क्या सरकार से नाराज हैं अजमेर की कलेक्टर

aarushi a malik thumbअजमेर की जिला कलेक्टर डॉ. आरुषि मलिक क्या राज्य सरकार से नाराज हैं? यह सवाल इसलिए उठा, क्योंकि डॉ. मलिक सरकार के महत्त्वपूर्ण कार्यों में रुचि नहीं दिखा रही हैं। गत नवम्बर को मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के स्वच्छता अभियान के शुभारंभ समारोह में भी कलेक्टर अनुपस्थित रहीं। इस दिन कलेक्टर अजमेर में ही थी, लेकिन उन्होंने अवकाश ले लिया। हालांकि इस समारोह में महिला एवं बाल विकास राज्यमंत्री श्रीमती अनिता भदेल, संभागीय आयुक्त धर्मेन्द्र भटनागर आदि अधिकारी और जनप्रतिनिधि उपस्थित थे। सीएम राजे का स्वच्छता अभियान कितना महत्त्वपूर्ण है, इसका अंदाजा तीन दिसम्बर को राज्य के मुख्य सचिव सी.एस.राजन के परिपत्र से लगता है। इस पत्र में अभियान की जिम्मेदारी कलेक्टरों को ही दी गई। हालांकि किसी भी अधिकारी का अवकाश लेना, उसका अधिकार है, लेकिन सरकार के महत्त्वपूर्ण अभियान में भागीदारी नहीं निभाना भी महत्त्वपूर्ण है। इससे पहले भी सिविल सेवा के कार्मिकों की राज्य स्तरीय बास्केटबॉल प्रतियोगिता में भी कलेक्टर ने रुचि नहीं दिखाई। जबकि इस प्रतियोगिता का प्रभारी भी कलेक्टर को ही बनाया गया था। इसी प्रकार अंतर्राष्ट्रीय पुष्कर मेले के समापन समारोह में अनुपस्थित रह कर कलेक्टर अपनी नाराजगी प्रकट कर चुकी हैं। अजमेर कलेक्टर का नाम जीरों परफार्मेंस वाली सूची में शामिल है। इस सूची को मुख्य सचिव ने कलेक्टर्स की कार्यप्रणाली के आधार पर तैयार किया है। प्रशासनिक सूत्रों के अनुसार जीरो परफारर्मेंस वाले कलेक्टर्स से सीएम वसुंधरा राजे नाराज हैं।
-(एस.पी.मित्तल)
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