राजस्थान कॉडर के सीनियर आईएएस सुमतिलाल बोहरा। सादगी-उच्च आदर्शों की जीवंत मिसाल। डूंगरपुर के एक गांव से निकलकर कलेक्टर, राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड में सचिव सहित प्रदेश में कई उच्च पदों पर रहे। एक दिन पहले रिटायर हुए तब भी सादगी की अनूठी छाप छोड़ गए। शुक्रवार को सेवा के आखिरी दिन रेवेन्यू बोर्ड अजमेर के अपने दफ्तर में फाइलें निबटाई। शाम हुई तो बिना तामझाम, यहां तक कि न कोई तिलक न माला। परिवार के सदस्य भी नजदीक नहीं। बैग उठाया और चल दिए अकेले रेलवे स्टेशन। बोहराजी को अपनी प्रशासनिक सेवा की जबर्दस्त पारी को इतनी सादगी के साथ अलविदा कहते देख वाकई मन श्रद्धा से सराबोर हो उठा। ढेरों बधाइयां सर। एक जानदार पारी के खूबसूरत अंत और नई पारी की शुरुआत के लिए।
-मदन कलाल, वरिष्ठ पत्रकार, जयपुर