भाजपा की चुनाव समिति ने बना दिए दो मंडल अध्यक्ष

अमित सारस्वत
अमित सारस्वत
-अमित सारस्वत- ब्यावर। भारतीय जनता पार्टी ने पहली बार मंडल स्तर पर लोकतांत्रिक प्रक्रिया द्वारा अध्यक्ष चुनने का निर्णय लिया। पार्टी का यह नया निर्णय उस पर ही भारी पड़ता नजर आया। प्रदेश के विभिन्न शहरों में हुए चुनाव में 12 स्थानों पर मंडल अध्यक्ष को लेकर पार्टी में दो फाड हो गए। जिसके चलते भाजपा कमजोर होती नजर आई।
ब्यावर शहर में मंडल अध्यक्ष पद के चुनाव हुए। चुनाव प्रभारी देवेन्द्र सिंह ने सर्वसम्मति बनने पर जयकिशन बल्दुआ को निर्विरोध निर्वाचित घोषित कर दिया। यह बात पार्टी के अन्य नेताओं को अखर गई। नाराज नेताओं ने इसकी शिकायत प्रदेश और भाजपा के राष्ट्रीय चुनाव अधिकारी से की। मामले में जांच कमेटी ने जिला चुनाव अधिकारी दामोदर अग्रवाल से रिपोर्ट मांगी तो पता चला कि ब्यावर के चुनाव में अनियमितता हुई। इस पर प्रदेश भाजपा की संगठन चुनाव शिकायत निवारण समिति ने 21 दिसंबर 2015 तक चुनाव पर यथास्थिति के आदेश जारी किए है। इस रिपोर्ट से स्पष्ट होता है कि वर्तमान में ब्यावर भाजपा मंडल के अध्यक्ष पद पर जयकिशन बल्दुआ और मुरली तिलोकानी दोनों बने रहेंगे। हालांकि राष्ट्रीय चुनाव अधिकारी अविनाश खन्ना ने तिलोकानी को भाजपा के संवैधानिक अधिकारों का उपयोग करने की छूट दे दी है। 21 दिसंबर तक पार्टी के आला अधिकारी व्यक्तिगत सम्पर्क करके हकीकत जानने का प्रयास करेंगे। यदि जांच रिपोर्ट में चुनाव निरस्त भी होते हैं तो विरोधी गुट को विधायक गुट को नीचा दिखाने का मौका मिल जाएगा। लेकिन इस बात से भी इनकार नहीं किया जा सकता कि मंडल अध्यक्ष पद पर पुन: नियुक्ति के सूत्रधार भी विधायक ही होंगे। पार्टी में ‘एक व्यक्ति, एक पद’ का सिद्धांत कायम रहा तो नए मंडल अध्यक्ष पद पर दिनेश कटारिया की ताजपोशी हो सकती है। इन सबके बीच रमेश बंसल को मंडल अध्यक्ष बनने का सपना पूरा करना है तो उनको अगले एक माह के भीतर विधायक से बढ़ी हुई दूरियों को समाप्त कर पुन: सिपहसालार बनना पड़ेगा। अब देखने वाली बात होगी कि जांच कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर दो भागों में बंटी पार्टी के किस गुट की जीत होती है और किसकी हार।
-अमित सारस्वत, मो.8764353570

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