरण की वेबसाइट पर उपलब्ध है, यह बहुत ही अच्छी बात है कि मुझ जैसे आम नागरिक को इस मास्टर डवलपमेंट प्लान (प्रारूप) को पढ़ने का मौका मिला है. मास्टर डवलपमेंट प्लान (प्रारूप) जारी करने के लिए वैभव गालरिया (अध्यक्ष, अजमेर विकास प्राधिकरण एवं जिला कलक्टर अजमेर) एवं विनिता श्रीवास्तव (आयुक्त, अजमेर विकास प्राधिकरण) बधाई के पात्र हैं. अब जरुरत इस बात की है कि अजमेर रीजन के प्रबुद्ध नागरिक अजमेर मास्टर दवलपमेंट प्लान प्रारूप का अध्ययन कर अपने सुझाव अजमेर विकास प्राधिकरण को प्रेषित करें ताकि मास्टर डवलपमेंट प्लान और भी अधिक व्यावहारिक और सर्वमान्य बन सके.

मैं प्लान प्रारूप की कुछ बातों पर चर्चा करना चाहूँगा. प्रारूप के पृष्ठ 33 पर वर्णित है – “….पुराने शहर में पार्किंग की कोई उचित व्यवस्था नहीं है. गाँधी भवन के आगे मात्र 5-10 कार खड़ी करने की जगह है, इनके अलावा वाहन सड़क पर ही खड़े किए जाते हैं. हाल ही में गाँधी भवन चौराहे के समीप रेलवे परिसर में एक पार्किंग स्थल तथा कचहरी रोड पर नाले को पाट कर दूसरा पार्किंग स्थल विकसित किया गया है.  …”  इस सम्बन्ध में मेरा मानना है कि अभी जो पार्किंग स्थल बने हैं, वह् उपयुक्त नहीं है और ना ही पार्किंग स्थल पर शेड का निर्माण किया गया है. पार्किंग स्थल पर गाड़ियाँ खुले आसमान के नीचे खड़ी रहती हैं. बेहतर होगा कि इस स्थान पर बहुमंजिला पार्किंग स्थल का निर्माण किया जाए.

मुझे यह जानकर अच्छा लगा कि पुराने राजस्थान लॉक सेवा आयोग भवन से कचहरी रोड होते हुए मार्टिनल ब्रिज तक एलीवेटेड रोड बनाए जाने के लिए तकनीकी सर्वेक्षण शुरू करा दिया गया है. (देखें प्रारूप पृष्ठ 33)

प्रारूप के पृष्ठ 38 पर लिखा है – “यातायात व्यवस्था को सुधारने व सुगम बनाने हेतु जहाँ भी आवश्यक हो ओवरब्रिज के प्रस्ताव दिए जाएँ तथा शहर के भीतरी भाग के संकीर्ण मार्गों को यथासंभव चौड़ा किया जाना प्रस्तावित किया जाए.”  इस सम्बन्ध में मेरा सुझाव है कि शहर में कुछ स्थानो का चयनकर मल्टीस्टोरी अथवा अंडरग्राउंड पार्किंग स्थल का निर्माण किया जाए और नागरिकों और दुकानदारों को इस बात के लिए पाबंध किया जाए कि वे दुकान के सामने अपने वाहन ना खड़े करे, बल्कि वाहन पार्किंग स्थल पर ही खड़े करें.

ada 450अजमेर में गाँधी भवन चौराहे के पास अत्यधिक यातायात दवाब रहने के कारण हेड पोस्ट ओफीस के पास पैदल चलने वालों को सड़क पार करना अत्यधिक कठिन हो जाता है. इसी प्रकार की स्थिति कभी-कभी स्वामी काम्प्लेक्स के पास चौराहे पर होती है. जीवन विहार कालोनी के पास पार्श्वनाथ कालोनी स्थित मित्तल चेम्बर्स के पास और आगरा गेट सब्जी मंडी के पास भी पैदल चलने वालों को सड़क पार करने में काफी दिक्कत होती है. प्राधिकरण अधिकारियों से निवेदन है कि पैदल चलने वालों की दिक्कतों को ध्यान में रखते हुए अजमेर शहर में एक सर्वेक्षण कर ऐसे और स्थानों का पता लगाए जहाँ अत्यधिक यातायात दवाब रहता है और सड़क पार करना कठिन हो जाता है. ऐसे स्थानों पर सड़क पार करने के लिए अंडरग्राउण्ड पारपथ या पुल निर्माण की योजना बनाकर उसे पूरा किया जाए.

मुझे यह जानकर अच्छा लगा कि विशिष्ट योजनाओं में फेस्टिवल सिटी, पर्यटन सिटी, कार्पोरेट पार्क, स्पोर्टस, नॉलेज सिटी आदि का प्रावधान भी किया गया है (देखें प्रारूप पृष्ठ 81-84) . अजमेर के नागरिकों से निवेदनहै कि वे जारी मास्टर डवलपमेंट प्लान (प्रारूप) के सम्बन्ध में क्या सोचते हैं, इस पर चर्चा करें और अपने सुझाव-विचार अजमेर विकास प्राधिकरण को भेजें.

केशव राम सिंघल 

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